नई दिल्ली : मुंबई में वर्ल्डकप 2011 के फाइनल में यादगार छक्का जड़कर भारत को खिताब दिलाने के ठीक सात साल बाद महेंद्र सिंह धोनी एक बार फिर सभी के आकर्षण का केंद्र बने, जब इस मानद लेफ्टिनेंट कर्नल ने सेना की पोशाक में पद्म भूषण पुरस्कार स्वीकार किया. धोनी के लिए यह खुशनुमा संयोग रहा कि उन्हें यह प्रतिष्ठित नागरिक सम्मान वर्ल्डकप जीत की सातवीं वर्षगांठ के मौके पर दिया गया.


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जैसा कि हम जानते हैं कि धोनी को सेना ने लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद उपाधि दी हुई है. धोनी के नेतृत्व में भारत के दूसरी बार 50 ओवर का विश्व कप जीतने के बाद भारतीय प्रादेशिक सेना ने एक नवंबर2011 को उन्हें लेफ्टिनेंट कर्नल के मानद पद से सम्मानित किया था. कपिल देव के बाद धोनी भारत के दूसरे क्रिकेटर हैं, जिन्हें यह सम्मान दिया गया. धोनी ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से यह पुरस्कार हासिल किया.



कई बार के विश्व खिताब विजेता क्यू खिलाड़ी पंकज आडवाणी को भी पद्म भूषण से नवाजा गया. भारत ने 2011 में आज ही के दिन श्रीलंका को हराकर विश्व कप जीता था. धोनी ने वानखेड़े स्टेडियम में छक्का जड़कर 10 गेंद शेष रहते भारत को जीत दिलाकर उसके वर्ल्डकप खिताब के 28 साल के सूखे को खत्म किया था.



धोनी को इससे पहले 2007 में देश का सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न, जबकि 2009 में देश का चौथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म श्री दिया गया. धोनी की तरह आडवाणी भी अपने खेल में काफी सफल रहे हैं. उन्होंने 2006 और2010 के एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीते.



ये सम्मान भी पा चुके हैं धोनी
महेंद्र सिंह धोनी ने कई सम्मान भी हासिल किए हैं, जैसे 2008 में आईसीसी वनडे 'प्लेयर ऑफ द ईयर अवॉर्ड (प्रथम भारतीय खिलाड़ी जिन्हें यह सम्मान मिला), राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार और 2009  में भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान, पद्मश्री पुरस्कार साथ ही 2009 में विसडेन के सर्वप्रथम ड्रीम टेस्ट इलेवन टीम में धोनी को कप्तान का दर्जा दिया जा चुका है.