भारत और ऑस्ट्रलिया के बीच जारी पहले टेस्ट के दूसरे दिन भारतीय ओपनर यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने मेहमानों को खूब छकाया. दोनों बल्लेबाज दिन का खेल खत्म होने तक नाबाद लौटे. यशस्वी जायसवाल की बैटिंग स्किल्स देखकर दिग्गज एडम गिलक्रिस्ट उनके मुरीद हो गए. उन्होंने इस युवा बैटर की तारीफ में जमकर कसीदे पढ़े.
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Gilchrist Praises Yashasvi Jaiswal: यशस्वी ने नाबाद 90 रन बनाए तो राहुल ने नाबाद 62 रन की पारी खेली. दोनों की नजरें तीसरे दिन अपने-अपने शतक पूरे करने और भारत को बड़े स्कोर तक ले जाने पर होंगी. यशस्वी जायसवाल की बैटिंग स्किल्स देखकर दिग्गज एडम गिलक्रिस्ट उनके मुरीद हो गए. उन्होंने इस युवा बैटर की तारीफ में जमकर कसीदे पढ़े. पहली पारी में 46 रन की अहम बढ़त लेने के बाद दूसरे दिन स्टंप्स तक भारत ने 172 रन बिना कोई विकेट गंवाए बना लिए हैं. टीम की कुल लीड 218 रन की हो गई है.
यशस्वी-राहुल की खूंटा गाड़ बैटिंग
पर्थ स्टेडियम में 32368 दर्शकों के सामने ऑस्ट्रेलिया में अपना पहला टेस्ट खेल रहे जायसवाल पहली पारी में शून्य पर आउट हो गए थे. लेकिन उन्होंने दूसरी पारी में धैर्य और आक्रामकता दिखाते हुए 7 चौकों और 2 छक्कों से सजी अपनी शानदार पारी पर पूरा नियंत्रण बनाए रखा. पहले टेस्ट के दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक इस युवा बल्लेबाज ने मेजबान टीम के गेंदबाजों को खूब छकाया. उनका 9वां टेस्ट अर्धशतक 123 गेंदों में आया, जो उनके करियर का अब तक का सबसे धीमा अर्धशतक है. हालांकि, उन्होंने जिस तरह दबाव को झेलने की क्षमता और शॉट सेलेक्शन का नजारा दिखाया वह शानदार था. इस दौरान उन्होंने राहुल के साथ 172 रन की अटूट साझेदारी की. केएल राहुल 62 रन बनाकर नाबाद हैं. इस तरह भारत ने अपनी कुल बढ़त 218 रन तक पहुंचा दी.
गिलक्रिस्ट हुए मुरीद
यशस्वी की बल्लेबाजी के एडम गिलक्रिस्ट मुरीद हो गए. उन्होंने फॉक्स स्पोर्ट्स से कहा, 'वे जानते हैं कि वह काफी आक्रामक खिलाड़ी है. आईपीएल में भी धमाल मचाता है, लेकिन भारत में टेस्ट क्रिकेट में भी वह असली आक्रामक खिलाड़ी रहा है. उसने अपने करियर में बहुत कम समय में सबसे ज्यादा छक्के लगाए हैं. इसलिए भारत के लिए इतनी महत्वपूर्ण साझेदारी बनाने के लिए सोच और प्रतिबद्धता दिखाना वाकई प्रभावशाली रहा है.'
इस दिग्गज ने भी की तारीफ
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व बल्लेबाज माइक हसी ने भी यशस्वी की तारीफ की. उन्होंने कहा, 'मैं उसे ऑस्ट्रेलिया में उछाल भरी पिचों पर खेलते हुए देखना चाहता था, ताकि देख सकूं कि वह इससे कैसे निपटता है, लेकिन इस पारी से पता चलता है कि वह दुनिया भर में किसी भी परिस्थिति का सामना कर सकता है.'