आनंद विश्व ब्लिट्ज में मैग्नस कार्लसन और सरगेई कारजाकिन के बाद तीसरे स्थान पर रहे थे, उन्होंने कहा, ‘‘रैपिड और ब्लिट्ज में पोडियम स्थान पर रहना शानदार अहसास है.
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चेन्नई : शीर्ष शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद ने रियाद में विश्व ब्लिट्ज चैम्पियनशिप में महज एक गेम गंवाने को एक बड़ी उपलब्धि करार किया, जहां उन्होंने विश्व रैपिड स्पर्धा का खिताब अपने नाम किया था. आनंद विश्व ब्लिट्ज में मैग्नस कार्लसन और सरगेई कारजाकिन के बाद तीसरे स्थान पर रहे थे, उन्होंने कहा, ‘‘रैपिड और ब्लिट्ज में पोडियम स्थान पर रहना शानदार अहसास है क्योंकि ये दोनों काफी अलग प्रारूप हैं. इस तरह की स्पर्धा में केवल एक गेम गंवाना एक बड़ी उपलब्धि है.’
उन्होंने कहा, ‘एक 15 मिनट प्लस 10 सेकेंड की है, जो काफी धीमी है, जो आधे घंटे के गेम की तरह है. दूसरी तीन मिनट और दो सेकेंड की है, जो आप कह सकते हैं पांच-सात मिनट का गेम होता है. इसलिये बहुत ही अलग लय होती है. एक में अच्छा करने का मतलब यह नहीं है कि दूसरे में भी अच्छा प्रदर्शन हो.’
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आनंद के लिये यह वर्ष काफी कठिन रहा, जिसमें वह जार्जिया में शतरंज विश्व कप में शुरूआती दौर में बाहर हो गये और वह हाल में लंदन शतरंज क्लासिक में अंतिम स्थान पर रहे थे, लेकिन 2017 के अंत की ओर चीजें अचानक बदल गयीं.
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इस महान खिलाड़ी ने कहा कि उन्होंने दोनों टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया और दोनों में अच्छा करना अद्भुत अहसास है, क्योंकि उन्होंने एक में अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद की थी. आनंद ने कहा, ‘दोनों में मैं अंतिम दिन शीर्ष पर पहुंचा. रैपिड टूर्नामेंट 14वें दौर की जीत में ही मेरी पकड़ में आया, जिसमें मैंने एलेक्सांद्र ग्रिसचुक को हराया था. ब्लिट्ज में दूसरे दिन मैं अच्छा खेला. दूसरे दिन के दूसरे हाफ में ही मैंने अच्छा करना शुरू किया.’
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उन्होंने कहा, ‘इसलिये मेरे लिये यह शानदार है. हाल में रैपिड और ब्लिट्ज दोनों में मेरे परिणाम खराब रहे और मैं इनकी भरपायी करना चाहता था. सच कहूं तो मैंने सोचा था कि मैं एक में बेहतर करूंगा, दोनों में ऐसा होना मुश्किल था. इसलिये दोनों में अच्छा करना शानदार है.’ आनंद ने साथ ही कहा, ‘‘बहुत ही कम लोग हैं जिन्होंने दोनों प्रारूपों में पोडियम स्थान हासिल किया हो. विश्व चैम्पियन मैग्नस कार्लसन ने निश्चित रूप से ऐसा किया है, लेकिन मैं और नाम नहीं सोच पा रहा हूं. इसलिये आपको इसके मुश्किलात का आइडिया मिल सकता है.’