Super over में मेडन फेंक चुके हैं Sunil Narine, इन 4 मौकों पर नहीं बना एक भी रन
नई दिल्ली: लिमिटेड ओवर क्रिकेट ने धीरे-धीरे पूरी दुनिया को अपना दीवाना बना दिया है. लोग अब टेस्ट क्रिकेट से ज्यादा क्रिकेट के छोटे फॉर्मेट को देखना पसंद करते हैं. ये मैच कई बार इतने रोमांचक होते हैं कि इनका निर्णय सुपर ओवर से तय किया जाता है. सुपर ओवर में दोनों टीमों को एक-एक ओवर दिए जाते हैं, जिसमें ज्यादा रन बनाने वाली टीम जीत जाती है. लेकिन क्रिकेट में बहुत बार ऐसा भी हुआ है जब टीमें सुपर ओवर में एक भी रन नहीं बना पाईं. आइए नजर डालते हैं ऐसे ही कुछ मैचों पर.
ससेक्स बनाम ईगल्स 2009

ये क्रिकेट के इतिहास में पहला मैच था जब किसी टीम ने सुपर ओवर में जीरो रन बनाए हों. यह मुकाबला 2009 की चैंपियंस लीग का था. इस मैच में दोनों टीमों ने निर्धारित 20 ओवरों में 119 रन बनाए. ईगल्स (Eagles) सुपर ओवर में पहले बल्लेबाजी करने आया और उन्होंने 9 रन बनाए. 10 रन का पीछा करना उतरी ससेक्स (Sussex) की टीम ने पहली दो गेंदों पर अपने दो विकेट खो दिए, और वो ये मैच हार गए.
हैम्पशायर बनाम बारबाडोस 2011

वारियर्स vs नाइट्स 2015

इन दोनों टीमों के बीच 2015 में ये मुकाबला खेला गया. बारिश की वजह से ये मैच 6 ओवरों का कर दिया गया था और पहले बल्लेबाजी कर वारियर्स (Warriors) ने 81 रन बनाए. जवाब में नाइट्स (Knights) ने भी इतने ही रन बनाए. नाइट्स इसके बाद पहले सुपर ओवर में बल्लेबाजी करने उतरी और शुरू की दो गेंदों पर दो विकेट खो एक भी रन नहीं बना पाई.
त्रिनिदाद और टोबैगो बनाम गुयाना अमेजन वारियर्स 2014

ये मैच सीपीएल 2014 का है. इस मैच में त्रिनिदाद (Trinidad and Tobago) ने पहले बल्लेबाजी करते हुए बोर्ड पर 118 रन लगाए. जवाब में वारियर्स (Guyana Amazon Warriors) की टीम भी 118 रन ही बना पाई. इसके बाद वारियर्स की टीम सुपर ओवर में बल्लेबाजी करने उतरी और उसने त्रिनिदाद को 12 रनों का लक्ष्य दिया. वारियर्स की ओर से गेंदबाजी सुनील नरेन को दी और उन्होंने क्रिकेट इतिहास का सबसे पहला सुपर ओवर मेडन डाल रिकॉर्ड बना दिया.