IPL match fixing planning: आईपीएल 2019 में हुई मैच फिक्सिंग का पूरा काला सच सामने आ चुका है. इस बात का खुलासा हो चुका है कि फिक्सिंग रैकेट पाकिस्तान से कैसे चलाया जा रहा था.
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IPL Match Fixing: आईपीएल (IPL) में एक बार फिर से फिक्सिंग की खबरें तेजी से सामने आ रही हैं. फिक्सिंग की वजह से पहले भी ये लीग शर्मसार हो चुकी है और अब फिर एक बार ऐसा ही कुछ सामने आया है. यहां तक कि आईपीएल में पाकिस्तान तक का कनेक्शन बताया जा रहा है. लेकिन दुनिया की सबसे बड़ी लीग पर फिरसे फिक्सिंग का दाग लगा कैसे? इसी सवाल का जवाब हम आपको अपनी इस रिपोर्ट में देने जा रहे हैं.
क्रिकेट में होने वाली सट्टेबाजी ने एक बार फिर इस जेंटलमैन गेम पर दाग लगा दिया है. हैरानी की बात ये है कि इस बार IPL मैच में होने वाली सट्टेबाजी का आरोप देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई ने लगाए है. सीबीआई ने इस मामले में दो एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. दरअसल सीबीआई को अपने सोर्स से जानकारी मिली थी कि आईपीएल में सट्टेबाजी का एक बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है जिसमे कुछ पाकिस्तानी बुकी शामिल है. जिन्होंने सट्टा लगाने के लिए कई फर्जी ID के जरिये KYC कराकर बैंक अकाउंट भी खोल रखे है.
इन अकाउंट का इस्तेमाल बैटिंग करने के लिए किया जा रहा था. विदेशों में बैठे लोग बैटिंग रैकेट के जरिए हवाला ट्रांसजेंकशन भी कर रहे हैं. सीबीआई ने अपनी एफआईआर में राजस्थान के जोधपुर के रहनेवाले सज्जन सिंह, जयपुर के प्रभु मीना, राम अवतार और अमित शर्मा को आरोपी बनाया है. इनकी मदद करने के आरोप में सीबीआई ने कुछ सरकारी कर्मचारियों को भी आरोपी बनाया है. जिन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करके आरोपियो को मदद पहुंचाकर उनसे फायदा उठाया है. इस पूरे सिंडिकेट में एक पाकिस्तानी संदिग्ध भी है जिसके साथ ये सब लोग एक नंबर 9233222222****से जुड़े हुए थे.
सज्जन सिंह यूके पंजाब नेशनल बैंक, SBI, बैंकों में ट्रांसजेंकशन कर रहा था. सीबीआई ने सज्जन सिंह के अकाउंट में साल 2010 से 2019 तक 33 लाख का लेनदेन पाया. तो वहीं राम अवतार के बैंक में 2012 से लेकर 2018 तक 45 लाख का लेनदेन पाया गया. सीबीआई के मुताबिक दिल्ली रोहिणी का रहने वाला दिलीप कुमार , हैदराबाद के गौतम सतीश, कुर्रम बासु के अलावा कुछ अज्ञात लोग पाकिस्तानी बुकी बकार मलिक के सम्पर्क में थे, जो पाकिस्तानी नंबर 92322789****इस्तेमाल कर रहा था, ये सभी बुकी एक बड़े सिंडिकेट का हिस्सा हैं और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, आईसीआईसीआई और अन्य बैंकों के अकाउंट का इस्तेमाल कर रहे थे. सीबीआई को इन सभी बैंक अकाउंट में लाखों के लेनदेन का पता चला हैं.
सीबीआई को अबतक की अपनी जांच में पता चला कि आईपीएल के मैच में एक फोन कॉल पाकिस्तान से आती थी जिसके बाद सभी सटोरिए उस कॉल से जुड़ जाते थे और आईपीएल के मैचों में जमकर सट्टा खेला जाता था. अभी तक सीबीआई ने सट्टे में लगाए गए 10 करोड़ रुपए का पता लगा लिया है.