बैडमिंटन विश्व चैम्पियनशिप: किदाम्बी श्रीकांत, पीवी सिंधू की अगुवाई में स्वर्ण जीतना चाहेगा भारत
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बैडमिंटन विश्व चैम्पियनशिप: किदाम्बी श्रीकांत, पीवी सिंधू की अगुवाई में स्वर्ण जीतना चाहेगा भारत

थाईलैंड ग्रां प्री गोल्ड जीतने वाले प्रणीत पहले दौर में हांगकांग के वेई नाम के सामने होंगे, जबकि अजय जयराम शुरुआती दौर में ऑस्ट्रिया के लुका रैबर से भिड़ेंगे.

सिंधू 2016 चाइना ओपन और 2017 इंडिया ओपन खिताब जीत चुकी हैं. (फाइल फोटो)

ग्लास्गो: फॉर्म में चल रहे किदाम्बी श्रीकांत और दो बार की कांस्य पदकधारी पीवी सिंधू सोमवार (21 फरवरी) से यहां शुरू होने वाली विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप में 21 सदस्यीय भारतीय दल की अगुवाई करेंगे जिसमें उनकी निगाहें स्वर्ण पदक अपने नाम करने पर लगी होंगी. इंडोनेशिया और ऑस्ट्रेलिया में लगातार खिताब जीतने के बाद श्रीकांत अपनी शानदार लय को जारी रखकर विश्व चैम्पियनशिप में पहला पदक हासिल करना चाहेंगे. ओलंपिक रजत पदकधारी सिंधू 2016 चाइना ओपन और 2017 इंडिया ओपन खिताब जीत चुकी हैं, वह 2013 और 2014 सत्र में कांस्य पदक के रंग को बेहतर करने की कोशिश करेंगी.

  1. साइना और सिंधू को शुरुआती दौर में बाई मिली है.
  2. श्रीकांत का सामना रूस के सरगे सिरांत से होगा.
  3. सिंधू 2016 चाइना ओपन और 2017 इंडिया ओपन खिताब जीत चुकी हैं.

श्रीकांत लगातार तीन फाइनल में जगह बनाने के बाद यहां पहुंचे हैं, जबकि सिंधू इस सत्र में पिछली सुपर सीरीज प्रतिस्पर्धाओं में दो बार क्वार्टरफाइनल में पहुंची. वर्ष 2015 विश्व चैम्पियनशिप में रजत पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला साइना नेहवाल भी दावेदारों में शामिल होंगी और वह शानदार खेल दिखाकर अपनी फिटनेस संबंधित सभी शंकाओं को खारिज करना चाहेंगी. दिलचस्प बात है कि साइना और सिंधू को शुरुआती दौर में बाई मिली है. सिंधू दूसरे दौर से अपने अभियान की शुरुआत कोरिया की किम हयो मिन और मिस्र की हादिया होस्नी के बीच होने वाले मुकाबले की विजेता के खिलाफ करेंगी. उनके क्वार्टरफाइनल में प्रवेश करने के लिये चीन की सुन यु से भिड़ंत हो सकती है.

वहीं दूसरी ओर साइना का सामना स्विट्जरलैंड की सबरीना जाकेट और यूक्रेन की नटाल्या वोयेतसेख के बीच होने वाले शुरुआती मैच की विजेता से होगा. प्री क्वार्टरफाइनल में प्रवेश करने के लिये उनकी भिड़ंत कोरिया की दूसरी वरीय सुंग जी हुन से होने की उम्मीद है. टूर्नामेंट से पहले हालांकि भारत के पुरुष खिलाड़ियों का सत्र में दबदबा रहा, जिन्होंने छह खिताब अपने नाम किये हैं. इसमें 15वें वरीय बी साई प्रणीत ने सिंगापुर में पहला सुपर सीरीज खिताब जीता जबकि समीर वर्मा ने लखनऊ में सैयद मोदी ग्रां प्री गोल्ड में ट्रॉफी हासिल की.

थाईलैंड ग्रां प्री गोल्ड जीतने वाले प्रणीत पहले दौर में हांगकांग के वेई नाम के सामने होंगे जबकि अजय जयराम शुरुआती दौर में ऑस्ट्रिया के लुका रैबर से भिड़ेंगे. समीर वर्मा अपनी पहली विश्व चैम्पियनिशप खेल रहे हैं, उन्हें मुख्य ड्रा में सीधे प्रवेश मिला है और वह अपने अभियान की शुरुआत स्पेन के पाब्लो अबियान के खिलाफ करेंगे.

श्रीकांत का सामना रूस के सरगे सिरांत से होगा, उन्होंने कहा, ‘‘मैं सचमुच काफी अच्छा खेल रहा हूं और आत्मविश्वास से भरा हूं. लेकिन हर कोई इतने बड़े टूर्नामेंट में पूरी फिटनेस के साथ उतरता है. इसलिये मैं फाइनल में पहुंचने के बारे में नहीं सोच रहा हूं लेकिन मेरा ध्यान पहले दौर पर लगा है.’’ श्रीकांत एंड कंपनी को बड़े स्टार खिलाड़ियों जैसे दो बार के विजेता और ओलंपिक चैम्पियन चेन लोंग, दुनिया के नंबर एक सोन वान हो, अनुभवी ली चोंग वेई, डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसन, चीन के शि युकी और पांच बार के विश्व चैम्पियन लिन डैन की चुनौती का सामना करना होगा.

महिलाओं के एकल में राष्ट्रीय चैम्पियन रितुपर्णा दास शुरुआती दौर में एरी मिकेला से जबकि तन्वी लाड इंग्लैंड की चोले बर्च से भिड़ेंगी. दुनिया की नंबर एक ताई जु यिंग इसमें नहीं खेल रही हैं तो तीसरी वरीयता प्राप्त दो बार की चैम्पियन कैरोलिना मारिन भारतीय खिलाड़ी साइना और सिंधू के सामने कड़ी चुनौती पेश करेंगी. भारतीय खिलाड़ियों को दुनिया की दूसरे नंबर की जापानी अकाने यामागुची और तीसरे नंबर की दक्षिण कोरिया की सुंग जि युन से भी सतर्क रहना होगा.

अन्य भारतीयों में रियो ओलंपियन मनु अत्री और बी सुमित रेड्डी, चिराग सेन और सत्विकसाईराज रैंकीरेड्डी की युवा जोड़ी तथा अर्जुन एमआर और रामचंद्रन श्लोक की जोड़ी पुरुष युगल में भाग लेगी. सुमित और अश्विनी पोनप्पा मिश्रित युगल में जोड़ी बनायेंगें, जिसमें प्रणव जेरी चोपड़ा और एन सिक्की रेड्डी के अलावा सत्विक और मनीषा के की जोड़ी भी खेलेगी. महिलाओं के युगल में अश्विनी और सिक्की, मेघना जाक्कामपुडी और पूर्विशा एस राम तथा संजना संतोष और अराथी सारा सुनील भी प्रभावित करना चाहेंगी.

मुख्य राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद अपने खिलाड़ियों से इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में एक से ज्यादा पदक लाने की उम्मीद करेंगे. उन्होंने कहा, ‘‘यह शायद सबसे मजबूत टीम है. पुरुष खिलाड़ी हाल के दिनों में काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और दौड़ में शामिल चार भारतीय काफी अच्छे हैं और उनमें सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को पस्त करने की काबिलियत है. इन दिनों कोई भी प्रबल दावेदार नहीं है और हम अपने खिलाड़ियों से मजबूत प्रदर्शन की उम्मीद कर सकते हैं. ’’

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