गमांग के प्रयासों पर पत्नी फेर सकती हैं पानी
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गमांग के प्रयासों पर पत्नी फेर सकती हैं पानी

परंपरागत रूप से कांग्रेस का गढ़ रहे इस आदिवासी बहुल क्षेत्र से गिरधर गमांग लोकसभा के लिए 10वें कार्यकाल की दौड़ में है, लेकिन उनके प्रयासों पर उनकी पत्नी पानी फेर सकती हैं जो इस सीट पर बीजद के टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़ रही हैं।

कोरापुट (ओडिशा) : परंपरागत रूप से कांग्रेस का गढ़ रहे इस आदिवासी बहुल क्षेत्र से गिरधर गमांग लोकसभा के लिए 10वें कार्यकाल की दौड़ में है, लेकिन उनके प्रयासों पर उनकी पत्नी पानी फेर सकती हैं जो इस सीट पर बीजद के टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़ रही हैं।
गमांग ने अपने वोट से वर्ष 1999 में 13 महीने पुरानी अटल बिहारी वाजपेयी सरकार का भाग्य तय किया था। 2009 में वह इस सीट पर तीसरे नंबर पर खिसक गए थे और इसे बीजद के जयराम पांगी ने जीत लिया था। इसके साथ ही यहां कांग्रेस को पहली चुनावी पराजय का सामना करना पड़ा था।
बीजद ने पांगी की जगह लखमीपुर से वर्तमान विधायक झिना हिकाका को उतारा है जिन्हें 2012 में एक महीने तक माओवादियों की हिरासत में रहना पड़ा था। भाजपा के शिव शंकर उलाका और पांच अन्य उम्मीदवार भी मैदान में हैं। 2009 के चुनाव में भाजपा दूसरे नंबर पर रही थी। पर्यवेक्षकों का कहना है कि बीजद लखमीपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र सहित कई इलाकों में बैकफुट पर है क्योंकि पार्टी कार्यकर्ताओं ने पार्टी उम्मीदवारों के खिलाफ बगावत कर दी है। लखमीपुर में बीजद कार्यकर्ताओं ने गमांग की पत्नी हेमा का समर्थन नहीं करने करने का फैसला किया है। वह हाल में बीजद में शामिल हुई थीं । पार्टी ने उन्हें लखमीपुर से टिकट दिया। (एजेंसी)

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