विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में धूम मचा रहीं हैं सुपरमॉम, मैरीकॉम सहित कई धुरंधर शामिल
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विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में धूम मचा रहीं हैं सुपरमॉम, मैरीकॉम सहित कई धुरंधर शामिल

विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में  कई महिला खिलाड़ी ऐसी हैं जो मां होने के साथ साथ कई चैंपियनशिप में पदक जीत चुकी हैं.

एमसी मैरीकॉम सहित कई दिग्गज खिलाड़ी बॉक्सिंग के साथ अपने बच्चों की परवरिश भी कर रहीं हैं. (फोटो : PTI)

नई दिल्ली: भारत में इन दिनों दुनिया भर की महिला बॉक्सर आईबा महिला विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भाग ले रहीं हैं जो यहां के आईजी स्टेडियम के केडी जाधव हाल में अपनी दावेदारी पेश कर रही हैं. इनमें भारतीय सुपरस्टार एम सी मैरीकॉम समेत ऐसी कई धुरंधर शामिल है जो घर के अलावा रिंग में जलवा बिखेकर अपने देशों का नाम इतिहास में दर्ज करा रही हैं. 

  1. दिल्ली में चल रही है महिला बॉक्सिंग चैम्पियनशिप
  2. कई बॉक्सर सुपर मॉम होने कि मिसाल हैं
  3. उनमें से ज्यादातर ने कई खिताब/मेडल जीते हैं

मैग्नीफिसेंट मैरी हालांकि इन सभी में एकमात्र ऐसी बॉक्सर हैं जो पांच बार विश्व चैम्पियन बनने का गौरव हासिल कर चुकी हैं और छठी बार यह कारनामा करने की कोशिश में जुटी हैं. लंदन ओलंपिक की यह कांस्य पदकधारी कई बॉक्सरों के लिए प्रेरणास्रोत भी है और पैंतीस साल की उम्र में उनका फिटनेस का स्तर शानदार है. 

मैरीकॉम भी हैं इस सूची में
अपार अनुभव की धनी मैरीकॉम ने हाल में गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था. उनके नाम एशियाई चैम्पियनशिप में भी पांच स्वर्ण और एक रजत पदक हैं. मैरीकॉम ने मां बनने के बाद वापसी करते हुए कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में जीत का परचम लहराया. 

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खेती में हाथ बंटाती हैं डेनमार्क की रासमुसेन
मैरीकॉम की तरह डेनमार्क की वाईवोने बाएक रासमुसेन भी दो बच्चों के जन्म के बाद वापसी कर रही हैं जबकि उन्होंने 2008 में खेल को अलविदा कह दिया था, उन्होंने 2014 में ट्रेनिंग शुरू करना शुरू किया. रासमुसेन 64 किग्रा लाइट वेल्टरवेट में खेलती हैं, उन्होंने 2005 में अपना पहला अंतरराष्ट्रीय पदक जीता था. वे अपने बच्चों का स्कूल का काम करवाती हैं, दिन में दो बार ट्रेनिंग करती हैं और साथ ही अपने पारिवारिक कृषि व्यवसाय में हाथ बंटाती हें. बॉक्सिंग के लिए खुद को फिट रखने के लिए हर दिन अपने बॉक्सिंग क्लब के लिए डेढ़ घंटे ड्राइविंग करती हैं.

दो बेटियों के मां हैं मीरा
फिनलैंड की मीरा पोटकोनेन ने 2016 रियो ओलंपिक खेलों में कांस्य पदक अपने नाम किया था और अस्ताना में हुई पिछली एआईबीए महिला विश्व चैम्पियनशिप में भी वह तीसरे स्थान पर रही थी. गत यूरोपीय चैम्पियन मीरा की दो बेटियां हैं और उनकी अनुपस्थिति में उनकी देखभाल उनके पति करते हैं. मीरा ने घर और रिंग की जिम्मेदारी संभालने के बारे में यहां आई जी स्टेडियम में कहा, ‘‘जब मैं टूर्नामेंट के लिए बाहर होती हूं तो मेरी दोनों बेटियों की देखभाल मेरे पति करते हैं.’

मीरा ने दूसरी बेटी के जन्म के बाद मोटापे को कम करने के लिए बॉक्सिंग करना शुरू किया था लेकिन धीरे धीरे यह खेल उनका जुनून बनता गया. उन्होंने कहा, ‘‘मां बनने से मेरा बॉक्सिंग करियर प्रभावित नहीं हुआ. जब बेटियां छोटी थीं, तब थोड़ी मुश्किल आती थी लेकिन उनके बड़े होने के बाद घर और बॉक्सिंग के बीच अच्छा संतुलन बन गया है."

वालेंसिया ने भी छोड़ दी थी बेटे के लिए बॉक्सिंग
कोलंबिया की रियो ओलंपिक की कांस्य पदकधारी इनग्रिट वालेंसिया ने 2006 में अपने बेटे के जन्म के बाद दो साल के लिए ट्रेनिंग छोड़ दी थी लेकिन वापसी के बाद उन्होंने ओलंपिक में कांसे के अलावा इस साल दक्षिण अमेरिकी खेलों और अमेरिकी एंड कैरेबियन खेलों में भी जीत हासिल की. तीस साल की यह बॉक्सर फ्लाईवेट 51 किग्रा में खेलती है.

गाबुको का 11 साल का बेटा है
फिलीपींस की 31 साल की बॉक्सर जोसी गाबुको ने 2012 विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था और यह उनके देश के इस प्रतियोगिता में इतिहास में एकमात्र स्वर्ण पदक है. उनका 11 साल का बेटा है जिसने एक साक्षात्कार में कहा था, ‘‘प्लीज मेरी मां को मत मारना."

(इनपुट भाषा)

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