विराट कोहली के 5 रन पर आउट होने पर खुद को लगा ली थी आग, मौत
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विराट कोहली के 5 रन पर आउट होने पर खुद को लगा ली थी आग, मौत

विराट कोहली 5 रन बनाकर आउट हो गए और पवेलियन लौट गए. उस वक्त मुझे लगा कि टीम हार गई तो क्या होगा?

 विराट कोहली मैच की पहली पारी में  5 रन बनाकर आउट हुए थे

नई दिल्ली: वर्नोन फिलैंडर (6-42) के नेतृत्व में अपने तेज गेंदबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम ने सोमवार को यहां खेले गए पहले टेस्ट मैच में भारत को 72 रनों से हरा दिया. न्यूलैंड्स क्रिकेट मैदान पर खेले गए तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले टेस्ट को चार दिन से भी कम समय में जीत कर दक्षिण अफ्रीका ने 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है. इस हार की खबर के साथ ही मध्य प्रदेश से भी एक दुखद खबर आई है. केपटाउन टेस्ट मैच की पहली पारी में कप्तान विराट कोहली के 5 रनों पर आउट होने से आहत होकर खुद को जिंदा जलाने वाले रिटायर्ड रेलकर्मी की इलाज के दौरान मौत हो गई. 

  1. सभी फॉर्मेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे विराट 2017 में
  2. 2017 में एक साल में सबसे ज्यादा दोहरे शतक बनाने वाले खिलाड़ी बने
  3. 2018 में दक्षिण अफ्रीका में साल की शुरुआत सबसे खराब रही

बता दें कि विराट कोहली का यह 65 वर्षीय फैन चार दिन से अस्पताल में भर्ती था. मामला मध्य प्रदेश के रतलाम जिले का है, जहां अंबेडकर नगर निवासी बाबूलाल बैरवा ने शुक्रवार रात को भारत-दक्षिण अफ्रीका के बीच चल रहे मैच के दौरान खुद को आग लगा ली थी. बताया जा रहा है कि बाबूलाल विराट कोहली के सिर्फ पांच रन बनाकर आउट होने से काफी आहत हुए थे और इसी नाराजगी में उन्होंने खुद पर कैरोसिन डालकर आग लगा ली थी. 

5 रन बनाकर पवेलियन लौटे विराट
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली मात्र पांच रन बनाकर आउट हो गए थे. विराट के आउट होने से रतलाम के एक 65 वर्षीय व्यक्ति इस कदर आहत हुए कि उन्होंने खुद को ही आग लगा ली. शुक्रवार रात भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली के आउट होने पर डीजल शेड के 65 वर्षीय सेवानिवृत्त कर्मचारी बाबूलाल बैरवा इतने आहत हो गए कि उन्होंने खुद पर कैरोसिन डालकर आग लगा ली. करीब 15 प्रतिशत झुलसने पर बाबूलाल बैरवा को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. 

विराट कोहली की पिछले 5 वर्षों में साल की सबसे खराब शुरुआत

इलाज के दौरान हुई मौत
विराट कोहली के इस फैन को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था. बैरवा का सिर, चेहरा और हाथ का कुछ हिस्सा झुलस गया था. डॉक्टरों ने बताया कि चार दिन तक चले इलाज के बाद उनकी जान नहीं बचाई जा सकी. परिजनों का कहना था, ''जिस वक्त बाबूलाल कमरे में थे, उस वक्त कमरे में कोई नहीं था. आग लगते ही परिजन उन्हें बचाने के दौड़े थे.'' परिजनों का कहना था, ''बाबूलाल को शुरू से ही मैच देखने का शौक है.'' पुलिस को भी बाबूलाल ने यही जानकारी दी है.

परिजनों और पड़ोसियों ने बुझाई थी आग 
चीख पुकार सुनकर पत्नी और अन्य परिजनों ने पड़ोसियों की मदद से आग बुझाई. इस घटना में बाबूलाल बैरवा का चेहरा, सिर और आग बुझाने के दौरान हाथ झुलस गए थे. बाबूलाल कमरे में अकेले मैच देख रहे थे और विराट के जल्दी आउट होने पर काफी परेशान हो गए थे. इसके बाद उन्होंने किचन में जाकर खुद को आग लगा ली. गलती का अहसास होने पर उन्होंने मदद के लिए आवाज लगाई. आवाज सुनकर पत्नी और पड़ोसी वहां पहुंचे और आग बुझाई गई. इसके बाद बाबूलाल को अस्तपाल ले जाया गया. 

