Sunil Chhetri Retirement: सुनील छेत्री के रिटायरमेंट से याद आ गए धोनी, आंखों से आसुंओं की धार, खेला गोलरहित ड्रॉ
Sunil Chhetri Retirement: फुटबॉल के दिग्गज सुनील छेत्री रिटायर हो चुके हैं. कुवैत के खिलाफ फीफा वर्ल्ड कप 2026 के क्वालीफायर मैच में सुनील छेत्री आखिरी बार उतरे. उनका रिटायरमेंट कुछ क्रिकेट के दिग्गज एमएस धोनी की तरह ही साबित हुआ. उन्होंने गोलरहित ड्रॉ खेला और आखिरी में उनकी आंखों में विदाई की मायूसी नजर आई.
Sunil Chhetri Retired: फुटबॉल के दिग्गज सुनील छेत्री ने इंटरनेशनल फुटबॉल को अलविदा कह दिया है. कुवैत के खिलाफ फीफा वर्ल्ड कप 2026 के क्वालीफायर मैच में सुनील छेत्री आखिरी बार उतरे. उनका रिटायरमेंट कुछ क्रिकेट के दिग्गज एमएस धोनी की तरह ही साबित हुआ. छेत्री ने फेयरवेल मैच में गोलरहित ड्रॉ खेला और अंत में उनकी आंखों में विदाई की मायूसी नजर आई. कोलकाता के सॉल्ट लेक स्टेडियम में उन्होंने अपने इंटरनेशनल करियर पर विराम लगा दिया. छेत्री की आंखों में आसुंओं की धार थी, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है यह मूमेंट उनके लिए कितना मुश्किल था.
कैप्टन को यूं मिला सम्मान
सुनील छेत्री को कोलकाता में एक यादगार विदाई मिली. यह देख दिग्गज अपनी भावनाओं को कंट्रोल नहीं कर सके. अधिकारियों ने दिग्गज खिलाड़ी को ट्रॉफी और मोमेंटो देकर सम्मान दिया. सुनील छेत्री ने स्टेडियम के चारो ओर घूमकर दर्शकों को धन्यवाद दिया. लेकिन जब उन्हें गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया गया तो वह रोने लगे. उनके आंसुओं में धार देख हर किसी का दिल पसीज गया.
पाकिस्तान के खिलाफ था डेब्यू
खेल जगत में भारत और पाकिस्तान को दुनिया की सबसे बड़ी राइवलरी माना जाता है. वह साल 2005 था जब सुनील छेत्री ने पाकिस्तान के खिलाफ ही अपना डेब्यू किया था. दो दशकों के लंबे करियर में उन्होंने कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की. सुनील छेत्री का नाम फुटबॉल इतिहास के महान खिलाड़ियों में दर्ज हो चुका है. लगभग 20 साल लंबे करियर में उन्होंने राष्ट्रीय टीम के लिए 151 मैच खेले और 94 गोल किए.
माता-पिता भी हुए भावुक
सुनील छेत्री के फेयरवेल मैच में उनका पूरा परिवार नजर आया. लेकिन यह लम्हा इतना भावुक होगा किसी ने नहीं सोचा था. जब छेत्री मैदान का चक्कर लगाने के लिए उतरे तो उनके माता-पिता की आंखें भी नम दिखीं. इसके अलावा उनकी पत्नी सोनम भी इमोशनल नजर आईं. यहां तक की कैमरामैन के भी आंसू नहीं रुके.