गेंदबाजी के इस नए तरीके ने दी तेज़ गेंदबाजों को धार, जानिए क्या है राज
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गेंदबाजी के इस नए तरीके ने दी तेज़ गेंदबाजों को धार, जानिए क्या है राज

गेंदबाजी के इस नए तरीके ने दी तेज़ गेंदबाजों को धार (फोटो साभारः Getty Images)

नई दिल्लीः आईपीएल-10 में बल्लेबाज गेंदबाजों पर पहले की तरह हावी नहीं हो पा रहे हैं और फास्ट बॉलिंग का दौरा फिर से क्रिकेट में वापसी कर रहा है. इसका उदाहरण है कि आईपीएल 10 के टॉप-4 गेंदबाजों में तीन तेज गेंदबाज हैं. जिस एक हुनर या वेरिएशन ने इस बार तेज गेंदबाजी को बढ़ावा मिला है, वह है नकल (Knuckle) बॉल. नकल बॉल गेंद फेंकनें की एक विधा है जिसे कुछ चुनिंदा गेंदबाज ही कर पाते है. गेंदबाजों की सूची में चोटी पर मौजूद सनराइजर्स हैदराबाद के भुवनेश्वर कुमार ने अपने 20 में से 12 विकेट इसी नकल बॉल पर लिए हैं.

चौथे नंबर पर मौजूद गुजरात लायंस के एंड्रयू टाई ने 6 मैचों में ही 12 विकेट लिए और इनमें से 10 विकेट उन्होंने नकल बॉल पर हासिल किए. नकल बॉल के महारथी भुवनेश्वर और टाई ही दो ऐसे गेंदबाज हैं, जिन्होंने आईपीएल-10 में एक मैच में पांच विकेट लेने का कारनामा किया है. कुल मिलाकर पहले 39 मैच में 415 विकेट गेंदबाजों को मिले हैं. इनमें से 63 यानी 15 प्रतिशत विकेट नकल बॉल पर गिरे हैं.

आखिर क्या है ये 'नकल बॉल'

ये गेंद क्रिकेट की नहीं बल्कि चर्चित अमेरिकी खेल बेसबॉल की देन है. वहां गिने-चुने कुछ ऐसे पिचर्स (गेंद फेंकने वाले खिलाड़ी) हैं जो इस गेंद को करने में माहिर हैं. 'नकल' यानी अंगुलियों के जोड़. नाम से तो लगता है कि इसे उस गेंद को कहते होंगे जो नकल के उपयोग से फेंकी जाती हो लेकिन ऐसा है नहीं. दरअसल, इस गेंद को गेंदबाज अपनी अंगुलियों के अंतिम छोर से पकड़कर फेंकते हैं.

इस डिलीवरी की खास बात ये है कि ये गेंद हवा में घूमती हुई नजर नहीं आएगी, बल्कि किसी एक दिशा में बिना हरकत के बिलकुल सीधी जाती नजर आएगी. ठीक किसी पत्थर के गिरने जैसा प्रभाव. बाउंस के बाद ये गेंद हवा के दबाव और गेंदबाज के जोर को देखते हुए किसी भी दिशा में रुख कर सकती है. बल्लेबाजों के लिए इस गेंद पर शॉट का चयन करना बेहद मुश्किल होता जा रहा है.

आइपीएल -10 में ये धुरंधर 'नकल बॉल' चौंका रहे हैं

आज आइपीएल में तीन ऐसे गेंदबाज हैं जो समय-समय पर इसका इस्तेमाल करके बल्लेबाजों को परेशान कर रहे हैं. 

एंड्रयू टाइ (गुजरात लायंस)

इनमें सबसे ऊपर नाम आता है गुजरात लायंस के ऑस्ट्रेलियाई धुरंधर एंड्रयू टाइ का जिन्होंने आइपीएल के अपने पहले ही मैच में हैट्रिक ले ली थी. उस मैच के अंतिम ओवर में जब दो लगातार गेंदों पर वो विकेट ले चुके थे तब तीसरी गेंद पर शर्दुल ठाकुर को उन्होंने नकल बॉल से ही बोल्ड किया था. टाइ के मुताबिक वो पिछले 4-5 सालों से इस गेंद पर महारथ हासिल करने का प्रयास कर रहे हैं. 

भुवनेश्वर कुमार  (सनराइजर्स हैदराबाद)

उनके अलावा मौजूदा सीजन में जबरदस्त प्रदर्शन कर रहे भारतीय गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने भी पंजाब के खिलाफ 84 रन बनाकर खेल रहे शॉन मार्श को आउट करके जब खतरा टाला था, तब वो भी एक नकल बॉल ही थी।

सिद्धार्थ कौल  (सनराइजर्स हैदराबाद) 

हैदराबाद के 26 वर्षीय गेंदबाज सिद्धार्थ कौल (फोटो में) ने रविवार रात गंभीर को नकल बॉल पर ही आउट किया और वो भी कई मौकों पर इसको आजमाते नजर आ रहे हैं। देखना दिलचस्प होगा कि क्या ये गेंद भी 'दूसरा' की तरह गायब हो जाती है या आने वाले समय में गेंदबाजों का सबसे बड़ा हथियार बनती है.

जहीर खान (दिल्ली डेयरडेविल्स)

दिल्ली डेयरडेविल्स के मौजूदा कप्तान व पूर्व भारतीय पेसर जहीर खान पिछले कई सालों से इस तरह की गेंदबाजी की इस विधा का प्रयोग कर रहे है. आईसीसी वर्ल्डकप 2011 में उन्होंने गेंदबाजी के इस अनोखी शैली का उपयोग किया था. 

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