सऊदी के सुल्तान सलमान बिन अब्दुलअजीज अल सउद ने आधिकारिक तौर पर सितंबर 2017 में महिलाओं को वाहन चलाने की अनुमति दे दी थी.
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ले कास्टेलेट (फ्रांस): सऊदी अरब की महिला चालक असील अल-हमद फ्रेंच ग्रांड प्री से पहले ले कास्टेलेट सर्किट पर फार्मूला वन कार चलाने वाली देश की पहली महिला बन गई हैं. आज के दिन ही सऊदी अरब में महिलाओं को सड़कों पर वाहन चालने की इजाजत मिली जिसे यादगार बनाने के लिए एफ वन टीम रैनो ने असील को फार्मूला वन कार चलने का मौका दिया. असील रैनो टीम की ‘पैशन परेड’ का हिस्सा है.
बता दें कि सऊदी अरब में रविवार (24 जून) को दशकों पुराने ड्राइविंग पर प्रतिबंध हटाए जाने से महिलाओं को वाहन चलाने की आधिकारिक अनुमति मिल गई है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, सुबह से ही महिलाएं देश भर की सड़कों पर वाहन चलाती देखी गईं, जबकि सऊदी यातायात पुलिस ने उन्हें गुलाब दिए. बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, इस बदलाव की घोषणा पिछले साल सितंबर में हुई थी और सऊदी अरब ने इस माह की शुरुआत में महिलाओं के लिए पहली बार लाइंसेस जारी किया था.
Saudi Arabian Aseel Al-Hamad, the first female member of the Saudi Arabian Motorsport Federation, to drive the @PaulRicardTrack, in the 2012 @RenaultSportF1 car today ahead of the #FrenchGP.
https://t.co/tzyEzSfs7I#RSspirit #RACEday #SheDrives pic.twitter.com/N6WhhUpAWs— Renault Sport F1 (@RenaultSportF1) June 24, 2018
सऊदी अरब की मोटर स्पोर्ट्स की पहली महिला सदस्य असील ने यहां वही कार चलाती दिखी जिसे 2012 में अबू धाबी में किमी राइकोनेन ने जीत दर्ज की थी.
What a day for @ASEEL_ALHAMAD!
It's been a privilege to celebrate her passion for motorsport on this important occasion. #RSspirit #FrenchGP #SheDrives pic.twitter.com/FMeXtn4E55— Renault Sport F1 (@RenaultSportF1) June 24, 2018
सऊदी के सुल्तान सलमान बिन अब्दुलअजीज अल सउद ने आधिकारिक तौर पर सितंबर 2017 में महिलाओं को वाहन चलाने की अनुमति दे दी थी. इसके बाद सऊदी अरब ने 4 जून को महिलाओं को पहला ड्राइविंग लाइसेंस जारी किया.
संचालन के सहायक गृह मंत्री सईद अल-कहतानी ने पुष्टि की कि प्रतिबंध हटाने के बाद यातायात में अपेक्षित परिवर्तनों से निपटने के लिए सुरक्षा जांच चौकियां स्थापित की जाएंगी. पांच शहरों में महिलाओं के लिए ड्राइविंग स्कूल स्थापित किए गए हैं. विदेशी ड्राइविंग लाइसेंस वाली महिलाएं एक अलग प्रक्रिया के माध्यम से स्थानीय लाइसेंस के लिए आवेदन करने में सक्षम होंगी.
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, सऊदी अरब दुनिया में एकमात्र देश था जहां महिलाओं को वाहन चलाने की इजाजत नहीं थी और परिवारों को अपने महिला रिश्तेदारों के लिए एक निजी वाहन चालक रखने पड़ते थे. सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, इस कदम से बहुत सी महिलाओं को सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करने की बाध्यता और छोटी दूरी के लिए एक पुरुष चालक को किराए पर रखने और बहुत सी महिलाओं को काम करने की स्वतंत्रता मिलेगी.
सऊदी अरब द्वारा अपनी अर्थव्यवस्था का कायापलट करने की महत्वाकांक्षी योजना में महिलाओं की भर्ती करना प्रमुख है. इसे विजन 2030 के नाम से जाना जाता है. इस सुधार एजेंडा का नेतृत्व क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान कर रहे हैं. हालांकि, यह कदम कार्यकर्ताओं पर कानूनी कार्यवाही के बीच आया है. ये कार्यकर्ता वाहन चलाने के अधिकार को लेकर अभियान चला रहे थे.
एमनेस्टी के अनुसार, करीब आठ महिला अधिकार कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया और उन पर आतंकवाद रोधी अदालत में मुकदमा चलाया जा सकता है और उन्हें कैद की सजा सुनाई जा सकती है.