खेल में आएंगे 'अच्छे दिन', खेलमंत्री ने भारतीय कारपोरेट जगत से की ये अपील
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खेल में आएंगे 'अच्छे दिन', खेलमंत्री ने भारतीय कारपोरेट जगत से की ये अपील

राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि अब समय आ गया है कि कारपोरेट जगत आगे आकर देश की युवा पीढ़ी के हुनर को तराशने में अपनी भूमिका निभाये.

इससे पहले राठौड़ ने स्कूल और कॉलेज खेलों की घाेषणा की थी. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली : खेलमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कारपोरेट जगत से राजधानी के पांच साई स्टेडियमों का जिम्मा संभालने की अपील की. राठौड़ ने कहा कि अब समय आ गया है कि कारपोरेट जगत आगे आकर देश की युवा पीढ़ी के हुनर को तराशने में अपनी भूमिका निभाये. उन्होंने कहा, हमें हर जगह बदलाव की जरूरत है. हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नजरिया साफ है. युवा और उर्जावान भारत का निर्माण. हमें अगली पीढ़ी के लिए देश में खेल संस्कृति पैदा करनी होगी. मैं कारपोरेट जगत से अपील करूंगा कि राजधानी के 5 स्टेडियमों का जिम्मा संभाले. उन्होंने भारत को सुप्त शेर करार देते हुए कहा कि देश को जागकर खेलों में अपनी क्षमता अब दिखानी चाहिये.

  1. खेल मंत्री ने कहा-कारपोरेट जगत संभाले साई स्टेडियम की जिम्मेदारी
  2. राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने भारत को सुप्त शेर का नाम दिया
  3. कहा- देश को अब अपनी क्षमता खेल के मैदान में दिखानी चाहिए

राठौड़ ने कहा,भारत एक सुप्त शेर है. आज सौ करोड़ से अधिक की आबादी वाले देश से सिर्फ 5000 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं. एक या दो पदक जीत रहे हैं, लेकिन एक दिन दुनिया हमारी क्षमता का लोहा मानेगी. राठौड़ क्वींस बेटन रिले के साथ दौड़ने वाले पहले खेलमंत्री बन गए. उन्होंने कहा, अब से सारी तैयारियां खिलाड़ियों को ध्यान में रखकर होंगी. खिलाड़ी सबसे अहम है. आईओए, खेल महासंघ और खेल मंत्रालय के अधिकारी उनके बाद आते हैं.

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इससे पहले केंद्रीय खेलमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने राष्ट्रीय स्कूल एवं कॉलेज खेलों के उद्घाटन की घोषणा की और देशभर से नई प्रतिभाओं को खोजने की प्रतिबद्धता दोहराई थी . दिसंबर और अगले वर्ष जनवरी में होने वाले स्कूल एवं कॉलेज खेलों का मकसद देशभर के कोने कोने से युवा प्रतिभाओं को खोजना है.

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राठौर ने कहा था कि देश में खेलों को अब नई दृष्टि से देखे जाने की जरूरत है और युवाओं को उनकी प्रतिभा दिखाने के लिए सही मंच प्रदान किया जाना चाहिए.

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