ऑस्ट्रेलिया के 3 डरावने सपने : तेंदुलकर, लक्ष्मण और अब हरमनप्रीत कौर
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ऑस्ट्रेलिया के 3 डरावने सपने : तेंदुलकर, लक्ष्मण और अब हरमनप्रीत कौर

ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज ऑफ स्पिनर शेन वॉर्न ने 1998 में कहा था कि सचिन से उन्हें सपने में भी डर लगता है. ऐसा लगता है कि वो उनके सपने में भी छक्के लगा रहे हैं. अब हरमनप्रीत भी उनकी टीम ऑस्ट्रेलिया के लिए डरावना सपना साबित हो रही हैं.

'शतकवीर' हरमनप्रीत कौर के दमदार प्रदर्शन ने भारत ने फाइनल में जगह पक्की की (PIC : Cricket World cup)

नई दिल्ली : हरमनप्रीत कौर (नाबाद 171) की बेहतरीन पारी के दम पर दिए गए 282 रनों के लक्ष्य के दबाव का भारतीय गेंदबाजों ने भरपूर फायदा उठाते हुए मौजूदा विजेता आस्ट्रेलिया को महिला विश्व कप के दूसरे सेमीफाइनल मैच में गुरुवार को 36 रनों से हराते हुए फाइनल में प्रवेश कर लिया. टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को सेमीफाइनल में करारी शिकस्त देते हुए एक बार फिर फाइनल में जगह बना ली है. इससे पहले 2005 में भी भारतीय टीम फाइनल तक पहुंची थी. इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को हराकर विश्वकप अपने नाम किया था. अब भारत ने ऑस्ट्रेलिया को फाइनल की दौड़ से बाहर कर अपना बदला ले लिया है. 

गुरुवार को हुए सेमीफाइनल मैच में टीम इंडिया की बल्लेबाज हरमनप्रीत कौर ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के लिए किसी डरावने सपने से कम साबित नहीं हुईं. अब ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के लिए टीम इंडिया की तरफ से तीन डरावने सपने हो गए हैं. सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण के बाद अब इस फेहरिस्त में हरमनप्रीत कौर का नाम भी शामिल हो गया है. 

आइए हम आपको बता हैं किस तरह तेंदुलकर, लक्ष्मण और हरमन ऑस्ट्रेलिया के लिए एक डरावना सपना बन चुके हैं : 

जब शेन वॉर्न के सपने में आते थे सचिन तेंदलुकर  

ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज ऑफ स्पिनर शेन वॉर्न ने 1998 में कहा था कि सचिन से उन्हें सपने में भी डर लगता है. ऐसा लगता है कि वो उनके सपने में भी छक्के लगा रहे हैं. दरअसल, 1998 में सचिन के जबरदस्त प्रदर्शन के दम पर भारत ने ट्राई सीरीज जीती थी. भारत-ऑस्ट्रेलिया के अलावा इस सीरीज में न्यूजीलैंड की टीम भी थी.

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शेनवार्न के सपनों में आकर छक्के मारते थे सचिन तेंदुलकर

वार्न ने एक इंटरव्यू में ये खुलासा किया था सचिन उनके सपने में आते हैं और उनके सिर के ऊपर से साइट स्क्रीन पर छक्का जड़ते हैं. हालांकि, वार्न ने बाद में ये कहा था कि ये बात उन्होंने मजाक में की थी. लेकिन सच यही है कि जिस तरह सचिन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ताबड़तोड़ रन बनाए हैं, वे ना सिर्फ शेन वार्न बल्कि पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए किसी डरावने सपने से कम नहीं हैं. 

2001 का ऐतिहासिक टेस्ट और लक्ष्मण का धमाल 

बात 16 साल पुरानी है. उस वक्त टेस्ट क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया का बोलबाला था. वनडे में वर्ल्ड चैंपियन और टेस्ट क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया नंबर 1 पर काबिज थी. ऑस्ट्रेलिया तब लगातार 15 टेस्ट जीतने के बाद भारते के दौरे पर थी. सीरीज का पहला टेस्ट मुंबई में 10 विकेट से जीत ऑस्ट्रेलिया ने 16 लगातार जीत का नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया था. 

इसके बाद दूसरा टेस्ट कोलकाता में था. इस मैच में वीवीएस लक्ष्मण ने 'वेरी-वेरी स्पेशल' पारी खेली और इतिहास रच दिया. कोलकाता में पहली पारी में कप्तान स्टीव वॉ की शतक की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने 445 रन बनाए. ग्लेन मैक्ग्रा की गेंदबाजी के सामने टीम इंडिया पहली पारी में 171 रन पर सिमट गई. भारत को फॉलोऑन का सामना करना पड़ा. 

52 रन पर पहला विकेट गिरने के बाद क्रीज पर वीवीएस लक्ष्मण आए. क्रीज पर आए लक्ष्मण मैदान पर 'दीवार' की तरह जम चुके थे. तीसरे दिन लंच के बाद आए लक्ष्मण ने दिन का खेल खत्म होते-होते अपना दूसरा टेस्ट शतक पूरा कर लिया था. 

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ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 281 रन जड़कर वीवीएस लक्ष्मण ने रच दिया था इतिहास 

इसके बाद मैच का चौथा दिन आया और 14 मार्च 2001 की तारीफ ऑस्ट्रेलिया के लिए एक डरावने सपने में तब्दील हो चुकी थी. दिनभर बल्लेबाजी करते हुए वीवीएस लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ की जोड़ी 335 रन जोड़ चुकी थी.   

टेस्ट क्रिकेट में तब भारत की ओर से सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर 236 सुनील गावसकर के नाम था, लेकिन अब लक्ष्मण उससे भी आगे निकल गए थे. आखिरकार मैच के पांचवे दिन लक्ष्मण आउट हुए, लेकिन 281 रन बनाने के बाद. लक्ष्मण ने राहुल द्रविड़ के साथ 376 रनों की रिकॉर्ड साझेदारी की. लक्ष्मण की शानदार पारी की बदौलत भारत ऑस्ट्रेलिया के जबड़े से जीत छीन लाया था. 

अब हरमनप्रीत कौर ने ऑस्ट्रेलिया के जबड़े से छीनी जीत 

सचिन और लक्ष्मण के बाद अब हरमनप्रीत ऑस्ट्रेलिया के लिए खौफ का पर्याय बन चुकी हैं. भारत ने हरमनप्रीत की तूफानी पारी के दम पर निर्धारित 42 ओवरों के मैच में चार विकेट खोकर 281 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया. ऑस्ट्रेलियाई टीम इस मजबूत लक्ष्य के सामने 40.1 ओवरों में सभी विकेट खोकर 245 रन ही बना सकी. 

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हरमनप्रीत कौर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नाबाद 171 रनों की शानदार पारी खेली

हरमनप्रीत ने खराब शुरुआत से टीम को निकालते हुए 115 गेंदों में 20 चौके और सात छक्कों की मदद से तूफानी पारी खेली. धीमी शुरुआत करने वाली इस खिलाड़ी ने कप्तान मिताली राज (36) और दीप्ति शर्मा (25) के साथ दो अहम साझेदारी करते हुए टीम को विशाल स्कोर तक पहुंचाया. 

हरमनप्रीत द्वारा बनाए गया स्कोर महिला विश्व कप के नॉकआउट मैचों में सर्वाधिक स्कोर है. 

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