स्पेन की मुगुरुजा पहली बार बनी विंबलडन चैम्पियन, अमेरिका की दिग्गज वीनस को हराया
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स्पेन की मुगुरुजा पहली बार बनी विंबलडन चैम्पियन, अमेरिका की दिग्गज वीनस को हराया

मुगुरुजा ने बीते साल सेरेना को ही हराकर फ्रेंच ओपन खिताब जीता था. और मजेदार बात यह है कि वीनस 31 अक्टूबर, 1990 को पेशेवर टेनिस खिलाड़ी बनी थीं और उस समय स्पेनिश पिता और वेनेजुएला निवासी मां की पुत्री मुगुरुजा (जन्म : 8 अक्टूबर, 1993) की उम्र एक साल थी.

23 साल की मुगुरुजा ने सात बार की ग्रैंड स्लैम विजेता वीनस को 7-5, 6-0 से हराया. (PHOTO : Wimbledon/Twitter)

लंदन: वेनेजुएला में जन्मीं, स्विट्जरलैंड में रहने वाली और स्पेन के लिए खेलने वाली गार्बीन मुगुरुजा ने शनिवार (15 जुलाई) को अमेरिका की दिग्गज वीनस विलियम्स को हराते हुए साल के तीसरे ग्रैंड स्लैम-विंबलडन का महिला एकल खिताब जीत लिया. सेंटर कोर्ट पर खेले गए खिताबी मुकाबले में 23 साल की मुगुरुजा ने सात बार की ग्रैंड स्लैम विजेता वीनस को 7-5, 6-0 से हराया. यह उनका पहला विंबलडन खिताब है. साथ ही यह उनका दूसरा ग्रैंड स्लैम है. 2016 में मुगुरुजा ने फ्रेंच ओपन जीता था.

दूसरी ओर, 37 साल की वीनस छठी बार विंबलडन खिताब जीतने से चूक गईं. वह मुगुरुजा के सामने पूरी तरह दोयम साबित हुईं. वीनस ने दो बार अमेरिकी ओपन खिताब भी जीता है. वीनस अगर मुगुरुजा को हराने में सफल हो जातीं तो वह इतिहास कायम कर सकती थीं. वीनस की छोटी बहन सेरेना ने बीते साल 35 साल 125 दिन की उम्र में ऑस्ट्रेलियन ओपन खिताब जीतकर एक नया इतिहास कायम किया था. वीनस के पास अपनी छोटी बहन को पीछे छोड़ने का मौका था, लेकिन मुगुरुजा ने ऐसा नहीं होने दिया.

मजेदार बात यह है कि मुगुरुजा ने बीते साल सेरेना को ही हराकर फ्रेंच ओपन खिताब जीता था. और मजेदार बात यह है कि वीनस 31 अक्टूबर, 1990 को पेशेवर टेनिस खिलाड़ी बनी थीं और उस समय स्पेनिश पिता और वेनेजुएला निवासी मां की पुत्री मुगुरुजा (जन्म : 8 अक्टूबर, 1993) की उम्र एक साल थी.

पहले सेट के खेल को देखते हुए लगा कि दोनों खिलाड़ियों के बीच कड़ी टक्कर होगी. पहले सेट में वीनस थोड़ा बैकफुट पर नजर आईं थीं, लेकिन वह आसानी से हार मानने के मूड में नहीं थीं. पहले सेट में बेहतर खेल दिखाने के कारण मुगुरुजा को जीत मिली. वीनस जैसी अनुभवी खिलाड़ी कभी भी वापसी कर सकती है, यह जानते हुए मुगुरुजा ने अपने दूसरे ग्रैंड स्लैम खिताब की ओर सावधान कदम बढ़ाया. इस सेट में मुगुरुजा ने अपना श्रेष्ठ खेल दिखाते हुए पांच बार की चैम्पियन को बेदम कर दिया और अंतत: 6-0 से सेट अपने नाम विजेता बनीं.

इस मैच में मुगुरुजा ने एक एस लगाया जबकि वीनस ने तीन एस लगाए. पहले और दूसरे सर्व के आधार पर मुगुरुजा बेहतर खिलाड़ी साबित हुईँ. मुगुरुजा ने सिर्फ दो डबल फाल्ट किए जबकि वीनस ने पांच बार डबल फॉल्ट किया. विनर्स में भी वीनस (17) अपनी प्रतिद्वंद्वी (14) से आगे रहीं, लेकिन किस्मत उनके साथ नहीं थी. पूरे मैच में मुगुरुजा ने चार बार वीनस की सर्विस ब्रेक की. उनके हाथ ऐसा करने के सात मौके आए और वह चार को भुनाने में सफल रहीं . दूसरी ओर, वीनस के हाथ तीन बार सर्विस ब्रेक करने के मौके आए लेकिन वह एक बार भी ऐसा नहीं कर सकीं.

मुगुरुजा की मौजूदा कोच कोंचिटा मार्टिनेज ने ही 1994 में विम्बलडन में स्पेनिश झंडा लहराया था, जिसमें उन्होंने मार्टिना नवरातिलोवा को पराजित किया था. इस 23 वर्षीय खिलाड़ी ने जीत के बाद कहा, ‘पहला सेट कठिन था. हम दोनों के पास काफी मौके थे. लेकिन मुझे खुशी है कि मैंने मिले मौकों का फायदा उठाया.’ उन्होंने कहा, ‘दो साल पहले मैं सेरेना के खिलाफ फाइनल में हारी गयी थी और उसने मुझे कहा था कि एक दिन मैं खिताब जीतूंगी. आज अंतत: यह हो गया.’ वीनस ने कहा, ‘बधाई हो गार्बाइन. मैं जानती हूं कि तुम कितनी मेहनत की. जो चीजें सेरेना करती हैं, मैंने वही करने का अपना सर्वश्रेष्ठ करने का प्रयास किया लेकिन मुझे लगता है कि और मौके मिलेंगे.’ 

पेरिस में अपना पहला ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने के बाद मुगुरुजा के प्रदर्शन में काफी गिरावट आयी जिससे वह रैंकिंग में शीर्ष 10 से बाहर हो गयी. लेकिन उन्होंने घास पर अपनी फॉर्म में वापसी की और अब अगले हफ्ते आने वाली नयी रैंकिंग में उनका पांचवें स्थान पर पहुंचना तय है. ऑल इंग्लैंड क्लब में लगातार बूंदाबांदी से छत के नीचे फाइनल हुआ जिसे देखने के लिये रॉयल बाक्स में स्पेन के किंग जुआन कार्लोस और हालीवुड अभिनेत्री हिलेरी स्वांक बैठे थे.

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