टीम इंडिया को इसी महीने की 18 तारीख से न्यूजीलैंड के खिलाफ World Test Championship के फाइनल में भिड़ना है. इस बड़े मैच से पहले इस बात पर सवाल उठ रहे हैं कि WTC फाइनल में रोहित शर्मा के साथ किसे ओपनिंग करनी चाहिए.
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नई दिल्ली: टीम इंडिया को इसी महीने की 18 तारीख से न्यूजीलैंड के खिलाफ World Test Championship के फाइनल में भिड़ना है. इस मैच से पहले टीम इंडिया इंग्लैंड पहुंच चुकी है और जमकर तैयारियों में जुट गई है. इस बड़े मैच से पहले इस बात पर सवाल उठ रहे हैं कि WTC फाइनल में रोहित शर्मा के साथ किसे ओपनिंग करनी चाहिए.
लंबे समय तक न्यूजीलैंड के कोच रहे माइक हेसन (Mike Hesson) ने भारतीय टीम प्रबंधन को WTC फाइनल में मयंक अग्रवाल (Mayank Agarwal) को सलामी बल्लेबाज के रूप में उतारने की सलाह दी. उन्होंने इसके साथ ही कहा कि WTC फाइनल से पहले इंग्लैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैच खेलना न्यूजीलैंड के लिये कार्यभार प्रबंधन संबंधी मुद्दा बन सकता है.
भारत के लिये हाल में रोहित शर्मा और शुभमन गिल पारी का आगाज करते रहे हैं और हेसन (Mike Hesson) को भी लगता है कि भारतीय टीम प्रबंधन इसमें बदलाव नहीं करेगा लेकिन उनका मानना है कि अग्रवाल को मौका दिया जाना चाहिए. अग्रवाल ने पिछले साल न्यूजीलैंड दौरे में दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला में भारत की तरफ से सर्वाधिक रन बनाए थे. वह भारत की तरफ से अर्धशतक लगाने वाले चार बल्लेबाजों में शामिल थे.
हेसन (Mike Hesson) ने पीटीआई से कहा, 'वे संभवत रोहित और शुभमन के साथ उतरेंगे लेकिन मुझे लगता है कि मयंक के नाम पर विचार किया जाना चाहिए. उसने न्यूजीलैंड में उसके आक्रमण का सामना किया है और उसके पास कीवी गेंदबाजों को खेलने का अच्छा अनुभव है. 'भारत को कोविड-19 से जुड़े प्रतिबंधों के कारण 18 जून से साउथैम्पटन में होने वाले WTC फाइनल से पहले अभ्यास का खास मौका नहीं मिला है. दूसरी तरफ न्यूजीलैंड की टीम इंग्लैंड के खिलाफ दो मैचों की सीरीज खेल रही है लेकिन हेसन ऐसा नहीं चाहते थे.
उन्होंने कहा, 'यह (लगातार तीन टेस्ट मैच खेलना) बड़ा मुद्दा हो सकता है. न्यूजीलैंड को अपने गेंदबाजी आक्रमण पर गौर करना होगा और इसलिए संभवत: इस मैच (इंग्लैंड के खिलाफ गुरुवार से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट) में ट्रेंट बोल्ट खेलेगा. इससे अन्य तेज गेंदबाजों को विश्राम का मौका मिलेगा क्योंकि प्रत्येक टेस्ट मैच में केवल चार दिन का अंतर है. ऐसे में बाकी गेंदबाजों का कार्यभार प्रबंधन बड़ा मुद्दा है.