दुती चंद को समलैंगिक पार्टनर ने शादी के लिए किया ब्लैकमेल, बहन ने लगाए सनसनीखेज आरोप
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दुती चंद को समलैंगिक पार्टनर ने शादी के लिए किया ब्लैकमेल, बहन ने लगाए सनसनीखेज आरोप

एशियन गेम्स की मेडल विजेता ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बहन दुती चंद की जिंदगी और प्रॉपर्टी पर खतरा मंडरा रहा है.

राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक दुती ने हाल ही में सार्वजनिक रूप से समलैंगिक रिश्ता स्वीकार किया है. (फोटो: PTI)

नई दिल्ली: समलैंगिक रिश्ते का खुलासा करने वाली भारत की सबसे तेज धाविका दुती चंद (Dutee Chand) बड़ी मुसीबत में  फंसती नजर आ रही हैं. उनके इस रिश्ते का परिवार ने विरोध करना शुरू हो गया है. दुती की बड़ी बहन ने सोमवार को कहा कि धाविका की पार्टनर पैसे और पॉपर्टी के लिए उन्हें ब्लैकमेल कर रही है.

एशियन गेम्स मेडलिस्ट सरस्वती चंद ने कहा, '' बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि दुती ने खुद यह फैसला नहीं लिया है. महिला पार्टनर और उसके परिवार की तरफ से दुती पर शादी के लिए दबाव डाला जा रहा है और उसे ब्लैकमेल किया जा रहा है. यह सब दुती के प्रॉपर्टी और धन को छीनने के लिए किया जा रहा है.''

जिंदगी और प्रॉपर्टी पर खतरा
सरस्वती ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, ''दुती को खेल से विचलित करने के लिए जाल बुना जा रहा है. उसकी जिंदगी और प्रॉपर्टी पर खतरा मंडरा रहा है, इसलिए मेरी सरकार से गुजारिश है कि उसे सुरक्षा मुहैया कराई जाए.'' पता हो कि 100 मीटर दौड़ में 11.24 सेकंड के समय के साथ राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक दुती ने हाल ही में सार्वजनिक रूप से समलैंगिक रिश्ता स्वीकार किया है.

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धाविका दुती की बड़ी बहन सरस्वती चंद.

लड़के से शादी करे या लड़की से
जब सरस्वती से यह पूछा गया कि क्या परिवार दुती के समलैंगिक संबंधों का समर्थन करता है? जवाब में बड़ी बहन सरस्वती ने कहा, ''वह वयस्क है. यह उसका फैसला है कि उसे लड़के से शादी करनी है या लड़की से. लेकिन दुती को यह सब बोलने के लिए मजबूर किया गया है, नहीं तो शादी के बारे में फैसला बाद में किया जा सकता था.''

खेल से विचलित कर रहे लोग
''वे लोग जो दुती की सफलता में भूमिका निभाने का दावा करते हैं, वे अपराधी हैं, अब वही लोग दुती का खेल से ध्यान भटकाकर उसे विवादों में फंसा रहे हैं. उसे जाल में फंसा दिया गया है. बजाए इसके कि वह 2020 के ओलंपिक और वर्ल्ड चैंपियनशिप पर ध्यान केंद्रित करे, उसे इसमें घसीटा जा रहा है. जबकि सरकार का हर विभाग दुती को खेल के लिए प्रोत्साहित करने में लगा है.''

सरस्वती का मानना है कि जब एक बच्चा उत्कृष्टता प्राप्त करता है तो परिवार के हर सदस्य को खुशी होती है. वे सामाजिक प्रतिष्ठा और लोगों से बधाइयां पाते हैं. इसके विपरीत यदि बच्चा गलत काम करता है तो सिर्फ परिवार को ही उसकी जिम्मेदारी लेनी होती है.

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