विश्व महिला बॉक्सिंग चैम्पियनशिप: फाइनल में हारी सोनिया, सिल्वर से करना पड़ा संतोष
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विश्व महिला बॉक्सिंग चैम्पियनशिप: फाइनल में हारी सोनिया, सिल्वर से करना पड़ा संतोष

विश्व महिला बॉक्सिंग चैम्पियनशिप के 57 किलो वर्ग में भारत की सोनिया चहल को फाइनल में हार कर सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा. 

सोनिया फाइनल के दूसरे राउंड में कमजोर पड़ गईं और गोल्ड से चूक गईं. (फोटो PTI)

नई दिल्ली: भारत में चल रही आईबा विश्व महिला बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में भारतीय खिलाड़ी सोनिया चहल को  सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा. शनिवार को जर्मनी की गेब्रिएल वाहनेर ने 57 किलोग्राम भारवर्ग के फाइनल में सोनिया को मात दी. इंदिरा गांधी स्टेडियम के के.डी. जाधव हॉल में खेले गए फाइनल में सोनिया को वाहनेर ने 4-1 से मात देकर गोल्ड मेडल जीतने से रोक दिया.  

  1. 57 किलो वर्ग के फाइनल में हारी सोनिया
  2. जर्मनी की गेब्रिएल वाहनेर ने हराया
  3. 57 किलो वर्ग में मैरी कॉम ने जीता गोल्ड 

वहीं  भारत की दिग्गज खिलाड़ी एमसी मैरी कॉम ने 48 किलोग्राम भारवर्ग का खिताब अपने नाम कर लिया. मैरी कॉम ने फाइनल में यूक्रेन की हना ओखोटा को 5-0 से मात देते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम किया. मैरी कॉम विश्व चैम्पियनशिप में सात के फाइनल में सात बार पहुंचने वाली दुनिया की पहली मुक्केबाज हैं

सिल्वर भी शानदार उपलब्धि है
भिवानी की 21 वर्षीय सोनिया को फेदरवेट फाइनल में जर्मनी की गैब्रियले ओर्नेला वाहनर से 1 – 4 से शिकस्त मिली. वह पाचों जज के फैसले में 28-29, 28-29, 29-28, 28-29 , 28-29 से पिछड़ीं. सोनिया पहले ही कह चुकी थी कि विपक्षी मुक्केबाज ‘हार्ड हिटर’ है और वह इतनी तेज नहीं खेलतीं. मुकाबले के दौरान साफ दिखा कि जर्मनी की मुक्केबाज तीनों राउंड में हावी रही और सोनिया का दनादन मुक्कों से दमखम भी कम हो गया. हालांकि वह अपनी पहली विश्व चैम्पियनशिप में सिल्वर मेडल जीतने में सफल रही, यह शानदार उपलब्धि है.

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दूसरे राउंड में ही पस्त हुईं सोनिया
सोनिया दूसरे राउंड में ही पस्त हो गई थीं. पहले राउंड में जर्मनी की मुक्केबाज ने आक्रामक खेलना शुरू किया और मजबूत मुक्कों से मेजबान देश की मुक्केबाज को पछाड़ा जो रक्षात्मक खेलते हुए पंच लगाने का मौका ढूंढती दिखी और एक जोरदार पंच से गिर भी गयीं. दूसरे राउंड और तीसरे राउंड का हाल एक सा रहा जिसमें सोनिया के पास गैब्रिएल के मुक्कों का कोई जवाब नहीं था. हालांकि सोनिया ने वापसी की कोशिश के तहत अंत में कुछ लगातार मुक्के जमाए

सोनिया ने माना वे बेहतर नहीं थी
सोनिया ने मुकाबले के बाद स्वीकार किया कि वह विपक्षी से कमतर थी. उन्होंने कहा, ‘‘वह हार्ड हिटर है और मजबूत मुक्केबाज है, मैं यह जानती थी. मुझे लगातार पंच लग रहे थे जिससे थोड़ा स्टैमिना कम हुआ और यहीं कमतर रह गईं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरी पहली बड़ी चैम्पियनशिप, इसमें सिल्वर मेडल जीतना अच्छा है. अगली बार पूरी तरह तैयार होकर खेलूंगी और गोल्ड मेडल जीतूंगी. अब ध्यान 2020 ओलंपिक क्वालीफायर पर लगाऊंगी.’’ 

(इनपुट आईएएनएस/भाषा)

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