टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली को एक आक्रामक खिलाड़ी कहा जाता है, वो अपने ऊपर हुई छींटाकशी का बल्ले से माकूल जवाब देना पसंद करते हैं
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नई दिल्ली: पूरी दुनिया में कोरोना वायरस (Coronavirus) का आतंक फैला हुआ है और क्रिकेट भी इससे अछूता नहीं है. लेकिन कोविड-19 महामारी के इस दौर में भी भारतीय और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड दोनों देशों के बीच इस साल के अंत में होने वाली सीरीज की प्लानिंग कर रहे हैं. ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के विकेटकीपर मैथ्यू वेड (Matthew Wade) ने टीम इंडिया के कैप्टन विराट कोहली (Virat Kohli) को स्लेज करने से परहेज करने की बात कही है.
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वेड के मुताबिक विराट को स्लेज करना शेर के मुंह में हाथ डालने जैसा है क्योंकि विराट छींटाकशी का फायदा उठाने में माहिर हैं. वास्तव में देखा जाए तो स्लेजिंग विराट के लिए ऑक्सीजन का काम करती है. जब भी कोई विपक्षी खिलाड़ी उनके साथ गलत व्यवहार करता है तो विराट उसका जवाब अपने बल्ले से देना पसंद करते हैं और हो भी क्यों न जितने ज्यादा रन विराट बनाएंगे उतना ही सामने वाली टीम के खिलाड़ी के लिए बुरा होगा.
वेड ने वीडियो कान्फ्रेन्स के जरिए मीडिया कर्मियों से बात की और कहा, 'वो (इंडिया) बेहद कड़ी टीम है. वे इसका (छींटाकशी) उपयोग अपने फायदे के लिए करते हैं. विराट जिस तरह से अपने शब्दों का चयन करते हैं या हावभाव दिखाते हैं उससे लग जाता है कि वे बहुत चालाक हैं. इसलिए वे इसे अब अपने फायदे के लिये उपयोग करते हैं. ईमानदारी से कहूं तो मैं इसमें (छींटाकशी) ज्यादा शामिल नहीं होना चाहता. मैं जानता हूं कि इससे उनका उत्साह बढ़ता है. वे अभी दुनिया में किसी भी अन्य टीम की तुलना में इसका बेहतरी के लिए इस्तेमाल करते हैं, इसलिए मैं इस बार इससे दूर रह सकता हूं.'
ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच 4 मैचों की टेस्ट सीरीज 3 दिसंबर से ब्रिस्बेन के गाबा मैदान पर शुरू होगी. ब्रिस्बेन के बाद दूसरा टेस्ट मैच एडिलेड में खेला जाएगा, तो तीसरा और चौथा टेस्ट मेलबर्न और सिडनी में होगा. ऑस्ट्रेलिया के लिए 32 टेस्ट मैच खेल चुके वेड ने भारत के खिलाफ सीरीज को एक कड़ी चुनौती बताया और कहा कि भारतीय टीम हर डिपार्टमेंट में काफी मजबूत है, फिर चाहें बल्लेबाजी हो या गेंदबाजी या फिर फील्डिंग, टीम इंडिया खेल के किसी भी विभाग में ऑस्ट्रेलिया से कम नहीं है. इसलिए इस सीरीज का निर्णय इस बात पर निर्भर करेगा कि दोनों में से कौन सी टीम मुश्किल समय में अपना बेस्ट क्रिकेट खेलती है, जो टीम ऐसा कर लेगी वही सीरीज विजेता बनेगी.
उन्होंने कहा, 'मैं भाग्यशाली रहा हूं कि मैं उनके खिलाफ भारत में खेला हूं लेकिन मुझे कभी उनके खिलाफ ऑस्ट्रेलिया में खेलने का मौका नहीं मिला. भारत में उनसे 2 बार खेला हूं जो कि चुनौतीपूर्ण है. वह बेहद कड़ी टीम है. वे आपको कड़ी चुनौती देते हैं. उनके फील्डर सतर्क रहते हैं जो पहले भारत का कमजोर पक्ष होता था. उनके पास अच्छे तेज गेंदबाज भी हैं जो पिछले चार पांच साल से टीम से जुड़े हैं. इसलिए भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया में खेलना दिलचस्प होगा. तेज गेंदबाजी उनका मुख्य हथियार होगा. ये शानदार चुनौती होगी.'