बेल्जियम ने ऑस्ट्रेलिया का डेविस कप सपना तोड़ा, फाइनल में फ्रांस से होगी भिड़ंत
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बेल्जियम ने ऑस्ट्रेलिया का डेविस कप सपना तोड़ा, फाइनल में फ्रांस से होगी भिड़ंत

फ्रांस ने 2001 में डेविस कप खिताब अपने नाम किया था. वह 2002, 2010 और 2014 फाइनल में हार गया था.

स्टीव डार्सिस ने अंतिम उलट एकल मुकाबले में जोर्डन थॉम्पसन पर 6-4, 7-5, 6-2 से जीत दर्ज की. (Twitter Photo)

पेरिस: ऑस्ट्रेलिया की 14 साल में डेविस कप फाइनल में पहुंचने की उम्मीद सोमवार (18 सितंबर) को बेल्जियम ने सेमीफाइनल में 3-2 से जीत दर्ज कर तोड़ दी और अब वह खिताब के लिये फाइनल में पड़ोसी देश फ्रांस से भिड़ेगा. ब्रसेल्स में स्टीव डार्सिस ने अंतिम उलट एकल मुकाबले में जोर्डन थॉम्पसन पर 6-4, 7-5, 6-2 से जीत दर्ज की और बेल्जियम को फाइनल में पहुंचाया. डेविड गोफिन ने निक किर्गियोस को 6-7, 6-4, 6-4, 6-4 से हराकर अपनी टीम को बराबरी पर ला दिया था. नौ बार के चैम्पियन फ्रांस ने लिली में सर्बिया को 3-1 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया. अब वह 24 से 26 नवंबर तक बेल्जियम की मेजबानी करेगा. फ्रांस ने 2001 में डेविस कप खिताब अपने नाम किया था. वह 2002, 2010 और 2014 फाइनल में हार गया था. बेल्जियम ने 2015 में फाइनल में प्रवेश किया था लेकिन वह ब्रिटेन से हार गया था.

डेविस कप: शापोवालोव ने कनाडा को फिर विश्व ग्रुप में दिलाई जगह, भारत को 3-2 से हराया

रामकुमार रामनाथन को करो या मरो के चौथे मैच में शिकस्त का सामना करना पड़ा जिससे भारत को एक बार फिर एशिया क्षेत्र में चुनौती पेश करनी होगी, जबकि डेनिस शापोवालोव ने यहां कनाडा को 3-2 से जीत दिलाकर एक बार फिर एलीट डेविस कप विश्व ग्रुप टेनिस टूर्नामेंट में वापसी कराई. भारत को रामकुमार से मुकाबले के अंतिम दिन चमत्कार की उम्मीद थी, लेकिन वह मौकों को भुनाने में सफल रहे जिससे दुनिया के 51वें नंबर के खिलाड़ी शापोवालोव ने 6-3 7-6 6-3 की जीत के साथ कनाडा को 3-1 की विजयी बढ़त दिलाई.

युकी ने इसके बाद महज औपचारिकता के पांचवें मैच में ब्रायडन शनूर को 6-4 4-6 6-4 से हराया, लेकिन भारत को कनाडा के खिलाफ इंडोर कोर्ट में हुए विश्व ग्रुप प्ले ऑफ मुकाबले में 2-3 से शिकस्त झेलनी पड़ी. उतार चढ़ाव से भरे मैच में युकी ने निर्णायक सेट में शुरुआती ब्रेक से उबरते हुए पांचवें मैच प्वॉइंट पर जीत दर्ज की.

भारत इसके साथ ही लगातार चौथे साल प्ले आफ की बाधा को पार करने में विफल रहा. पिछले तीन प्रयासों में उसे सर्बिया, चेक गणराज्य और स्पेन के खिलाफ शिकस्त का सामना करना पड़ा है. कनाडा ने इस तरह पिछले साल फरवरी में ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ पहले दौर में मिली शिकस्त के बाद 16 देशों के विश्व ग्रुप में वापसी की. भारत को अब फिर प्ले ऑफ चरण तक पहुंचने के लिए 2018 में एशिया ओसियाना ग्रुप एक में चुनौती पेश करनी होगी.

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