हर रोज डबल सेंचुरी नहीं बना सकते : रोहित शर्मा
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हर रोज डबल सेंचुरी नहीं बना सकते : रोहित शर्मा

मौजूदा विश्व कप में वेस्टइंडीज के खिलाफ नाबाद 237 रन बनाने वाले न्यूजीलैंड के मार्टिन गुप्टिल उनका 264 रन का विश्व रिकार्ड तोड़ने के करीब पहुंचे थे और रोहित शर्मा को भी पता है कि रिकार्ड टूटने के लिये बनते हैं लेकिन वह चाहते हैं कि यह रिकार्ड कुछ और समय उनके नाम रहे । बांग्लादेश के खिलाफ शतक जमाकर फार्म में लौटे रोहित ने पत्रकारों को सवालों के जवाब भी अपनी बल्लेबाजी की शैली में दिये यानी सटीक और धाराप्रवाह ।

हर रोज डबल सेंचुरी नहीं बना सकते : रोहित शर्मा

सिडनी : मौजूदा विश्व कप में वेस्टइंडीज के खिलाफ नाबाद 237 रन बनाने वाले न्यूजीलैंड के मार्टिन गुप्टिल उनका 264 रन का विश्व रिकार्ड तोड़ने के करीब पहुंचे थे और रोहित शर्मा को भी पता है कि रिकार्ड टूटने के लिये बनते हैं लेकिन वह चाहते हैं कि यह रिकार्ड कुछ और समय उनके नाम रहे । बांग्लादेश के खिलाफ शतक जमाकर फार्म में लौटे रोहित ने पत्रकारों को सवालों के जवाब भी अपनी बल्लेबाजी की शैली में दिये यानी सटीक और धाराप्रवाह ।

यह पूछने पर कि क्या उन्हें डर लगा था कि गुप्टिल उनका रिकार्ड तोड़ देगा, रोहित ने कहा ,‘ रिकार्ड टूटने के लिये ही बनते हैं । मैं नहीं चाहता कि यह टूटे लेकिन हर बल्लेबाज बड़ी पारी खेलना चाहता है । हर रोज 200 रन नहीं बनाये जा सकते । यह काफी कठिन है । जब मैने 264 रन बनाये थे तो मुझसे कहा गया था कि मुझे 300 बनाने चाहिये थे। लोगों की अपेक्षायें काफी है ।

यदि आप 300 बनायेंगे तो 350 की अपेक्षा होगी ।’ उनसे यह भी पूछा गया कि वह खराब शाट क्यो नहीं खेलते , इस पर रोहित ने मुस्कुराकर कहा ,‘ यह काफी दिलचस्प सवाल है । यदि मैं अच्छा शाट खेलता हूं तो मुझे नहीं लगता कि खराब शाट खेलने की जरूरत है । सिर्फ अच्छे शाट्स खेलते रहूंगा ।’ यह पूछने पर कि वह इतनी सहजता से बड़े शाट कैसे खेलते हैं, उन्होंने कहा ,‘ईमानदारी से कहूं तो मुझे नहीं पता । बड़े शाट्स खेलते समय बेसिक्स सही होना जरूरी है। यह सही तकनीक का मसला है ।’

यह पूछने पर कि महेंद्र सिंह धोनी की जगह वह प्रेस कांफ्रेंस में क्यो आये हैं, रोहित ने कहा ,‘क्योकि मुझसे प्रेस कांफ्रेंस में आने के लिये कहा गया था ।’ फिजियो नितिन पटेल, ट्रेनर सुदर्शन और मालिशिये रमेश माने के योगदान पर पूछे गए सवालों का भी उन्होंने जवाब दिया ।

उन्होंने कहा ,‘ यह सबसे अहम सवाल है । लोग खिलाड़ियों और कोचिंग स्टाफ की तारीफ करते हैं लेकिन पीछे से काम करने वालों को कोई नहीं जानता । जिन लोगों की आपने बात की , उनकी भूमिका अहम है ।’ उन्होंने कहा ,‘ जिस दिन से हम आये हैं, वे कड़ी मेहनत कर रहे हैं । लगातार चार महीने खेलना आसान नहीं है, खासकर तेज गेंदबाजों के लिये। ये लोग मेहनत करते हैं, तभी हम मैदान पर उतर पाते हैं।’

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