मोहन बागान ने कहा, ‘हमें घटना का पता चला. हम इस व्यवहार की निंदा करते हैं. हम घटना में हुए नुकसान का पूरा खर्च उठाने और गेट दोबारा बनाने का तैयार हैं.’
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कोलकाता: मोहन बागान और ईस्ट बंगाल कोलकाता के दो ऐसे क्लब हैं, जिनकी प्रतिद्वंद्विता जगजाहिर है. कोलकाता में अक्सर भाई-भाई या पति-पत्नी भी अलग-अलग क्लबों का समर्थन करते नजर आते हैं. लेकिन कुछ प्रशंसक इस प्रतिद्वंद्विता को शर्मनाक स्थिति तक ले गए और इसके कारण मोहन बागान तक को उनकी निंदा करनी पड़ी. मोहन बागान के लिए शर्मिंदगी की यह स्थिति तब निर्मित हुई, जब उसके प्रशंसकों ने क्लब की जर्सी पहनकर ईस्ट बंगाल की 100वीं वर्षगांठ के मौके पर बनाए गए एक गेट को उखाड़ दिया.
मोहन बागान ने एक बयान में कहा है, ‘सोशल मीडिया के माध्यम से हमें पता चला है कि कुछ समर्थक मोहन बागान की जर्सी पहने ईस्ट बंगाल की सौवीं वर्षगांठ के जश्न के मौके पर बनाए गए गेट को तोड़ रहे हैं. हम इस खराब व्यवहार की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं.’ क्लब ने कहा है कि वह इस घटना में हुए नुकसान का पूरा खर्च उठाने और इसे दोबारा बनाने का तैयार है.
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क्लब ने कहा, ‘हमने ईस्ट बंगाल के महासचिव कल्याण मजूमदार को पत्र लिखा है और इस व्यवहार की निंदा की है. साथ ही उनसे गुजारिश की है कि वह गेट को दोबारा खड़ा करें जिसका खर्च हम उठाएंगे.’ बयान के मुताबिक, ‘इससे आगे भी हमने पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है ताकि कानून के मुताबिक कार्रवाई की जा सके.’
Dear @KolkataPolice ,
With all due respect we would urge your kind attention to check the below video where some goons who are wearing @Mohun_Bagan colored jerseys are vandalising the centenary gate of @eastbengalfc club.
So requesting your actions on the same.
Thanks,#EBTID pic.twitter.com/SJcUzD4wL5
— EAST BENGAL THE INDIAN DREAM (@EBTID) August 8, 2019
ट्विटर पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कुछ लोग मोहन बागान की जर्सी पहने ईस्ट बंगाल की सौवीं वर्षगांठ के मौके पर बनाए गए अस्थायी गेट को उखाड़ रहे हैं. ईस्ट बंगाल अपने 100 वर्ष पूरा करने का जश्न मना रहा है.
कुछ दिन पहले ही ईष्ट बंगाल ने कोलकाता में एक कार्यक्रम किया था. इसमें कपिल देव और भाईचुंग भूटिया को सम्मानित किया गया था. तब भी मोहन बागान के कुछ समर्थकों ने कार्यक्रम का बहिष्कार करने की अपील की थी. हालांकि, तब कोई अप्रिय घटना नहीं हुई थी.