तमिलनाडु प्रीमियर लीग में नहीं खेलेगा कोई बाहरी खिलाड़ी : सुप्रीम कोर्ट
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तमिलनाडु प्रीमियर लीग में नहीं खेलेगा कोई बाहरी खिलाड़ी : सुप्रीम कोर्ट

टीएनपीएल की तरफ से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता रंजीत कुमार ने दलील दी कि संबंधित क्रिकेट संघों से अनापत्ति प्रमाणपत्र प्रस्तुत करने पर बाहरी खिलाड़ियों को इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में भाग लेने की इजाजत दी जाए. 

आज से शुरू हो रही है तमिलनाडु प्रीमियर लीग (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि तमिलनाडु क्रिकेट संघ द्वारा आयोजित तमिलनाडु प्रीमियर लीग (टीएनपीएल) क्रिकेट टूर्नामेंट में अन्य क्रिकेट संघों में पंजीकृत खिलाड़ियों को खेलने की इजाजत नहीं होगी. हालांकि, प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली एक पीठ ने कहा कि तमिलनाडु प्रीमियर लीग के मैच निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक ही जारी रहेंगे, क्योंकि प्रशासकों की समिति (सीओए) उन्हें पहले ही मंजूरी दे चुकी थी. यह समिति भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड का प्रशासन संभालती है. 

टीएनपीएल की तरफ से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता रंजीत कुमार ने दलील दी कि संबंधित क्रिकेट संघों से अनापत्ति प्रमाणपत्र प्रस्तुत करने पर बाहरी खिलाड़ियों को इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में भाग लेने की इजाजत दी जाए. 

उन्होंने कहा कि टूर्नामेंट में आठ टीमें हिस्सा ले रही हैं और हर टीम को राज्य से बाहर के दो खिलाड़ियों को शामिल करने की अनुमति है. सीओए की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता पराग त्रिपाठी ने इन दलीलों का विरोध किया और कहा कि बीसीसीआई के संविधान के मसौदे को ध्यान में रखते हुए इसकी अनुमति नहीं दी गई.

साथ ही उन्होंने कहा कि 2009 से कोई भी बाहरी खिलाड़ी इस टूर्नामेंट में नहीं खेल रहा है. आज यानि 12 जुलाई से शुरू हो रहे टीएनपीएल टूर्नामेंट में आठ टीमें हिस्सा ले रही हैं और हर टीम को 20 खिलाड़ियों का पूल रखने की इजाजत है.

बता दें कि बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष एन श्रीनिवासन के वर्चस्व वाली टीएनसीए ने सुप्रीम कोर्ट में सीओए के उस आदेश के खिलाफ याचिका दायर की थी, जिसमें सीओए ने टूर्नामेंट में राज्य से बाहरी खिलाड़ियों के खेलने पर मान्यता रद्द करने की धमकी दी थी. टीएनसीए इस टूर्नामेंट में 16 बाहरी खिलाड़ियों को खिलाना चाहता था और इसके लिए उसने बीसीसीआई की एसजीएम में अनुमति भी ले ली थी, लेकिन विनोद राय की अगुआई में सीओए इसके खिलाफ है.  

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