'कुंबले के बाद अब द्रविड़ और जहीर का खुलेआम किया जा रहा है अपमान'
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'कुंबले के बाद अब द्रविड़ और जहीर का खुलेआम किया जा रहा है अपमान'

रामचंद्र गुहा ने कहा है कि राहुल द्रविड़ और जहीर खान की सलाहकार पद पर नियुक्ति को जिस तरह से रोककर रखा गया है, उससे इन पूर्व दिग्गज खिलाड़ियों का खुला अपमान हो रहा है.

सीएसी ने द्रविड़ और जहीर को क्रमशः बल्लेबाजी और गेंदबाजी सलाहकार के तौर पर नियुक्त किया था. (पीटीआई फाइल फोटो)

नई दिल्ली: भारतीय टीम के मुख्य कोच और सहायक स्टाफ की नियुक्ति को लेकर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) में चल रहे नाटकीय घटनाक्रमों के बाद प्रशासकों की समिति (सीओए) के पूर्व सदस्य रामचंद्र गुहा ने कहा है कि राहुल द्रविड़ और जहीर खान की सलाहकार पद पर नियुक्ति को जिस तरह से रोककर रखा गया है, उससे इन पूर्व दिग्गज खिलाड़ियों का खुला अपमान हो रहा है.

गुहा ने ट्वीट किया, ‘अनिल कुंबले के साथ शर्मनाक व्यवहार अब जहीर खान और राहुल द्रविड़ के प्रति अपनाये जा रहे लापरवाह रवैये के रूप में नये मुकाम पर पहुंच गया है.’

इसके बाद एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘कुंबले, द्रविड़ और जहीर इस खेल के महान खिलाड़ी हैं जिन्होंने मैदान पर अपना सब कुछ झोंक दिया. वे इस तरह के सार्वजनिक अपमान के हकदार नहीं हैं.’

सीओए ने शनिवार (15 जुलाई) को रवि शास्त्री की मुख्य कोच के रूप में नियुक्ति को मंजूरी दी जिसके बाद गुहा की यह टिप्पणी सामने आयी है. समिति हालांकि यह स्पष्ट नहीं कर पायी कि द्रविड़ और जहीर विदेशी दौरों के लिये क्रमश: बल्लेबाजी और गेंदबाजी सलाहकार हैं या नहीं जैसा कि बीसीसीआई ने दावा किया था.

बैठक की विवरणिका के अनुसार, ‘अन्य सलाहकारों की नियुक्ति पर फैसला समिति मुख्य कोच से परामर्श करने के बाद करेगी.’ गुहा ने भारतीय क्रिकेट में ‘सुपरस्टार संस्कृति’ की आलोचना करते हुए सीओए से अपना इस्तीफा दिया था. उन्होंने पूर्व खिलाड़ियों के ‘हितों के टकराव’ का मसला भी उठाया था.

सीओए को रवि शास्त्री की नियुक्ति मंजूर, लेकिन द्रविड़ और जहीर पर कोई फैसला नहीं 

प्रशासकों की समिति (सीओए) ने शनिवार (15 जुलाई) को कहा कि भारतीय क्रिकेट टीम के सहयोगी स्टाफ को मुख्य कोच रवि शास्त्री के साथ सलाह मशविरे के बाद ही 22 जुलाई तक नियुक्त किया जायेगा, जिससे जहीर खान और राहुल द्रविड़ की नियुक्तियों पर अभी विराम लग गया है.

सीओए के सदस्यों विनोद राय, डायना इडुल्जी और बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी के बीच बैठक में सीओए ने शास्त्री की नियुक्ति को मंजूरी दी. हालांकि समिति ने यह स्पष्ट नहीं किया कि द्रविड़ और जहीर सलाहकार के तौर पर कुछ विदेशी दौरों के लिये शामिल होंगे या नहीं जैसा कि बीसीसीआई द्वारा दावा किया गया था.

बैठक की रिपोर्ट के अनुसार ‘अन्य सलाहकारों की नियुक्तियां समिति द्वारा मुख्य कोच के साथ सलाह के बाद ही तय की जायेगी.’ सीओए ने नव नियुक्त मुख्य कोच शास्त्री और अन्य सहयोगी स्टाफ के सदस्यों के वेतन पर फैसला करने के लिये चार सदस्यीय पैनल का गठन किया था जिसमें बोर्ड के कार्यकारी अध्यक्ष सीके खन्ना और जौहरी शामिल हैं.

इडुल्जी और बीसीसीआई के कार्यकारी सचिव अमिताभ चौधरी समिति के अन्य सदस्य हैं, जो 19 जुलाई को बैठक करेंगे. शनिवार (15 जुलाई) को सीओए की बैठक के बाद इसका फैसला किया गया. नई समिति 22 जुलाई को अपनी सिफारिशें सीओए को देगी जबकि टीम तीन दिन पहले 19 जुलाई को श्रीलंका दौरे के लिये रवाना होगी.

राय ने बैठक के बाद पत्रकारों से कहा, ‘हमने रवि शास्त्री को मुख्य कोच रखने के लिये सीएसी की सारी सिफारिशें देखी और हम उनके साथ अन्य कोचों की नियुक्ति के बारे में चर्चा करेंगे. हमने एक समिति गठित की है और वे सीएसी से बात करेंगे और शास्त्री से बात करने के बाद उनसे बात करेंगे. सहयोगी स्टाफ पर फैसला मुख्य कोच की सलाह के बाद ही किया जायेगा.’ 

गांगुली ने कहा, जहीर का टीम इंडिया के साथ कॉन्ट्रैक्ट साल में 150 दिन का

क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) के सदस्य सौरव गांगुली के अनुसार भारत के नये गेंदबाजी सलाहकार जहीर खान को प्रत्येक सत्र में 150 दिन के अनुबंध की पेशकश की गई है. गांगुली ने ईडन गार्डन्स में गांगुली ने कहा, ‘जहीर को साल में 150 दिन के लिए अनुबंधित किया गया है.’ 

बीसीसीआई ने पहले ही अपने बयान में स्पष्ट किया है कि जहीर की नियुक्ति दौरे दर दौर पर आधारित है. अब स्पष्ट हो गया है कि वह भारतीय टीम के साथ साल में लगभग पांच महीने बिताएंगे.

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