डिजिटल पेमेंट का बादशाह बना भारत! दुनिया में सबसे ज्यादा मोबाइल पेमेंट यहीं होते हैं, जानें UPI ने कैसे मचाया धमाल
Digital Payment: एक सर्वे के मुताबिक 2023 में पूरे देश की आबादी का 90.8% हिस्सा मोबाइल वॉलेट इस्तेमाल करके पेमेंट करता है. ये आंकड़ा बताता है कि भारत कितनी तेजी से डिजिटल पेमेंट अपना रहा है. अप्रैल 2024 में ही रोजाना 19.64 लाख करोड़ रुपये के ट्रांजेक्शन हुए थे.
UPI Payment: एक सर्वे के मुताबिक भारत मोबाइल पेमेंट्स में दुनिया में सबसे आगे है. GlobalData के सर्वे के मुताबिक 2023 में पूरे देश की आबादी का 90.8% हिस्सा मोबाइल वॉलेट इस्तेमाल करके पेमेंट करता है. ये आंकड़ा बताता है कि भारत कितनी तेजी से डिजिटल पेमेंट अपना रहा है. भारत का UPI (Unified Payments Interface) लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहा है. अप्रैल 2024 में ही रोजाना 19.64 लाख करोड़ रुपये के ट्रांजेक्शन हुए थे. मई 2024 के पहले पंद्रह दिनों में भी 10.70 लाख करोड़ रुपये के ट्रांजेक्शन हो चुके हैं.
महामारी ने मोबाइल पेमेंट्स को दिया बढ़ावा
ये ट्रेंड सिर्फ भारत तक सीमित नहीं है. पूरे एशिया-पैसिफिक रीजन (APAC) में भी मोबाइल वॉलेट का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है. माना जा रहा है कि कोविड-19 महामारी ने लोगों को कॉन्टैक्टलेस पेमेंट की तरफ मोड़ दिया है, जिससे इसकी रफ्तार और तेज हो गई है.
दूसरे देशों पर भी पड़ेगा असर
एक्सपर्ट्स का मानना है कि मोबाइल वॉलेट का असर दूसरे देशों पर भी पड़ेगा. GlobalData के एनालिस्ट रवि शर्मा का कहना है कि हांगकांग में कैश ट्रांजेक्शन कम हो जाएंगे क्योंकि वहां मोबाइल वॉलेट ज्यादा पसंद किए जा रहे हैं. इसकी वजह बताते हुए वो कहते हैं कि हर जगह QR कोड का इस्तेमाल हो रहा है, तुरंत पेमेंट करने के लिए मोबाइल सिस्टम मौजूद हैं और लोग अब मोबाइल पेमेंट से ही पेमेंट करना ज्यादा पसंद करते हैं.
लोगों को मिल रहे ज्यादा ऑप्शन
स्मार्टफोन का ज्यादा इस्तेमाल और बैंक अकाउंट रखने वालों की बड़ी संख्या मोबाइल वॉलेट इस्तेमाल करने वालों की संख्या बढ़ाती है. साथ ही कई भारतीय और विदेशी मोबाइल वॉलेट ब्रांड्स (Apple Pay, Google Pay, PhonePe) मौजूद होने से लोगों को चुनने के लिए ज्यादा ऑप्शन मिलते हैं. दुकानदारों द्वारा भी इसे स्वीकार किए जाने से लोग और ज्यादा मोबाइल वॉलेट इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित होते हैं. ये जानकारी GlobalData के 2023 फाइनेंशियल सर्विसेज कंज्यूमर सर्वे पर आधारित है. ये सर्वेक्षण 2023 के दूसरे क्वार्टर में किया गया था, जिसमें 40 देशों के 50,000 से ज्यादा 18 साल से ऊपर के लोगों को शामिल किया गया था.