ओलम्पिक रजत पदक विजेता पी.वी. सिंधु ने रविवार को यहां बीडब्ल्यूएफ बैडमिंटन विश्व चैम्पियनशिप-2019 के फाइनल में दुनिया की चौथे नंबर की खिलाड़ी जापान की नोजोमी ओकुहारा को हराकर चैम्पियनशिप में पहली बार स्वर्ण पदक जीत लिया.
Trending Photos
हैदराबाद, बासेल (स्विट्जरलैंड): ओलम्पिक रजत पदक विजेता पी.वी. सिंधु ने रविवार को यहां बीडब्ल्यूएफ बैडमिंटन विश्व चैम्पियनशिप-2019 के फाइनल में दुनिया की चौथे नंबर की खिलाड़ी जापान की नोजोमी ओकुहारा को हराकर चैम्पियनशिप में पहली बार स्वर्ण पदक जीत लिया. इस गोल्ड मैडल को जीतने वाली पीवी सिंधु भारत की पहली पहली महिला खिलाड़ी हैं. उन्होंने अपनी जीत मां को समर्पित की. ये जीत इसलिए भी खास है, क्योंकि 25 अगस्त को ही उनकी मां विजया जन्मदिन भी है. उन्होंने जीत के बाद गोल्ड उन्हें समर्पित करते हुए कहा- हैप्पी बर्थडे मॉम.
इधर हैदराबाद में सिंधु के घर पर जश्न का माहौल है. उनकी मां पी विजया ने कहा, हम सब बहुत खुश हैं. हम सभी को इस गोल्ड मैडल का इंतजार था. इसके लिए सिंधु ने बहुत मेहनत की थी. सिंधु की इस जीत को उनके घरवालों ने जमकर सेलिब्रेट किया.
पीवी सिंधु की इस जीत पर प्रधानमंत्री मोदी ने भी उन्हें बधाई दी. पीएम मोदी ने ट्विटर पर लिखा, आपने एक बार फिर से देश को गौरवान्वित किया.
सिंधु के घर में सभी खिलाड़ी
पीवी सिंधु का पूरा परिवार ही खेलों से जुड़ा हुआ है. उनके पिता और मां भी खिलाड़ी रह चुके हैं. सिंधु के पीवी रमना और मां पी विजया वॉलीबॉल प्लेयर रह चुके हैं. उनके पिता तो 1986 एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली टीम का हिस्सा भी रह चुके हैं. सिंधु की बहन हैंडबॉल प्लेयर है.
ओलम्पिक रजत पदक विजेता पी.वी. सिंधु ने रविवार को यहां बीडब्ल्यूएफ बैडमिंटन विश्व चैम्पियनशिप-2019 के फाइनल में दुनिया की चौथे नंबर की खिलाड़ी जापान की नोजोमी ओकुहारा को हराकर चैम्पियनशिप में पहली बार स्वर्ण पदक जीत लिया.
पहले गेम से ही सिंधु ने बनाई बढ़त
बता दें कि स्विटजरलैंड में सिंधु ने वर्ल्ड रैंकिंग में पांचवें पायदान पर काबिज सिंधु ने ओकुहारा को सीधे गेमों में 21-7, 21-7 से पराजित किया. यह मुकाबला 37 मिनट तक चला. इस जीत के साथ ही सिंधु ने ओकुहारा से खिलाफ अपना करियर रिकॉर्ड 9-7 का कर लिया है. वर्ष 2017 और 2018 में रजत तथा 2013 व 2014 में कांस्य पदक जीत चुकीं सिंधु ने पहले गेम में अच्छी शुरुआत की और 5-1 की बढ़त बना ली. भारतीय खिलाड़ी इसके बाद 12-2 से आगे हो गईं.
सिंधु ने इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा और 16-2 की लीड लेने के बाद 21-7 से पहला गेम जीत लिया. भारतीय खिलाड़ी ने 16 मिनट में पहला गेम अपने नाम किया. दूसरे गेम में सिंधु ने 2-0 की बढ़त के साथ शुरुआत करते हुए अगले कुछ मिनटों में 8-2 की लीड कायम कर ली. ओलम्पिक पदक विजेता भारतीय खिलाड़ी ने आगे भी अपने आक्रामक खेल के जरिये अंक लेना जारी रखा. सिंधु ने मुकाबले में 14-4 की शानदार बढ़त बना ली. इसके बाद उन्होंने लगातार अंक लेते हुए 21-7 से गेम और मैच समाप्त करके बीडब्ल्यूएफ बैडमिंटन विश्व चैम्पियनशिप में पहली बार स्वर्ण पदक जीत लिया.