Davis Cup: इस्लामाबाद में भारत और पाकिस्तान की होगी भिड़ंत, कड़ाके की ठंड में प्रैक्टिस कैंप
Davis Cup 2024: भारत और पाकिस्तान के बीच किसी भी मैदान पर, किसी भी खेल में भिड़ंत हो, दोनों देशों के फैंस का रोमांच चरम पर होता है. अब इस्लामाबाद में भारत और पाकिस्तान की टेनिस टीमें आमने-सामने होंगी.
Davis Cup 2024: भारत और पाकिस्तान के बीच किसी भी मैदान पर, किसी भी खेल में भिड़ंत हो, दोनों देशों के फैंस का रोमांच चरम पर होता है. अब इस्लामाबाद में भारत और पाकिस्तान की टेनिस टीमें आमने-सामने होंगी. इसके लिए दिल्ली में कड़ाके की ठंड के बीच भारतीय डेविस कप टीम का प्रैक्टिस कैंप लग गया है.
कड़ाके की ठंड में तैयारी
भारत की डेविस कप टीम ने पाकिस्तान के खिलाफ ग्रास कोर्ट पर खेले जाने वाले आगामी डेविस कप मुकाबले के लिए दिल्ली में कड़ाके की ठंड में आयोजित कैंप में तैयारी शुरू कर दी है. इस प्रैक्टिस कैंप में टीम का ध्यान अभ्यास के साथ दूसरे सिंगल्स मुकाबले को खेलने वाले खिलाड़ी को तय करने पर होगा.
3 और 4 फरवरी को मुकाबला
देश के शीर्ष एकल खिलाड़ी सुमित नागल (137वीं रैंकिंग) और शशिकुमार मुकुंद (463वीं रैंकिंग) ने इस्लामाबाद में 3 और 4 फरवरी को होने वाले मुकाबले से अपना नाम वापस ले लिया है. उनकी अनुपस्थिति का मतलब है कि रामकुमार रामनाथन टीम में एकमात्र सिंगल्स स्पेशलिस्ट प्लेयर हैं. कप्तान रोहित राजपाल को दूसरा सिंगल्स मैच खेलने के लिए युकी भांबरी और एन श्रीराम बालाजी में से किसी एक को चुनना होगा.
निकी पुनाचा भी एक ऑप्शन
एटीपी युगल रैंकिंग में 61 वें स्थान पर काबिज भांबरी टीम के सर्वोच्च रैंकिंग वाले खिलाड़ी हैं. उनका डबल्स मैच में खेलना लगभग निश्चित है. भारत के सर्वश्रेष्ठ युगल खिलाड़ी अनुभवी रोहन बोपन्ना (Rohan Bopanna) ने डेविस कप से संन्यास ले लिया है. टीम के पास निकी पुनाचा भी एक ऑप्शन हैं लेकिन उनकी रैंकिंग 783 है. टीम उन्हें सिंगल्स में उतारने के जोखिम से बचना चाहेगी.
अभ्यास सत्र में दिखे रामकुमार, पूनाचा और साकेत माइनेनी
युकी भांबरी और बालाजी दोनों ने ऑस्ट्रेलियाई ओपन में प्रतिस्पर्धा करने के बाद सीधे मेलबर्न से यात्रा की और एक दिन की छुट्टी ली. रामकुमार, पूनाचा और साकेत माइनेनी ने ढाई घंटे तक चले हल्के अभ्यास सत्र में हिस्सा लिया. ‘नेशनल टेनिस सेंटर (एनटीसी)’ में इन तीनों खिलाड़ियों को ‘वॉर्म अप’ में मदद कराने के लिए उदित कंबोज और मान केसरवानी के रूप में दो सहयोगी मिले हुए थे.
घसियाले कोर्ट पर अलग तरह की लय की जरूरत
राजपाल ने कहा, ‘ये सभी खिलाड़ी टूर्नामेंट में भाग लेकर आ रहे है. हमारा प्लान अच्छे से अभ्यास करने का है. घसियाले कोर्ट पर अलग तरह की लय की जरूरत होती है. इसमें काफी दौड़ना होता है और नेट का अच्छे से इस्तेमाल करना होता है. हम जैसे-जैसे आगे बढ़ेंगे, वैसे लय हासिल करेंगे. हम अपने दूसरे एकल खिलाड़ी का फैसला 2-3 दिन में कर लेंगे. मैंने खिलाड़ियों को घास वाले कोर्ट पर खेलते देखा है.’
पाकिस्तान ने ग्रास कोर्ट पर बेहतर टीमों को शिकस्त दी..
राजपाल ने कहा, ‘पाकिस्तान ने ग्रास कोर्ट पर बेहतर टीमों को शिकस्त दी है, ऐसे में हमें अपनी तैयारी दुरुस्त करनी होगी और किसी भी चीज को हलके में नहीं लेना होगा. उनके खिलाड़ी घास के कोर्ट का इस्तेमाल करना जानते है. हमें इससे सामंजस्य बिठाना होगा. हम उसी के अनुसार अपनी तैयारी की योजना बना रहे हैं, बहुत सारे अभ्यास उसी पर आधारित हैं.'
ग्रास कोर्ट से सामंजस्य बिठाना चुनौतीपूर्ण
भारतीय कोच जीशान अली ने भी माना कि खिलाड़ियों के लिए ग्रास कोर्ट से सामंजस्य बिठाना चुनौतीपूर्ण होगा. उन्होंने कहा, ‘‘ इन खिलाड़ियों को घास पर ज्यादा खेलने का मौका नही मिलता है. सतह से सामंजस्य बिठाना सफलता की कुंजी है. इस शिविर में हम इसी पर काम करेंगे.’
(PTI से इनपुट)