जानिए राजस्थान को हरा कर पंजाब ने कैसे बदला प्लेऑफ का गणित
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जानिए राजस्थान को हरा कर पंजाब ने कैसे बदला प्लेऑफ का गणित

आईपीएल में प्लेऑफ में पहुंचने के लिए अंक तालिका में टीमों की उठाटक जारी है. हाल ही में दिल्ली के बाद अब पंजाब ने भी दो कदम ऊपर उठ कर अंक तालिका को रोचक बना दिया है. उतार चढ़ाव का यह सिलसिला अभी आगे भी चलने की पूरी उम्मीद है. 

राजस्थान के खिलाफ पंजाब की जीत उसका मनोबल बढ़ाने वाली होगी. (फोटो IANS)

नई दिल्ली: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में जैसे जैसे मैच होते चले जा रहे हैं, प्लेऑफ में पहुंचने के लिए अंक तालिका का गणित रोचक होता जा रहा है. एमएस धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई की टीम टॉप पर है, लेकिन तालिका में दूसरे तीसरे और चौथे स्थान के लिए उठापटक चल रही है. मंगलवार को राजस्थान और पंजाब के बीच हुए मैच के बाद पंजाब ने अंक तालिका में एक है. इससे पहले दिल्ली ने भी इसी तरह से छलांग लगाई थी. 

यह हाल था पंजाब का मैच से पहले
इस मैच से पहले अंक तालिका में पंजाब की स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी. पंजाब ने 8 मैचों में चार अंक थे. टीम इस मैच से पहले 5वें स्थान पर थी. राजस्थान के खिलाफ मैच में जीत पंजाब को एक बेहतर स्थिति में ला सकती थी. इस मैच में पंजाब के कप्तान आर अश्विन ने गेंद और बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया. अश्विन ने पंजाब की पारी में आखिरी दो गेंदों पर छक्का मार कर टीम को एक बड़ा स्कोर बनाने में मदद की.

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नेट रन रेट बेहतर होता तो दूसरे स्थान पर होता पंजाब
नेट रन रेट कम होने के कारण पंजाब की टीम कोलकाता के समान अंक होने के कारण उससे पीछे थी. मैच में 183 रनों का पीछा करते हुए राजस्थान की टीम ने भी बढ़िया शुरुआत की, लेकिन अश्विन की गेंदबाजी से टीम ने मैच में वापसी की और दबाव अंत तक बनाए रखा जिसे टीम 12 रन से जीत सकी. अब इस जीत से उसके 10 अंक हो गए हैं और उसके दिल्ली और मुंबई के बराबर अंक हो गए हैं. हालांकि उसका नेट रन रेट अभी -0.015 ही है जिसकी वजह से वह चौथे स्थान पर ही है. 

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अब चौथा स्थान कायम रखना मुश्किल
पंजाब की टीम ने अब तक 9 मैच खेले हैं, वहीं उससे बेहतर स्थिति में दिल्ली और मुंबई के अब तक 8-8 मैच ही हुए हैं और वे नेट रनरेट में पंजाब से बेहतर हैं. पंजाब से नीचे, पांचवे स्थान पर कोलकाता की टीम है जिसने भी अभी केवल 8 मैच खेले हैं. उसका नेट रन रेट +0.350 है जो पंजाब से काफी बेहतर है. पंजाब की 12 रनों की जीत ( जो कि आखिरी दो गेंदों पर अश्विन के लगाए छक्कों के बराबर रही) ने टीम का मनोबल काफी बढ़ाया होगा जो कि उसे आगे के मैच में मदद करेगा.

हैदराबाद भी छठे स्थान से उछल कर छोड़ सकती है पीछे 
हैदाराबाद के फिलहाल केवल 6 अंक हैं, लेकिन अभी तक उसने केवल 7 ही मैच खेले हैं. लेकिन उसके साथ सबसे बढ़िया बात यह है कि उसका नेट रनरेट +0.409 इस मामले में वह केवल दिल्ली से पीछे है. अगर दो मैचों में हैदराबाद जीत हासिल करती है तो वह पंजाब को पीछे छोड़ देगी इतना तय है, लेकिन उसके लिए यह आसान नहीं होगा. 

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तो क्या पंजाब की स्थिति खराब है
खराब तो नहीं, लेकिन बहुत अच्छी भी नहीं है. पंजाब को अब टॉप चार में आने (या बने रहने) के लिए न केवल अपने बाकी मैच जीतने होंगे बल्कि अपना नेट रनरेट भी बहुत बेहतर करना होगा. इसके अलावा अब उसे बाकी टीमों के केल्क्युलेशन्स पर भी नजर रखनी होगी. इन सबके बावजूद पंजाब के हाल बुरे या कठिन नहीं है जितने कि राजस्थान और लगभग बाहर हो चुकी बेगलुरू के हैं. 

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