टूटा बोपन्ना का सपना आस्ट्रेलियाई ओपन में मिश्रित युगल के फाइनल में हारे
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टूटा बोपन्ना का सपना आस्ट्रेलियाई ओपन में मिश्रित युगल के फाइनल में हारे

रोहन बोपन्ना और हंगरी की उनकी जोड़ीदार टिमिया बाबोस को पहले सेट में जीत के बावजूद आस्ट्रेलियाई ओपन मिश्रित युगल के फाइनल में आज यहां मैट पाविच और गैब्रियला डाब्रोवस्की के हाथों हार का सामना करना पड़ा. बोपन्ना और बाबोस की पांचवीं वरीयता प्राप्त जोड़ी को क्रोएिशया के पाविच और कनाडा की डाब्रोवस्की की आठवीं वरीय जोड़ी के हाथों एक घंटे आठ मिनट तक चले मैच में 6-2, 4-6, 9-11 से हार का सामना करना पड़ा. 

रोहन बोपन्ना ओर टिमिया बाबोस ने पहला सेट जीतने के बावजूद मैच गंवा दिया (फाइल फोटो)

मेलबर्न : रोहन बोपन्ना और हंगरी की उनकी जोड़ीदार टिमिया बाबोस को पहले सेट में जीत के बावजूद आस्ट्रेलियाई ओपन मिश्रित युगल के फाइनल में आज यहां मैट पाविच और गैब्रियला डाब्रोवस्की के हाथों हार का सामना करना पड़ा. बोपन्ना और बाबोस की पांचवीं वरीयता प्राप्त जोड़ी को क्रोएिशया के पाविच और कनाडा की डाब्रोवस्की की आठवीं वरीय जोड़ी के हाथों एक घंटे आठ मिनट तक चले मैच में 6-2, 4-6, 9-11 से हार का सामना करना पड़ा. 

बोपन्ना और बाबोस ने पहले सेट में दबदबा बनाये रखा और अपनी प्रतिद्वंद्वी की गलतियों का पूरा फायदा उठाया. भारत और हंगरी की जोड़ी को ब्रेक प्वाइंट के सात मौके मिले जिनमें से दो में वे सफल रहे. 

ऑस्ट्रेलियाई ओपन में मिश्रित युगल के सेमीफाइनल में पहुंचे बोपन्ना 

पाविच और डाब्रोवस्की ने इसके बाद हालांकि शानदार वापसी की. उनकी सर्विस अच्छी थी और दूसरे सेट में उन्होंने ब्रेक प्वाइंट का एक भी अवसर नहीं दिया. अब बोपन्ना और बाबोस ने गलतियां की और उन्होंने एक बार अपनी सर्विस गंवायी. इसके बाद दोनों टीमें टाईब्रेकर में खेलने के लिये उतरी तथा कड़े मुकाबले के बाद पाविच और डाब्रोवस्की खिताब जीतने में सफल रहे. दिलचस्प तथ्य यह है कि बोपन्ना ने 2017 फ्रेंच ओपन में अपना पहला ग्रैंडस्लैम खिताब डाब्रोवस्की के साथ मिलकर ही जीता था.

इससे पहले इस जोड़ी ने यहां कोलंबिया के जुआन सेबेश्चियन कबाल और अमेरिका की अबिगेल स्पीयर्स की जोड़ी को सीधे सेटों में पराजित कर ऑस्ट्रेलियाई ओपन के मिश्रित युगल वर्ग के सेमीफाइनल में प्रवेश किया. भारत-हंगरी की पांचवीं वरीय जोड़ी को क्वार्टरफाइनल में कबाल-स्पीयर्स को 6-4 7-6 से हराने में एक घंटा 15 मिनट लगा.यह काफी चुनौतीपूर्ण मुकाबला रहा क्योंकि बोपन्ना और बाबोस को जीत दर्ज करने में मशक्कत करनी पड़ी. बल्कि कबाल और स्पीयर्स का ब्रेक प्वाइंट को अंक में तब्दील करने की गति बेहतर थी, जिन्होंने सात में से तीन को अंक में बदला जबकि बोपन्ना और बाबोस का रिकार्ड 4-12 रहा. लेकिन बोपन्ना और बाबोस पूरे मुकाबले में सजग रहे, ये दोनों पहली और दूसरी सर्व में अधिक विनर जमाने में सफल रहे.

(इनपुट भाषा)

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