पूर्व क्रिकेटर बने प्रधानमंत्री, पाकिस्तानी खिलाड़ियों को बदलाव की उम्मीद
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पूर्व क्रिकेटर बने प्रधानमंत्री, पाकिस्तानी खिलाड़ियों को बदलाव की उम्मीद

पैसे की तंगी से जूझ रहे खिलाड़ियों को देश के खेल ढांचे में नई जान फूंकने के लिए इस पूर्व क्रिकेटर से काफी उम्मीदे हैं.

पाकिस्तान में ओलंपिक खेलों को पैसे की कमी का सामना करना पड़ रहा है. (फाइल फोटो)

पालेमबांग. पाकिस्तान के नव निर्वाचित प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने जोरदार चुनाव प्रचार के दौरान ‘तब्दीली’ का वादा किया था और पैसे की तंगी से जूझ रहे खिलाड़ियों को देश के खेल ढांचे में नई जान फूंकने के लिए इस पूर्व क्रिकेटर से काफी उम्मीदे हैं.

पाकिस्तान में ओलंपिक खेलों को पैसे की कमी का सामना करना पड़ रहा है और हाल में उसकी हाकी टीम ने दैनिक भत्तों का भुगतान नहीं होने के कारण मौजूदा एशियाई खेलों से हटने की धमकी दी थी. देश की टेनिस टीम प्रतियोगिता से एक दिन पहले ही यहां पहुंची है और वह भी कप्तान और कोच के बिना. निशानेबाज भी पैसे की कमी के कारण अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में नाकाम रहे हैं.

पाकिस्तान के अनुभवी टेनिस खिलाड़ी अकील खान ने यहां अभ्यास सत्र से पहले कहा, ‘‘निश्चित तौर पर इमरान खान से काफी उम्मीदे हैं. मैंने अपने जीवन में सिर्फ दूसरी बार वोट दिया है. वह चैंपियन खिलाड़ी रहा है. उसे पता है कि सफल खिलाड़ी बनने के लिए क्या करना होता है.’’

टीम के साथ किसी कोच के नहीं होने के कारण 38 वर्षीय अकील आठ सदस्यीय टीम में खिलाड़ी के अलावा जूनियर खिलाड़ियों के मेंटर की भूमिका भी निभा रहे हैं. काफी समय पहले एटीपी टूर पर खेलना छोड़ने वाले कराची के अकील ने कहा, ‘‘मैं आधिकारिक बैठकों में भी हिस्सा ले रहा हूं (हंसते हुए) लेकिन यह ठीक है. पकिस्तान की सेवा करना सम्मान की बात है.’’

भारत में लगातार आईटीएफ टूर्नामेंट और 2010 दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में खेलने वाले अकील ने कहा, ‘‘यह काफी खर्चीला है. आपको यात्रा के लिए काफी पैसे की जरूरत होती है, निजी कोच की जरूरत होती है. स्वेदश में मेरे पास सरकारी नौकरी (वापडा इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड में) है. मैं इससे संतुष्ट हूं.’’

टेनिस टीम के अन्य सदस्य मोहम्मद आबिद और मुजम्मिल मुर्तजा हैं जो युवा हैं. इन्हें विदेशी में ट्रेनिंग और प्रतियोगिता के लिए अपने संघ से पैसे नहीं मिलते और निजी प्रायोजन पर निर्भर हैं.

आबिद भारत में आईटीफ प्रतियोगिताओं में खेलना चाहते हैं लेकिन उन्हें वीजा मुद्दों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘वे कहते हैं कि आपको सिर्फ राजनयिक वीजा मिल सकता है. हमें नहीं पता कि किससे संपर्क करना है. हम भारतीय खिलाड़ियों से मिले. वे पिछले साल पाकिस्तान में खेलने आए थे और हम भी वहां जाना चाहते हैं. उम्मीद करते हैं कि कुछ हो पाएगा.’’

आबिद ने कहा, ‘‘मैं इमरान खान का बड़ा प्रशंसक हूं. इंशाअल्लाह वह देश को आगे ले जाएंगे. लोगों को उनसे काफी उम्मीदें हैं.’’

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