टोक्यो ओलंपिक पर कोरोना वायरस का खतरा मंडरा रहा है, हालांकि अयोजकों ने कहा है कि खेल अपने तय वक्त पर होंगे.
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नई दिल्ली: इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी के अध्यक्ष थॉमस बैच ने भरोसा दिलाते हुए कहा है कि कोरोना वायरस के खतरे के बावजूद टोक्यो ओलंपिक खेल अपने तय समय पर ही होंगे. थॉमस का बयान काफी अहम माना जा रहा है क्योंकि इससे पहले आईओसी के सीनियर सदस्य डिक पाउंड ने आशंका जाहिर की थी कि अगर मई तक कोरोनावायरस का खतरा नहीं टला तो ओलंपिक खेल रद्द हो सकता है.
आईओसी इस खेल महाकुंभ को तय समय पर कराने के लिए इसलिए प्रतिबद्ध है क्योंकि जानकारी के मुताबिक, जापान सरकार ने इन खेलों पर अब तक 12.6 अरब डॉलर यानी करीब 90 हजार करोड़ रुपये खर्च कर चुका है. ये खेल अगर टलता है या रद्द हो जाता है तो ऐसे में खिलाड़ियों के करियर पर बुरा असर पड़ेगा, क्योंकि एथलीट इस आयोजन में हिस्सा लेने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं.
आंकड़ों के मुताबिक, साल 2016 से लेकर अब तक आईओसी ने टोक्यो ओलिंपिक 2020 के लिए 5.7 अरब डॉलर यानी 40 हजार 470 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जुटाया है. इस रकम का 73 फीसदी हिस्सा मीडिया राइट्स बेचने से आया है. बाकी बचे 27 फीसदी हिस्सा स्पॉन्सर्स से मिला है. अगर किसी भी वजह से खेल रद्द होते हैं तो आईओसी को यह रकम लौटानी होगी. ऐसे में आईओसी के कभी नहीं चाहेगी कि उसका इतना बड़ा आर्थिक नुकसान हो.
टोक्यो ओलिंपिक 24 जुलाई से शुरू होने हैं और जापान में कोरोना वायरस के 200 मामलों की पुष्टि हुई है. इस बीमारी से जापान में अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है. वहां के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने 2 मार्च से 12वीं क्लास तक के सभी स्कूल बंद रखने का आदेश जारी कर दिया है. ऐसे में पूरे देश में इस बीमारी को लेकर खौफ बरकरार है.