इंदिरा नूयी ICC की पहली महिला स्वतंत्र निदेशक बनीं
Advertisement

इंदिरा नूयी ICC की पहली महिला स्वतंत्र निदेशक बनीं

नूयी की नियुक्ति दो साल के लिये की गई है, लेकिन उन्हें दोबारा नियुक्त किया जा सकता है. 

2007 में इंदिरा नूयी को पद्म भूषण सम्मान भी दिया गया था.

दुबई : पेप्सीको की चेयरमैन और सीईओ इंदिरा नूई को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की पहली स्वतंत्र महिला निदेशक नियुक्त किया गया. नूई जून 2018 में बोर्ड से जुड़ेंगी. उन्होंने आईसीसी की एक विज्ञप्ति में कहा ,‘‘इस भूमिका के लिये आईसीसी से जुड़ने वाली पहली महिला बनकर मैं रोमांचित हूं. बोर्ड, आईसीसी साझेदारों और क्रिकेटरों के साथ काम करने का मुझे इंतजार है.’

  1. इंदिरा नूई जून 2018 में बोर्ड से जुड़ेंगी
  2. नूयी को विश्व की ताकतवर महिलाओं में माना जाता है
  3. उनकी नियुक्ति दो साल के लिये की गई है

आईसीसी अध्यक्ष शशांक मनोहर ने कहा, ‘एक और स्वतंत्र निदेशक और वह भी महिला को नियुक्त करना देश के संचालन को बेहतर बनाने की दिशा में अहम कदम है.’ उनकी नियुक्ति दो साल के लिये की गई है, लेकिन उन्हें दोबारा नियुक्त किया जा सकता है.  वे लगातार छह साल तक ही इस पद पर रह सकती है.

नूयी को विश्व की सबसे ताकतवर महिलाओं में से एक माना जाता है. स्वतंत्र महिला डायरेक्टर पद को पिछले साल जून में आईसीसी ने स्वीकृति दी थी. आईसीसी के चेयरमैन शशांक मनोहर ने कहा कि आईसीसी में नूयी का स्वागत करते हुए हम बहुत प्रसन्न है.  नूयी ने कहा कि क्रिकेट को मैं हमेशा से ही पसंद करती हूं. इसे मैनें कॉलेज समय में खेला था. ये हमेशा ही टीमवर्क, सम्मान और एक अच्छी चुनौती देना सिखाता है.

fallback

ऐसा रहा है इंदिरा नूयी की कामयाबी का सफर...

  • इंदिरा नूई का जन्म चेन्नई में हुआ था. शिक्षा चेन्नई में ही हुई.
  • साइंस से ग्रैजुएशन करने वाली इंदिरा ने बाद में कोलकाता के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट से मैनेजमेंट की पढ़ाई की. भारत में ही करियर शुरु किया.
  • कुछ वर्षों तक काम करने के बाद इंदिरा पढ़ाई करने के लिए अमरीका गईं और वहां येल स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से उन्होंने पढ़ाई की.
  • कई कंपनियों में काम करने के बाद 1994 में इंदिरा ने पेप्सिको ज्वाइन किया. 38 वर्ष की उम्र में उन्होंने पेप्सिको में लंबी अवधि की नीतियां बनाने की प्रमुख के तौर पर ज्वाइन किया.
  • 10 साल के बाद 2004 में कंपनी की मुख्य फाइनेंस अधिकारी और 2006 में वो कंपनी की सीईओ बनीं.
  • 60 साल की इंदिरा पेप्सिको का नेतृत्व करने वाली न केवल पहली महिला हैं बल्कि पहली विदेशी भी. 2006 के बाद से वो दुनिया की शक्तिशाली महिलाओं की सूची में शामिल रही हैं.
  • 2007 में उन्हें  पद्म भूषण सम्मान भी दिया गया था.
  • इंदिरा की बहन चंद्रिका टंडन को 2001 में ग्रैमी अवार्ड के लिए नामांकन भी मिल चुका है.

Trending news