6 महीने में रिलायंस JIO कर सकती है बड़ा धमाका, मोबाइल यूजर्स को मिलेगी जबरदस्त सर्विस
Advertisement

6 महीने में रिलायंस JIO कर सकती है बड़ा धमाका, मोबाइल यूजर्स को मिलेगी जबरदस्त सर्विस

रिलायंस जियो स्पेक्ट्रम एलोकेशन का इंतजार कर रही है. एलोकेशन होने के 6 महीने के अंदर 5वीं जेनरेशन यानी 5G टेक्नोलॉजी को जियो लॉन्च कर सकती है.

6 महीने में रिलायंस JIO कर सकती है बड़ा धमाका, मोबाइल यूजर्स को मिलेगी जबरदस्त सर्विस

नई दिल्ली: मुकेश अंबानी का स्वामित्व वाली रिलायंस जियो टेलीकॉम इंडस्ट्री में एक और धमाका करने की तैयारी कर रही है. अगर सबकुछ ठीक रहा तो जियो मोबाइल यूजर्स के लिए सबसे तेज स्पीड इंटरनेट की सुविधा देगी. दरअसल, रिलायंस जियो स्पेक्ट्रम एलोकेशन का इंतजार कर रही है. एलोकेशन होने के 6 महीने के अंदर 5वीं जेनरेशन यानी 5G टेक्नोलॉजी को जियो लॉन्च कर सकती है. 5G सर्विस लॉन्च होने से टेलीकॉम इंडस्ट्री में एक और क्रांति आ सकती है. रिलायंस जियो की प्लानिंग है कि देश में 2020 के मध्य तक यह सर्विस पूरे देश में शुरू की जाए. 

किसका है जियो को इंतजार
सरकार ने हाल ही में कहा था कि वह 2019 के अंत तक 5G सर्विस के लिए स्पेक्ट्रम एलोकेट करने की प्लानिंग कर रही है. अगर स्पेक्ट्रम एलोकेट किए जाते हैं तो रिलायंस जियो की सबसे ज्यादा स्पेक्ट्रम खरीदने की प्लानिंग, जिससे वह 5G सर्विस लॉन्च कर सकेगी. जियो को इंतजार है कि अगर उसे स्पेक्ट्रम मिलता है तो वह 6 महीने में सर्विस को लॉन्च कर देगी. इस सर्विस के लॉन्च होने से डाउनलोड स्पीड बहुत बढ़ सकती है.

जियो की यह है प्लानिंग
इकोनॉमिक टाइम्स की एक खबर के मुताबिक, जियो के एक एग्जिक्यूटिव ने बताया कि कंपनी पास LTE नेटवर्क तैयार है, वह 5G सर्विस लॉन्च करने में सक्षम है. सिर्फ स्पेक्ट्रम एलोकेशन का इंतजार है. हम स्पेक्ट्रम एलोकेट होने से 6 महीने में अंदर नई टेक्नोलॉजी की सर्विस लॉन्च कर दी जाएगी. आपको बता दें, कंपनी 5जी नेटवर्क के लिए पहले से ही ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क बिछा रही है. 

क्या कहती है मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट
मॉर्गन स्टेनली ने एक रिपोर्ट के मुताबिक, टेलीकॉम सेक्टर की कंपनियों को देश में 5जी नेटवर्क लॉन्च करने के लिए ऑप्टिक फाइबर नेटवर्क तैयार करना होगा. कंपनियों का अगला फोकस ऑप्टिकल फाइबर पर ही होना चाहिए. रिपोर्ट में बताया गया है कि भारती एयरटेल और रिलायंस जियो ने 5G नेटवर्क तैयार करने के लिए MIMO (मल्टीपल-इनपुट मल्टीपल-आउटपुट), नेटवर्क फंक्शंस वर्चुलाइजेशन (NFV) और सॉफ्टवेयर डिफाइंड नेटवर्किंग (SDN) को शुरू करने का इशारा दिया था. 

डिवाइस तैयार कराएगी जियो
5जी सर्विस लॉन्च करने से पहले रिलायंस जियो देश में 5जी मॉडल को तैयार कराना चाहती है. इससे सर्विस रोल आउट करने में कोई दिक्कत नहीं होगी. कंपनी की डोमेस्टिक और मल्टीनेशनल वेंडर्स के साथ बातचीत कर रही है. इसके लिए कंपनी अमेरिका की क्वालकॉम और ताइवान की मीडियाटेक से बातचीत कर रही है. मार्केट के जानकारों का कहना है कि जियो के लिए 5जी सर्विस रोल आउट करना आसान होगा. क्योंकि, कंपनी के पास पहले से पूरी तरह IP-बेस्ड नेटवर्क है.

5जी सर्विस का फील्ड ट्रायल
टेलीकॉम विभाग (DoT) ने 5G सर्विस रोल आउट से पहले फील्ड ट्रायल के लिए टेलीकॉम कंपनियों को आमंत्रित किया है. इनमें रिलायंस जियो के अलावा भारती एयरटेल, वोडाफोन-आइडिया और BSNL शामिल है. ट्रायल के लिए स्पेक्ट्रम एलोकेशन पर विचार चल रहा है. टेलीकॉम रेगुलेटर ने 5G सर्विसेज के लॉन्च के लिए 3300 Mhz-3600 Mhz के स्पेक्ट्रम लाने का सुझाव दिया गया है.

Trending news