रवि शास्त्री ने कहा, धोनी का अनुभव बाजार में न तो बेचा और न ही खरीदा जा सकता है
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रवि शास्त्री ने कहा, धोनी का अनुभव बाजार में न तो बेचा और न ही खरीदा जा सकता है

टीम इंडिया के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने एक बार फिर महेंद्र सिंह धोनी केआलोचकों को करारा जवाब देते हुए कहा है कि धोनी को महानतम क्रिकेटर के रूप में याद किया जाएगा.  

एक बार फिर रवि शास्त्री ने एमएस धोनी का बचाव किया है. (फाइल फोटो)

मुंबई : टीम इंडिया के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने एक बार फिर महेंद्र सिंह धोनी के आलोचकों को करारा जवाब दिया है. उनका दावा है कि धोनी को क्रिकेट इतिहास में वनडे क्रिकेट प्रारूप के महानतम क्रिकेटर के रूप में याद किया जाएगा.  शास्त्री ने कहा कि उन्हें परवाह नहीं की कि आलोचक उनके बारे में क्या सोचते और कहते हैं, लेकिन उनके अनुभव का कोई विकल्प नहीं है, जिसके कारण धोनी भारत की सीमित ओवरों की टीम का अहम हिस्सा हैं. 

  1. अब तक का सर्वश्रेष्ठ वनडे क्रिकेटर बताया धोनी को
  2. उनका अनुभव शानदार है जिसका कोई विकल्प नहीं
  3. उनके जैसा फिनिशर वनडे इतिहास में एक दो होंगे

उनका कहना था, “धोनी के पास जिस तरह का अनुभव है और जिस स्तर की फिटनेस है वे दुनिया में अब तक के सर्वश्रेष्ठ वनडे खिलाड़ी के तौर पर जाने जाएंगे. जैसा कि मैने कहा कि उनके अनुभव का कोई विकल्प नहीं है, उसे किसी बाजार में बेचा या खरीदा नहीं जा सकता. शास्त्री ने ये सब बातें एक मीडिया हाउस को दिए इंटरव्यू के दौरान कहीं. 

आलोचकों का मानना है कि मध्य क्रम में धोनी की बल्लेबाजी की चमक पिछले कुछ सालों में फीकी पड़ गई है और 36 की उम्र में धोनी अब उतने असरदार नहीं रहे. लेकिन शास्त्री टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली की तरह ही उनका बचाव करते नजर आए.

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यह कोई पहली बार नहीं है जब शास्त्री धोनी का बचाव करते नजर आ रहे हैं. इससे पहले भी जब न्यूजीलैंड टीम भारत के दौरे पर आई थी तभी धोनी को आलोचना का निशाना बनाया गया था और तब कोहली और शास्त्री दोनों ने ही एमएस का बचाव किया था. इसके बाद श्रीलंका का जब भारत दौरा हुआ था और धर्मशाला में पूरी भारतीय टीम लड़खड़ा गई थी, तब धोनी ने शानदार अर्धशतकीय पारी से आलोचकों को जवाब दिया था. 

वनडे सीरीज में नहीं दिखी वो धार 
किन दक्षिण अफ्रीका में खासतौर पर वनडे सीरीज में धोनी की पारी में वह धार दिखाई नहीं दी जिसकी वजह से उनके आलोचक एक बार फिर मुखर होने लगे थे लेकिन धोनी ने टी20 सीरीज के दौरान भी धोनी ने अपनी उपस्थिति तो दर्ज कराई लेकिन जिस धुंआधार पारी को उनके चाहने वाले देखना चाहते हैं वह देखने को नहीं मिली. 

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शास्त्री ने जोर देकर कहा कि जब बात फिनिशिंग की या कि आखिरी ओवर्स में बल्लेबाजी करने की होती है, तो आज भी धोनी के जैसा फिनिशर दुनिया में नहीं मिलेगा, क्रिकेट इतिहास में अब तक कुछ ही क्रिकेटर्स ही उनसे बेहतर मिलेंगे. जब आपके पास 5, 6 या 7 नंबर पर इस तरह का बल्लेबाज होता है तो यह काफी अंतर पैदा कर देता है.  

धोनी ने वनडे सीरीज की चार पारियों में केवल 69 रन ही बनाए थे, जबकि टी20 सीरीज की तीन पारियों में 40 के औसत से 80 रन बनाए थे जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ 52 नाबाद रहा था. हालांकि भारत यह मैच हार गया था. 

विकेट के पीछे धोनी हमेशा ही बेस्ट
लेकिन अपनी बल्लेबाजी में उतार चढ़ाव के बावजूद धोनी का विकेट के पीछे शानदार प्रदर्शन जारी है. उसके अलावा धोनी की भारतीय स्पिन गेंदबाजों को महत्वपूर्ण सलाह देना भी काफी चर्चा मे रहा. गौरतलब है कि कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल को दक्षिण अफ्रीकी पिचों का कोई अनुभव न होने पर धोनी ने उनका गाइड किया था और उनकी दी हुई सलाह के दम पर ही दोनों रिस्ट स्पिनर्स ने शानदार प्रदर्शन किया जिससे भारत वनडे सीरीज पर कब्जा जमा सकी.

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मैचों के दौरान विकेट पीछे धोनी की आवाज रिकॉर्ड होती थी और सभी को पता चल जाता था कि धोनी क्या कह रहे हैं हालांकि धोनी केवल हिंदी में ही बोलते थे ताकि दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों को कुछ समझ में न आए. टीवी कमेंटेटर्स भी मानते हैं कि धोनी बिलकुल सही सलाह देते थे. 

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