VIDEO: फोनी ने बरपाया कहर, सूखे पत्तों की तरह उड़ गई स्टेडियम की छत
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VIDEO: फोनी ने बरपाया कहर, सूखे पत्तों की तरह उड़ गई स्टेडियम की छत

ओडिशा के तट से शुक्रवार सुबह फोनी चक्रवात टकरा चुका है. फोनी की वजह से तेज बारिश हो रही है और हवाएं चल रही हैं.

फोनी की वजह से हवाएं इतनी तेज चली कि भुवनेश्वर में कलिंगा स्टेडियम की छत सूखे पत्तों की तरह उड़ गई.

भुवनेश्वर: भीषण चक्रवाती तूफान फोनी (Fonny-Cyclone) ने शुक्रवार सुबह पुरी के पास ओडिशा (Odisha) तट पर दस्तक दी, इसके चलते आंध्र प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश होने लगी, जबकि तेज रफ्तार हवाओं ने पेड़ और बिजली के खंभे उखाड़ दिए. फोनी (Fani) की वजह से हवाएं इतनी तेज चली कि भुवनेश्वर में कलिंगा स्टेडियम की छत सूखे पत्तों की तरह उड़ गई.

कलिंग स्टेडियम भुवनेश्वर भारत का एक बहुउद्देश्यीय स्टेडियम है. इसकी आधारशिला 1978 में ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत बीजू पटनायक ने रखी थी. यह नयापल्ली इलाके के पास भुवनेश्वर के मध्य में स्थित है. इसमें एथलेटिक्स, फ़ुटबॉल, फील्ड हॉकी, बास्केटबॉल, टेनिस, टेबल टेनिस बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, वॉल क्लाइम्बिंग और तैराकी की सुविधाएं हैं. स्टेडियम की अन्य विशेषताओं में 8-लेन का सिंथेटिक एथलेटिक्स ट्रैक, हाई परफॉर्मेंस सेंट और भारत का पहला ओलंपिक मानक पिंक और ब्लू वाटर आधारित एस्ट्रोफर्ट शामिल है.

दरअसल, ओडिशा के तट से शुक्रवार सुबह फोनी चक्रवात टकरा चुका है. फोनी की वजह से तेज बारिश हो रही है और हवाएं चल रही हैं. राज्‍य सरकार ने ओडिशा में करीब 11 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा है. श्रेणी-4 के तूफान के दौरान हवा की रफ्तार 150 से 175 किलोमीटर रही, जबकि कुछ स्थानों पर इससे भी ज्यादा रफ्तार रही.

भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, अभी चक्रवात के केंद्रबिंदू का व्यास 28 किलोमीटर है. अधिकारियों ने बताया कि, पुरी में समुद्र की स्थिति अशांत है. तटीय इलाकों से करीब 5 किलोमीटर दूर तक स्थान को खाली करवा दिया गया है. इसके साथ ही चांदीपुर में शांत रहने वाले समुद्र की स्थिति भी उग्र है.

 

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