2019 में खेल के जिन विवादों पर भारत में खूब चर्चा हुई, वे मुख्यत: क्रिकेट से जुड़े हैं. हम यहां ऐसे ही 5 विवादों का जिक्र कर रहे हैं.
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नई दिल्ली: जब कभी आप खेलने के लिए मैदान पर उतरते हैं तो मन में प्रतिस्पर्धा होती है. जीत-हार की इस कोशिश में जब रोमांच और तनाव होता है, तो फिर विवाद कैसे दूर रहे. हर साल की तरह 2019 में भी खेलों की दुनिया में खूब विवाद हुए. इन विवादों को हम दो हिस्सों में बांट सकते हैं. पहला एनबीए जैसी अमेरिकन बास्केटबॉल लीग में हुए विवाद, जो भारत में ज्यादा चर्चा में नहीं आए. दूसरे वे, जिन पर भारत में खूब चर्चा हुई. दूसरे तरह के विवाद मुख्यत: क्रिकेट से जुड़े हैं. इसलिए हम यहां पर 2019 में क्रिकेट में हुए पांच मुख्य विवादों का जिक्र कर रहे हैं.
1. इंग्लैंड बना चैंपियन और ICC को बदलना पड़ा नियम
इस साल वनडे क्रिकेट का विश्व कप खेला गया. इंग्लैंड में खेले गए आईसीसी विश्व कप का फाइनल 14 जुलाई को लंदन में हुआ. खिताबी मुकाबला इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच हुआ. फाइनल में न्यूजीलैंड के 241 रन के जवाब में इंग्लैंड ने भी इतने ही रन बनाए और मैच टाई हो गया. इसके बाद सुपर हुआ और वो भी बराबरी पर छूटा. तब मैच का नतीजा चौकों छक्कों की गिनती, यानी बाउंड्री काउंट से हुआ. आईसीसी के किसी भी टूर्नामेंट में ट्रॉफी इस नियम की जरूरत पहली बार पड़ी थी. दर्शक, तो दूर, कई क्रिकेटरों और कॉमेंटटरों को भी अंदाजा नहीं था कि विश्व कप की ट्रॉफी का निर्णय इस आधार पर होगा. और ये बात क्रिकेट प्रेमियों को हजम नहीं हुई. दुनिया भर में शोर उठा. न्यूजीलैंड के पूर्व क्रिकेटरों ने आईसीसी के इस नियम को मजाक बताया. नतीजा आईसीसी को यह नियम ही बदलना पड़ गया.
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2. एमएस धोनी के ग्लव्स पर आईसीसी की आपत्ति
तीसरा विवाद भी वर्ल्ड कप के दौरान देखने को मिला. इस बार मामला भारतीय विकेटकीपर एमएस धोनी से जुड़ा है. धोनी ने टूर्नामेंट के पहले मैच में विकेटकीपिंग के दौरान जो क्लब्स पहना, उस पर एक निशान बना था, जिसके बारे में कहा गया कि यह भारतीय सेना का निशान है. आईसीसी ने इस पर आपत्ति जताई और कहा कि यह उसकी आचार संहिता का उल्लंघन है. धोनी को कहा गया कि वे इस ग्लव्स को बाकी मैचों में ना पहनें. धोनी के पास इसका विकल्प था. वे आईसीसी के इस फैसले के खिलाफ अपील कर सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. उन्होंने अपील नहीं की और दूसरे मैच में दूसरा ग्लव्स पहनकर उतरे. धोनी के अपील ना करने के पीछे एक वजह यह भी बताई गई कि वे नहीं चाहते थे कि विश्व कप जैसे बड़े टूर्नामेंट के दौरान विवाद को लंबा खींचा जाए.
