किदाम्बी श्रीकांत ने रचा इतिहास, दुनिया के नंबर वन बैडमिंटन खिलाड़ी
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किदाम्बी श्रीकांत ने रचा इतिहास, दुनिया के नंबर वन बैडमिंटन खिलाड़ी

महिला रैंकिंग में भारत की पीवी सिंधु 78824 अंकों के साथ तीसरे पायदान पर हैं. 

बैडमिंटन : वर्ल्ड नंबर-1 पुरुष एकल खिलाड़ी बने भारत के श्रीकांत (PIC : PTI)

गोल्ड कोस्ट : ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में जारी 21वें राष्ट्रमंडल खेलों में शानदार प्रदर्शन कर रहे भारत के बैडमिंटन खिलाड़ी किदाम्बी श्रीकांत गुरुवार को विश्व बैडमिंटन संघ (बीडब्ल्यूएफ) द्वारा जारी ताजा वैश्विक रैंकिंग में पहले पायदान पर पहुंच गए हैं. श्रीकांत पुरुषों के एकल वर्ग में शीर्ष पायदान पर पहुंचने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी हैं. अब तक केवल साइना नेहवाल ही वर्ल्ड रैंकिंग में पहले पायदान पर पहुंचने में कामयाब हो पाई है. नेहवाल ने 2015 में वर्ल्ड रैंकिंग में पहले पायदान पर कब्जा किया था.  

पिछले वर्ष 25 वर्षीय श्रीकांत चोटिल होने के कारण वर्ल्ड रैंकिंग में पहले पायदान पर नहीं पहुंच पाए थे. शीर्ष पायदान पर पहुंचने वाले बीडब्ल्यूएफ की मौजूदा रैंकिंग में श्रीकांत के कुल 76895 अंक हैं. डेनमार्क के विक्टर एलेक्सन 75470 अंकों के साथ दूसरे पायदान पर खिसक गए हैं. 

मलेशिया के ली चोंग वी और चीन के लिन डैन को एक-एक पायदान का नुकसान उठाना पड़ा है. वी सातवें जबकि डैन आठवें पायदान पर पहुंच गए हैं. 

गौरतलब है कि श्रीकांत ने वर्ष 2017 में चार सुपर सीरीज खिताब जीते थे. उन्होंने इंडोनेशिया, ऑस्ट्रेलिया, डेनमार्क, फ्रैंच ओपन के खिताब अपने नाम किया था. उनसे पहले सिर्फ तीन खिलाड़ी ही यह मुकाम हासिल कर पाए थे. 2 नवंबर 2017 को वह दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी भी बने थे. 

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कंप्यूराइज्ड रैंकिंग सिस्टम लागू होने से पहले भारत के दिग्गज बैडमिंटन खिलाड़ी प्रकाश पादुकोण 1980 में टॉप के तीन टूर्नमेंट जीतकर पहले नंबर के खिलाड़ी बने थे. महिलाओं के वर्ग में साइना नेहवाल मार्च 2015 में दुनिया की पहले नंबर की खिलाड़ी बन चुकी हैं. 

श्रीकांत ने यह उपलब्धि पिछले साल के अपने शानदार प्रदर्शन के बाद हासिल की और उन्हें पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया था. गोपीचंद एकेडमी में प्रशिक्षण पाने वाले श्रीकांत ने कहा, ‘‘मैं पहली बार विश्व नंबर एक बनने और प्रकाश सर के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाला पहला भारतीय पुरूष बनने पर निश्चित रूप से खुश हूं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह गोपी सर, मेरे परिवार, मेरे दूसरे कोच एवं सहयोगी स्टाफ, मेरी टीम गोस्पोट्र्स फाउंडेशन, मेरे प्रायोजकों और इन तमाम वर्षों में मुझमें विश्वास दिखाने वाले हर इंसान की कड़ी मेहनत का परिचायक है.’’ 

मौजूदा विश्व चैंपियन विक्टर एक्सेलसेन चोट के कारण बैडमिंटन से दूर रहे और पिछला साल अप्रैल में जीता गया अपना मलेशिया ओपन का खिताब बरकरार रखने में नाकाम रहे और इसके बाद दूसरे स्थान पर खिसक गए. इस साल मलेशिया ओपन राष्ट्रमंडल खेलों के कारण आगे खिसका दिया गया है. 

विक्टर को जनवरी में टखने की चोट के कारण इंडोनेशिया मास्टर्स से बीच में ही हटना पड़ा था और इसके बाद वह इंडिया ओपन , ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप , यूरोपियन चैंपियनशिप में भी नहीं खेल पाए. बैडमिंटन कोर्ट से दूर रहने के कारण उन्होंने अपने कुल 77,130 अंकों में से 1,660 अंक गंवा दिए जिससे उनके अंक 75,470 हो गए जबकि श्रीकांत ने कुल 76,895 अंकों के साथ पहला स्थान हासिल कर लिया. 

पिछले साल इंडोनेशिया, ऑस्ट्रेलिया, डेनमार्क और फ्रांस में एक के बाद एक चार खिताब जीतकर रैंकिंग में इतने ऊपर आए. उन्होंने मौजूदा राष्ट्रमंडल खेलों में मलेशिया के महान बैडमिंटन खिलाड़ी ली चोंग वेई को सीधे गेम में हराकर भारत को मिश्रित टीम का स्वर्ण पदक भी दिलाया. 

इस 25 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा, ‘‘यह एक शानदार साल रहा लेकिन मेरे और भी कई लक्ष्य हैं एवं इस समय मेरा ध्यान बड़ी प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन करने तथा और उपलब्धियां हासिल करने पर है. राष्ट्रमंडल खेल चल रहे हैं और इस साल एशियाई खेल भी हैं. ’’ 

2014 में बैडमिंटन के महानतम खिलाड़ी लिन डैन को हराकर चाइना ओपन का खिताब जीतने वाले श्रीकांत ने कहा, ‘‘मेरा लक्ष्य दो साल के बाद तोक्यो ओलंपिक में देश के लिए गौरव हासिल करना भी है. मैं मुझमें विश्वास करने के लिए सबका आभार जताता हूं और उम्मीद करता हूं कि और भी भारतीय उत्कृष्टता की तरफ बढ़ने की अपनी कोशिश जारी रखेंगे.’’ 

भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआई) के अध्यक्ष हेमंत विश्व सरमा ने श्रीकांत की तारीफ करते हुए कहा, ‘‘यह भारतीय बैडमिंटन के लिए शानदार है और मेरा मानना है कि श्रीकांत की बेहतरीन उपलब्धि से दूसरे खिलाड़ी अच्छे प्रदर्शन और रैंकिंग में ऊपर जाने का लक्ष्य बनाने के लिए प्रेरित होंगे. ’’ 

उन्होंने कहा, ‘‘मैं उन्हें बधाई देना चाहूंगा और विश्वास करता हूं कि वह आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करते रहेंगे.’’ दूसरे भारतीयों में ओलंपिक रजत पदक विजेता पी वी सिंधु इस समय तीसरे स्थान पर जबकि साइना नेहवाल 12 वें स्थान पर हैं. वहीं, एच एस प्रणय एक पायदान का सुधार करते हुए 11 वें स्थान पर पहुंच गए हैं. 

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