बल्लेबाजी के 'भगवान' और स्विंग के सौदागर ने आज के दिन किया था डेब्यू
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बल्लेबाजी के 'भगवान' और स्विंग के सौदागर ने आज के दिन किया था डेब्यू

1989 में पाकिस्तान के शहर कराची में 15 नवंबर को हुए टेस्ट मैच में सचिन और वकार ने अपने अपने करिअर की शुरुआत की.

पहले मैच में सचिन को वकार यूनिस ने ही आउट किया था. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली : किसी भी खेल में ऐसे मौके दुर्लभतम ही होते हैं, जब एक ही मैच में कोई दो खिलाड़ी अलग टीम से अपना करिअर शुरू करें और आगे जाकर वह अपने खेल से कामयाबी की नई परिभाषाएं गढ़ें. 1989 में पाकिस्तान के शहर कराची में 15 नवंबर को ऐसे ही टेस्ट मैच की शुरुआत हुई. सामने थीं अपनी भिड़ंत के लिए मशहूर भारत पाकिस्तान की टीमें. इस मैच में दो खिलाड़ियों ने अपने क्रिकेट करिअर की शुरुआत की. भारत की ओर से सचिन रमेश तेंदुलकर और पाकिस्तान की ओर से वकार यूनिस मैतला.

  1. 1989 में भारत पाकिस्तान टेस्ट सीरीज में शुरू किया था करिअर
  2. भारत की ओर से सचिन और पाक की ओर से वकार उतरे थे मैदान में
  3. 15 से 20 नवंबर के बीच खेला गया ये टेस्ट मैच ड्रॉ हुआ था

इन दोनों खिलाड़ियों ने अपने पहले ही मैच में ये बता दिया था कि ये लंबी रेस के घोड़े हैं. हालांकि सचिन ने पहले मैच में 24 बॉल में 18 रन बनाए. लेकिन उस मैच में सचिन के साथ खेले दूसरे खिलाड़ी कहते हैं कि उस मैच में जिस तरह की पिच थी, उसे देखते हुए सचिन का उस मैच में बल्लेबाजी करना ही बड़ी बात थी. क्योंकि सामने इमरान खान और वसीम अकरम जैसे गेंदबाज थे. मजे की बात ये है कि उनका विकेट वकार यूनिस ने ही लिया. वकार ने इस मैच में 21 ओवर की गेंदबाजी की. उन्होंने 4 विकेट लिए.

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हालांकि ये टेस्ट मैच ड्रॉ हो गया. लेकिन क्रिकेट को अनमोल खिलाड़ी मिल गए. वकार यूनिस ने अपनी गेंदबाजी से पाकिस्तान और वर्ल्ड क्रिकेट को कई ऐतिहासिक पल दिए तो सचिन तो क्रिकेट के भगवान बन गए.

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स्विंग के मास्टर वकार यूनिस ने अपने टेस्ट करिअर में 87 टेस्ट मैच खेले. अपने टेस्ट करिअर की 154 पारियों में उन्होंने 373 विकेट अपने नाम किए. वनडे क्रिकेट में वकार यूनिस ने 262 मैच खेले. इसमें उन्होंने 416 विकेट हासिल किए. जिस समय वकार ने क्रिकेट में करिअर शुरू किया, उस समय शॉर्ट और फास्ट गेंदें फेंकी जाती थीं, लेकिन वकार यूनिस ने उसमें स्विंग को शामिल कर वर्ल्ड क्रिकेट में सनसनी पैदा कर दी. एक समय दुनिया में सबसे तेज गेंद फेंकने का रिकॉर्ड वकार के नाम था.

अब बात मास्टर ब्लास्टर की. भले पहले मैच में तेंदुलकर ने कोई बड़ा कारनामा न किया हो, लेकिन उसके बाद वर्ल्ड क्रिकेट को सचिन अपनी बल्लेबाजी से नए ढंग से परिभाषित कर दिया. बल्लेबाजी का ऐसा कोई भी रिकॉर्ड नहीं है, जो उन्होंने अपने नाम न किया हो. यही कारण है कि आज जो भी बल्लेबाज नया रिकॉर्ड बनाता है, उसे सचिन से कंपेयर किया जाता है. करीब 24 साल तक क्रिकेट खेलने वाले सचिन ने 200 टेस्ट और 463 वनडे मैच खेले. उन्होंने कुल 100 शतक लगाए.

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इस क्रिकेटर के नाम 10, 20, 50 नहीं बल्कि पूरे 69 रिकॉर्ड हैं. इन रिकॉर्ड्स ने सचिन को 136 साल के क्रिकेट इतिहास में हमेशा के लिए अमर कर दिया है. खिलाड़ी से सांसद और अब गायक-अभिनेता बने पांच फुट पांच इंच के इस खिलाड़ी ने बड़े से बड़े बल्लेबाजी रिकॉर्ड को बौना साबित कर दिया.

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