मुझे लगा टीम हार गई तो क्या होगा? 
डीजल शेड में ग्रेड वन मैकेनिक पद पर रहे जावरा रोड निवासी बाबूलाल बैरवा ने बताया था कि, ''वह मैच देख रहे थे. उस वक्त कमरे में कोई नहीं था. थोड़ी देर बाद ही विराट 5 रन बनाकर आउट हो गए और पवेलियन लौट गए. उस वक्त मुझे लगा कि टीम हार गई तो क्या होगा?'' इसके बाद वह गुस्से में किचन में गए और कैरोसिन डालकर खुद को आग लगा ली. आग लगाने के बाद उन्हें गलती का अहसास हुआ तो उन्होंने आग बुझाने की कोशिश की, जिसमें उनके हाथ भी जल गए. 

स्विंग और पेस के आगे बेबस भारत 72 रनों से हारा 
न्यूलैंड्स क्रिकेट मैदान पर खेले गए तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले टेस्ट को चार दिन से भी कम समय में जीत कर दक्षिण अफ्रीका ने 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है. इस मैच ने तेज और उछालयुक्त गेंदों को खेलने की भारतीय बल्लेबाजों की कमजोरी को एक बार फिर उजागर कर दिया है. भारतीय गेंदबाजों ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए चौथे दिन दक्षिण अफ्रीका के 8 बल्लेबाजों को महज 65 रनों पर पवेलियन लौटाया था लेकिन भारतीय बल्लेबाज अपने साथियों की मेहनत का सम्मान नहीं कर सके. मेजबान टीम की ओर से मिले 208 रनों के लक्ष्य को हासिल करने में नाकाम रही भारतीय टीम की दूसरी पारी 135 रनों पर ही सिमट गई. 

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फिलैंडर-रबाडा के आगे भारतीय बल्लेबाजों ने टेके घुटने 
फिलैंडर के अलावा दो-दो विकेट हासिल करने वाले कगीसो रबाडा और मोर्ने मोर्कल की भी मेजबान टीम की जीत में अहम भूमिका रही. चौथे दिन न्यूलैंड्स मैदान पर कुल 64 ओवरों का खेल हुआ और 200 रन बने लेकिन सबसे अहम बात यह रही कि इस दिन 18 विकेट गिरे. इसमें भारत के 10 और मेजबान टीम के आठ विकेट शामिल हैं.

टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए दक्षिण अफ्रीका ने पहली पारी में अब्राहम डिविलियर्स (65) और कप्तान फाफ डु प्लेसिस (62) की अर्धशतकीय पारियों के दम पर 286 रनों का स्कोर खड़ा किया था. भुवनेश्वर कुमार ने सबसे अधिक चार विकेट लिए थे, वहीं रविचंद्रन अश्विन को दो सफलता मिली थी. मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह और हार्दिक पांड्या को भी एक-एक विकेट मिला था. 

हार्दिक पांड्या ने रहे दूसरे दिन के 'हीरो'
इसके बाद भारत ने अपनी पहली पारी में 209 रन बनाए. हार्दिक पांड्या ने सबसे अधिक 93 रनों की पारी खेली. इस पारी में फिलेंडर और रबादा ने तीन-तीन विकेट हासिल किए, वहीं डेल स्टेन और मोर्केल को दो-दो सफलता मिली. स्टेन चोट के कारण दूसरी पारी में गेंदबाजी नहीं कर सके लेकिन फिलेंडर, रबादा और मोर्कल की शानदार गेंदबाजी के कारण प्लेसिस को उनकी कमी बिल्कुल नहीं खली.

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गेंदबाजों का सम्मान नहीं रख पाए भारतीय बल्लेबाज 
दक्षिण अफ्रीका की दूसरी पारी भारत ने 130 रनों पर ही समेट दी थी. मेजबान टीम को सस्ते में समेटने में शमी (3-28) और बुमराह (3-39) के अलावा, भुवनेश्वर (2/33) और पांड्या (2/27) ने अहम भूमिका निभाई.

लेकिन इसके बाद भारतीय बल्लेबाजों ने बेहद निराशाजनक प्रदर्शन किया. रविचंद्रन अश्विन ने सबसे अधिक 37 रनों का योगदान दिया जबकि कप्तान कोहली ने 28 रन बनाए. भारत ने एक समय 81 रनों पर ही सात विकेट गंवा दिए थे लेकिन इसके बाद अश्विन और भुवनेश्वर ने कुछ समय तक विकेट पर टिककर भारत की हार को टाला. फिलैंडर ने इस मैच में कुल नौ विकेट हासिल किए. पहली पारी में फिलेंडर ने 23 रन भी बनाए थे. इसके अलावा उन्होंने एक कैच भी लपका. वह 'मैन ऑफ द मैच' चुने गए. दोनों टीमों के बीच दूसरा टेस्ट मैच 13 जनवरी से सेंचुरियन के सुपर स्पोर्ट पार्क में खेला जाएगा. 

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