इस मामले में फंसे Rio Olympics के बॉस, मिली 31 साल जेल की सजा
साल 2016 के रियो ओलंपिक (Rio de Janeiro Olympics 2016) के दौरान आयोजकों पर भ्रष्टाचार कई आरोप लगे थे. अब इस मामले में कार्लोस आर्थर नुजमैन (Carlos Arthur Nuzman) पर कार्रवाई की गई है.
रियो डी जनेरियो: ब्राजील ओलंपिक कमेटी (COB) के पूर्व अध्यक्ष कार्लोस आर्थर नुजमैन (Carlos Arthur Nuzman) को कथित भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में 30 साल 11 महीने जेल की सजा सुनाई गई है.
वोटों के लिए हुआ भ्रष्टाचार
इस मामले की सुनवाई करते हुए जज मार्सेलो ब्रेटास (Marcelo Bretas) ने कहा, '79 साल के पूर्व अध्यक्ष ने 2016 रियो ओलंपिक (Rio Olympics 2016) की मेजबानी के लिए वोट खरीदने की गलत योजना बनाई थी.
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'पावर का किया गलत इस्तेमाल'
जज मार्सेलो ब्रेटास ( Judge Marcelo Bretas) ने कहा, 'कार्लोस नुजमैन (Carlos Nuzman) के अपराध ज्यादा निंदनीय हैं. वो सब कुछ जानते हुए भी लालच में आकर अपराधों को अंजाम देने के लिए अपने पद का गलत इस्तेमाल किया.' ब्राजील (Brazil) के कानून के तहत, नुजमैन अपनी सभी अपीलों के लंबित रहने तक मुक्त रहेंगे.
इन लोगों पर भी आरोप तय
इस मामले में रियो डी जनेरियो (Rio de Janeiro) के पूर्व गवर्नर सर्जियो कैब्राल (Sergio Cabral), बिजनेसमैन आर्थर सोरेस (Arthur Soares) और रियो ओलंपिक 2016 के संचालन प्रमुख लियोनाडरे ग्रिनर (Leonardo Gryner) को भी दोषी पाया गया.
वोट के बदले रिश्वत देने का आरोप
जांचकर्ताओं के बताया कि नुजमैन, कैब्राल, सोरेस और ग्रिनर ने ओलंपिक होस्टिंग अधिकारों के लिए वोटों के बदले में इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ एथलेटिक्स फेडरेशन के पूर्व अध्यक्ष लैमिन डियाक (Lamine Diack) और उनके बेटे पापा डियाक (Papa Diack) को रिश्वत दिया गया था.