मेस्सी और रोनाल्डो के मैच देखकर सीखी आक्रामकता: आकाशदीप
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मेस्सी और रोनाल्डो के मैच देखकर सीखी आक्रामकता: आकाशदीप

हॉकी के मैदान पर अपने आक्रामक तेवरों की छाप छोड़ने वाले आकाशदीप सिंह ने यह आक्रामकता अपने पसंदीदा फुटबालरों लियोनेल मेस्सी और क्रिस्टियानो रोनाल्डो से सीखी है और हॉकी इंडिया लीग की नीलामी में सबसे महंगे बिके इस भारतीय फॉरवर्ड को यकीन है कि रियो ओलंपिक में उनकी मेहनत रंग लायेगी।

मेस्सी और रोनाल्डो के मैच देखकर सीखी आक्रामकता: आकाशदीप

नई दिल्ली : हॉकी के मैदान पर अपने आक्रामक तेवरों की छाप छोड़ने वाले आकाशदीप सिंह ने यह आक्रामकता अपने पसंदीदा फुटबालरों लियोनेल मेस्सी और क्रिस्टियानो रोनाल्डो से सीखी है और हॉकी इंडिया लीग की नीलामी में सबसे महंगे बिके इस भारतीय फॉरवर्ड को यकीन है कि रियो ओलंपिक में उनकी मेहनत रंग लायेगी।

हॉकी इंडिया लीग की नीलामी में 23 साल के आकाशदीप सिंह को यूपी विजार्डस ने 84000 डॉलर (करीब 55 लाख रुपये) में खरीदा। दबंग मुंबई और रांची रेज भी उन्हें खरीदने की होड़ में शामिल थे लेकिन बाजी यूपी ने मारी और आकाशदीप नीलामी में सबसे महंगे बिकने वाले भारतीय खिलाड़ी बने।

तीन साल पहले सीनियर टीम में पदार्पण करने वाले अमृतसर के इस युवा स्ट्राइकर ने कहा, ‘मुझे उम्मीद नहीं थी कि इतने दाम मिलेंगे लेकिन यह अच्छा है कि हॉकी में भी खिलाड़ियों को पैसा मिल रहा है और लीग से खेल लोकप्रिय भी हो रहा है।’ उन्होंने कहा, ‘पैसा से ज्यादा महत्वपूर्ण यह है कि जैमी ड्वायेर, मौरित्ज फुएत्र्से, फ्लोरियन फुश जैसे बड़े खिलाड़ियों के साथ खेलने से बहुत कुछ सीखने को मिलता है। पिछले कुछ अर्से में एशियाई खेलों, राष्ट्रमंडल खेल और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ श्रृंखला में भारत ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और उसका श्रेय कुछ हद तक एचआईएल को भी जाता है।’ एक मैदानी गोल को दो गिनने के लीग के नये नियम के कारण इस बार नीलामी में स्ट्राइकर पेनल्टी कॉर्नर विशेषज्ञों पर भारी रहे। जहां तक आक्रामकता की बात है तो आकाशदीप ने यह गुर अपने पसंदीदा फुटबालरों बार्सीलोना के मेस्सी और रीयाल मैड्रिड के रोनाल्डो से सीखा है।

आकाशदीप ने कहा, ‘मैं फुटबाल के मैच बहुत देखता हूं। मेस्सी और रोनाल्डो के मैचों से मुझे बहुत कुछ सीखने को मिलता है। मैदान पर कैसे फैसले होने चाहिये और तेवर कैसे रहने चाहिये वगैरह। मैंने उनसे आक्रामक खेल दिखाना सीखा है।’ उन्होंने कहा, ‘इनके अलावा भारतीय टीम के साथ खेलते समय सरदार सिंह, गुरबाज सिंह और गुरविंदर सिंह चांडी से बहुत कुछ सीखा है।’ उन्होंने कहा कि एचआईएल के नये नियमों से स्ट्राइकरों को अपना खेल बेहतर करने में मदद मिलेगी।

उन्होंने कहा, ‘आधुनिक हॉकी में पेनल्टी कॉर्नर पर जोर बहुत बढ़ा है जिससे मैदानी गोल कम होते जा रहे हैं लेकिन इस नियम से स्ट्राइकरों को तवज्जो मिलेगी और उन्हें भी अपना कौशल निखारने का मौका मिलेगा।’ अगले साल होने वाले रियो ओलंपिक के लिये तैयारी बेहतर बताते हुए आकाशदीप ने कहा कि दिसंबर में रायपुर में होने वाले विश्व हॉकी लीग फाइनल्स में भारतीय टीम को खुद को आंकने का मौका मिलेगा जिसमें दुनिया की शीर्ष टीमें खेल रही हैं।
उन्होंने कहा, ‘ओलंपिक में अभी समय है। उससे पहले हमारा फोकस विश्व हॉकी की लीग फाइनल्स पर है जिसमें दुनिया की शीर्ष टीमें खेल रही है। हमारी तैयारी अच्छी चल रही है और उम्मीद है कि यह मेहनत रंग लायेगी। हमारी फिटनेस का स्तर बहुत बेहतर हुआ है। आक्रामक गोल स्कोरिंग और पेनल्टी कॉर्नर पर मेहनत करनी होगी जो हम कर रहे हैं।’

 

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