दिल्ली ने हाल में डीएलटीए में स्पेन और चेक गणराज्य की मेजबानी की है. भारत, इटली से 21 साल बाद भिड़ेगा.
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नई दिल्ली : भारत और इटली के बीच अगले साल फरवरी में डेविस कप क्वालीफायर का मुकाबला दिल्ली में हो सकता है. कुल 24 टीमें एक और दो फरवरी को नॉकआउट क्वालीफायर्स में हिस्सा लेंगी जिसमें से 12 टीमें साल के आखिर में फाइनल्स में खेलेंगी. भारतीय टीम विश्व ग्रुप प्लेआफ में सर्बिया से हार गया था, लेकिन विश्व रैंकिंग में 20वें नंबर पर होने के कारण उसके पास फाइनल्स में जगह बनाने का मौका है. इटली इस साल क्वार्टर फाइनल में हार गया था और नये प्रारूप के अनुसार 2018 के केवल चार सेमीफाइनलिस्ट तथा दो वाइल्ड कार्ड - अर्जेंटीना और ब्रिटेन - को ही सीधा प्रवेश मिलेगा.
फरवरी में होने वाले मुकाबलों के 12 विजेता और ये छह टीमें नवंबर 2019 में मैड्रिड में होने वाले 18 टीमों के फाइनल्स में हिस्सा लेंगी. एआईटीए के सूत्र ने कहा, ‘‘हाल की चर्चाओं को अनुसार दिल्ली फरवरी में इटली के खिलाफ होने वाले मुकाबले की डीएलटीए में मेजबानी कर सकता है.’’
सूत्र ने कहा कि कप्तान महेश भूपति ग्रास कोर्ट पर खेलने के इच्छुक हैं. भूपति के कार्यकाल में बढ़ोतरी किए जाने की पूरी संभावना है. सूत्र ने कहा, ‘‘लेकिन दिल्ली में ग्रास कोर्ट पर खेलना काफी खर्चीला होगा.’’ दिल्ली जिमखाना एक विकल्प हो सकता है तो एआईटीए सूत्र ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री आवास के करीब होने के कारण सुरक्षा कारणों से कई पाबंदियां होगी इसलिए यह संभव नहीं है.’’
चेन्नई का गर्म मौसम इटली की मजबूत टीम के लिए अनुकूल होगा लेकिन एक अन्य सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर कहा कि टीएनटीए अध्यक्ष विजय अमृतराज वैसे भी मेजबानी के पक्ष में नहीं हैं.
दिल्ली ने हाल में डीएलटीए में स्पेन और चेक गणराज्य की मेजबानी की है. भारत, इटली से 21 साल बाद भिड़ेगा. इन दोनों टीमों के बीच आखिरी मुकाबला 1998 में खेला गया था. तब इटली ने जेनोआ में अपनी धरती पर जीत दर्ज की थी. इटली की टीम में विश्व में 13वें नंबर के फैबियो फोगनिनी हैं, जो पिछले सप्ताह चेंगडू ओपन के फाइनल में पहुंचे थे.