विराट कोहली को मैच के बाद धोनी ने दी 'सीख', बताया ऐसे होती है कप्तानी
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विराट कोहली को मैच के बाद धोनी ने दी 'सीख', बताया ऐसे होती है कप्तानी

कैप्टन कूल कहे जाने वाले धोनी ने बुधवार को यहां बेंगलोर के खिलाफ 34 गेंदों पर एक चौके और सात छक्के की मदद से 70 रन की नाबाद पारी खेली.

धोनी आखिरी तक क्रीज पर जमे रहे और अपनी टीम को जिताकर ही लौटे.

बेंगलुरु : आईपीएल में बेंगलोर के खिलाफ अपनी टीम को चेन्नई को जीत दिलाने वाले महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी और बल्लेबाजी एक बार फिर से चर्चा में है. एक तरफ जहां धोनी की कप्तानी की तारीफ हो रही है तो दूसरी तरफ 205 रनों का लक्ष्य न बचा पाने के कारण कोहली को आलोचना झेलनी पड़ रही है. मैच के बाद महेंद्र सिंह धोनी ने एक बातचीत में बताया कि मैदान में असल में कप्तान का काम क्या होता है.

  1. धोनी ने 34 रनों में 70 रनों की पारी खेल बचाया मैच
  2. चेन्नई की टीम अंक तालिका में टॉप पर पहुंची
  3. सिर्फ दो मैच जीत पाई है विराट की टीम अब तक

चेन्नई के कप्तान महेंद्र सिह धोनी ने कहा है कि एक फिनिशर का काम मैदान पर अपने साथी बल्लेबाज की मदद करने के साथ-साथ मैच को फिनिश करना है. कैप्टन कूल कहे जाने वाले धोनी ने बुधवार को यहां बेंगलोर के खिलाफ 34 गेंदों पर एक चौके और सात छक्के की मदद से 70 रन की नाबाद पारी खेली और बेंगलोर से मिले 206 रनों के लक्ष्य को दो गेंद शेष रहते पांच विकेट के नुकसान पर 207 रन बनाकर हासिल कर लिया.

धोनी ने मैच के बाद कहा, "जब आप बल्लेबाजी कर रहे हैं तो जरूरी है कि दूसरे छोर पर मौजूद बल्लेबाज की भी मदद करें. उन्हें बताएं कि गेंदबाज आपकी बल्लेबाजी शैली के खिलाफ कौन सी रणनीति अपना सकता है. एक फिनिशर का काम मैच को फिनिश करने के साथ-साथ अपने साथी बल्लेबाज से मैदान पर रन बनाने को लेकर चर्चा करना भी है. मैदान पर ये चीजें बहुत मायने रखती हैं."

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धोनी उस समय बल्लेबाजी करने के लिए मैदान पर आए थे जब चेन्नई को 66 गेंदों पर 132 रन बनाने थे, जबकि उसने 74 रन पर अपने चार विकेट गंवा दिए थे. धोनी और अंबाती रायडू के बीच पांचवें विकेट के लिए 101 रन की शतकीय साझेदारी हुई. धोनी को उनके इस शानदार प्रदर्शन के लिए मैन आफ द मैच का पुरस्कार मिला.

कप्तान ने कहा, "डिविलियर्स की बल्लेबाजी को देखकर लग रहा था कि इस लक्ष्य का पीछा करना मुश्किल है. मुझे लगता है कि हमने 15-20 रन ज्यादा दे दिए. इसके बाद हमने भी शुरुआत में कुछ अच्छे बल्लेबाजों के विकेट गंवाए. लेकिन, मैदान छोटा था. गेंद बल्ले पर आ रही थी और बाद में कुछ ओस भी पड़ रही थी. कुल मिलाकर सब कुछ रणनीति के अनुसार हुआ."

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मैन आफ द मैच धोनी ने कहा, "यह जरूरी है कि आपके दिमाग में हमेशा यह बात रहे कि कितने ओवर बचे हैं और इन डेथ ओवरों में कौन गेंदबाजी करेगा. साथ यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि उस विकेट पर कौन गेंदबाज सबसे अच्छी गेंदबाजी कर सकता है, जिसे आप गेंद सौपना चाहेंगे. इसमें आप को जीत या हार मिल सकती है, लेकिन ऐसे समय पर सही फैसले लेना बहुत जरूरी है."

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