सिडनी टेस्‍ट: गेंदबाजों ने भारत को बैकफुट पर धकेला, अब मैच बचाने की चुनौती
Advertisement

सिडनी टेस्‍ट: गेंदबाजों ने भारत को बैकफुट पर धकेला, अब मैच बचाने की चुनौती

भारत के अनुशासनहीन गेंदबाजों ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे और अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच के चौथे दिन शुक्रवार को चाय के विश्राम के बाद 213 रन लुटाये और टीम को आखिरी दिन के मुश्किल विकेट पर मैच बचाने की चुनौतीपूर्ण स्थिति में धकेल दिया।

सिडनी टेस्‍ट: गेंदबाजों ने भारत को बैकफुट पर धकेला, अब मैच बचाने की चुनौती

सिडनी : भारत के अनुशासनहीन गेंदबाजों ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे और अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच के चौथे दिन शुक्रवार को चाय के विश्राम के बाद 213 रन लुटाये और टीम को आखिरी दिन के मुश्किल विकेट पर मैच बचाने की चुनौतीपूर्ण स्थिति में धकेल दिया।

आस्ट्रेलिया ने पहली पारी 97 रन की बढ़त हासिल करने के बाद चौथे दिन का खेल समाप्त होने तक दूसरी पारी में 40 ओवरों में छह विकेट पर 251 रन बनाये और इस तरह से उसकी कुल बढ़त 348 रन हो गयी है। पूरी संभावना है कि वह कल इसी स्कोर पर पारी समाप्त घोषित करके भारत को आखिरी दिन ऐसी पिच पर मैच बचाने की चुनौती देगा जो काफी टर्न ले रही है। भारत की लचर गेंदबाजी का आलम यह था कि तेज गेंदबाज उमेश यादव ने केवल तीन ओवरों में 45 रन लुटा दिये हालांकि आर अश्विन ने 105 रन देकर चार विकेट लिये जो विदेशी सरजमीं पर उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।

भारत ने सुबह पांच विकेट पर 342 रन से आगे खेलते हुए कप्तान विराट कोहली (147) का विकेट पांचवें ओवर में गंवा दिया जिससे उस पर फालोआन का खतरा मंडराने लगा लेकिन अश्विन (50), रिद्धिमान साहा (35) और भुवनेश्वर कुमार ने प्रतिबद्धता के साथ बल्लेबाजी करते हुए टीम पर से यह खतरा टाला। अश्विन को सिडनी के विकेट से जिस तरह से मदद मिल रही थी उसे देखते हुए भारत के लिये आस्ट्रेलियाई स्पिनर नाथन लियोन के सामने मैच बचाना चुनौतीपूर्ण होगा। भारतीय बल्लेबाजों को पूरे पांचवें दिन टिके रहने के लिये अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। सिडनी में सफलतापूर्वक सर्वाधिक लक्ष्य हासिल करने का रिकार्ड आस्ट्रेलिया के नाम पर है जिसने 2006 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चार विकेट पर 288 रन बनाकर जीत दर्ज की थी। मेहमान टीम के रिकार्ड की बात करें तो इंग्लैंड ने एक सदी से अधिक समय पहले 1903 में 194 रन का लक्ष्य सफलतापूर्वक हासिल किया था।

आस्ट्रेलिया की निगाह अब निश्चित तौर पर श्रृंखला 3-0 से जीतने पर टिकी होगी। उसके बल्लेबाजों ने दूसरी पारी में शुरू से ही भारतीय गेंदबाजों को निशाना बनाया। अश्विन ने भले ही चार विकेट लिये लेकिन इससे ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ा क्योंकि कप्तान स्टीवन स्मिथ (71) ने फिर से दिलकश स्ट्रोकों से भरी जबर्दस्त पारी खेली। डेविड वार्नर (4) के जल्दी आउट होने के बाद क्रिस रोजर्स (56) ने उनका अच्छा साथ दिया। जो बर्न्‍स (66) और ब्रैड हैडिन (नाबाद 31) स्मिथ की राह पर चलते हुए भारतीय गेंदबाजों की जमकर धुनाई की और मनमाफिक चौके व छक्के जड़े। दिन के आखिरी सत्र में शेन वाटसन (16) को चाय के विश्राम के बाद दूसरे ओवर में ही अश्विन ने बोल्ड कर दिया। इससे पहले साहा उन्हें रन आउट करने से चूक गये थे लेकिन तीसरे सत्र के शुरू में ही वह अश्विन की गेंद विकेटों पर खेल गये। इससे स्मिथ क्रीज पर उतरे और उन्होंने रोजर्स के साथ मिलकर 15.4 ओवरों में तीसरे विकेट के लिये 80 रन की साझेदारी की। इस दौरान रन गति पांच रन प्रति ओवर से कम नहीं रही। स्मिथ ने केवल 44 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया जो उनका कुल दसवां अर्धशतक है।

इस दौरान वह भारत के खिलाफ सर्वाधिक रन बनाने के सर डान ब्रैडमैन (1947-48 में 715 रन) का रिकार्ड तोड़ने में सफल रहे। रोजर्स ने भी 72 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया। यह उनका लगातार छठा और कुल दसवां अर्धशतक है। उन्होंने इसके बाद भुवनेश्वर की गेंद पर पुल करने के प्रयास में कैच दिया। अश्विन ने शान मार्श (एक) को स्लिप में कैच कराया और इसके बाद मोहम्मद शमी ने स्मिथ को पगबाधा आउट किया। इससे पहले अश्विन और भुवनेश्वर ने आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी और आठवें विकेट के लिये 50 रन जोड़े। ये दोनों जब आस्ट्रेलियाई बढ़त को कम कर रहे थे तब भुवनेश्वर को नाथन लियोन (123 रन देकर दो विकेट) की गेंद पर पहली स्लिप में कैच आउट दे दिया गया। लग रहा था कि गेंद कैच होने से पहले जमीन पर लगी थी लेकिन तीसरे अंपायर स्टीवन फ्राई ने उन्हें आउट दे दिया। इसके पांच ओवर बाद मिशेल स्टार्क (106 रन देकर तीन विकेट) ने अश्विन को विकेट के पीछे कैच कराया लेकिन इससे पहले वह टेस्ट मैचों में अपना चौथा अर्धशतक पूरा करने में सफल रहे। रेयान हैरिस (96 रन देकर दो विकेट) ने उमेश यादव को विकेटकीपर हैडिन के हाथों कैच कराकर भारतीय पारी का अंत किया। मोहम्मद शमी ने नाबाद 16 रन बनाये।

भारत ने सुबह सुबह के सत्र में कोहली और साहा के विकेट गंवाये। कोहली अपने कल के स्कोर में केवल सात रन जोड़ पाये। उन्होंने सुबह पांचवें ओवर में रेयान हैरिस की गेंद पर मिडविकेट पर रोजर्स को कैच दिया। कोहली और साहा ने छठे विकेट के लिये 60 रन की साझेदारी की। अश्विन ने इसके बाद ठोस बल्लेबाजी की और साहा के साथ सातवें विकेट के लिये 31 रन जोड़े। उन्होंने इस बीच फालोआन भी बचाया। साहा ने अच्छी संयमित पारी खेली। जोश हेजलवुड की शार्ट पिच गेंद उनके दस्ताने को चूमती हुई पहली स्लिप में खड़े स्मिथ के पास पहुंची। तीसरे दिन दो कैच टपकाने वाले स्मिथ ने आज कोई गलती नहीं की।

Trending news