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3. कप्तान ने अपने ही खिलाड़ी से छीना बड़ा मौका
इस बार हम बात कर रहे हैं, एक ऐसे मौके की, जो कप्तान ने अपने ही खिलाड़ी से छीन लिया. मामला डेविड वॉर्नर और उनके कप्तान टिम पैन से जुड़ा है. वॉर्नर ने इस साल पाकिस्तान के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में 335 की बेमिसाल पारी खेली. डेविड वॉर्नर जब क्रीज पर थे, तब लग रहा था कि अगर वे घंटे-डेढ़ घंटे और खेल गए तो इतिहास की सबसे बड़ी पारी अपने नाम कर लेंगे. अभी 400 रन का यह रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा के नाम है, जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ यह पारी खेली थी. लेकिन ऑस्ट्रेलिया के कप्तान टिम पैन के एक फैसले ने डेविड वॉर्नर की पारी पर विराम लगा दिया. उन्होंने पारी समाप्त की घोषणा कर दी. हालांकि मैच में अभी काफी वक्त था. इसके साथ ही वॉर्नर, लारा का रिकॉर्ड नहीं तोड़ सके. यह विवाद तब और बढ़ गया, जब मैच 4 दिनों में ही खत्म हो गया. कई पूर्व क्रिकेटरों ने कहा कि टिम पैन ने पारी समाप्त की घोषणा करने में जल्दबाजी की. सोशल मीडिया में तो पैन बुरी तरह ट्रोल हो गए. ज्यादातर लोगों का कहना था कि टिम पैन ने डेविड वॉर्नर से एक बड़ा मौका छीन लिया.
4. अंबाती रायडू की किस्मत अर्श से फर्श पर
पांचवां विवाद अंबाती रायडू के सन्यास को माना जा सकता है. इस खिलाड़ी को 2019 की शुरुआत में भारत की टीम का नंबर-4 का आदर्श बल्लेबाज कहा जा रहा था. अभी साल के 100 दिन भी नहीं गुजरे थे, कि रायडू को रेस्ट दे दिया गया. चयनकर्ताओं ने कहा कि रायडू उस काम को अंजाम नहीं दे पा रहे हैं, जिसकी उनसे उम्मीद है. फिर चौथे नंबर पर ऋषभ पंत और विजय शंकर को आजमाया गया. जब विश्व कप के लिए टीम चुनी गई तो अंबाती रायडू को टीम में शामिल नहीं किया गया. उनकी जगह टीम में विजय शंकर आए. चीफ सिलेक्टर एमएसके प्रसाद ने कहा कि विजय शंकर 3डी प्लेयर हैं. इसलिए उन्हें टीम में जगह दी गई है. अंबाती रायडू ने इसका तीखा विरोध किया. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखा, जिसमें कहा कि उन्होंने 3D ग्लास मंगाया है ताकि वर्ल्ड कप देख सकें. रायडू यहीं नहीं रुके. उन्होंने कुछ ही दिन के भीतर सन्यास की भी घोषणा कर दी. इस तरह इस खिलाड़ी के इंटरनेशनल करियर का दुखद अंत हो गया. हालांकि रायडू संन्यास से वापसी करते हुए घरेलू क्रिकेट में फिर सक्रिय हो गए हैं. लेकिन अब नहीं लगता कि वे कभी भारत के लिए कोई मैच खेल पाएंगे.
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5. वर्ल्ड कप मैचों के दौरान दिखाई दिए विवादित झंडे
दूसरा विवाद भी आईसीसी वर्ल्ड कप से ही ले सकते हैं. खेलों को आमतौरपर राजनीति से अलग रखा जाता है. लेकिन इस वर्ल्ड कप के दौरान तीन ऐसे वाकये हुए जो राजनीति से प्रेरित थे. वर्ल्ड कप के मैच के दौरान स्टेडियम के ऊपर से ना सिर्फ एयरक्राफ्ट गुजरे, बल्कि इनमें ऐसे झंडे (नक्शे) लटक रहे थे, जिन पर दो देशों के बीच विवाद है. जैसे कि भारत-पाकिस्तान मैच के दौरान स्टेडियम के ऊपर से एक एयरक्रॉफ्ट गुजरा, जिस पर एक झंडे में अफगानिस्तान के नक्शे के कुछ अंश दिखाए गए थे. इस पर बलूचिस्तान से संबंधित कुछ मैसेज लिखे हुए थे, जिस पर पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच विवाद है. एक नक्शा कश्मीर विवाद पर भी था. ये वाक्ये भारत-श्रीलंका, पाकिस्तान-अफ़गानिस्तान ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड मैच के दौरान हुए. इस विवाद में खास यह है कि आईसीसी ने ऐसी किसी संभावना को रोकने के लिए निर्देश जारी किए थे. भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने इसकी चेतावनी दी थी. इन सबके बावजूद ये घटनाएं नहीं रोकी जा सकीं.