Fake News और गलत जानकारियों के खिलाफ एक्शन में Twitter, शुरू किया फैक्ट चेकिंग प्रोग्राम Birdwatch
Twitter Birdwatch Programme: फिलहाल ये प्रोग्राम यूजर्स के एक छोटे से ग्रुप के लिए है. इस नए प्रोग्राम के जरिए यूजर्स ट्वीट्स का फैक्ट चेक कर सकते हैं.
नई दिल्ली: फेक न्यूज़ और गलत जानकारियों (Misinformation) पर लगाम कसने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर (Twitter) ने एक खास प्रोग्राम को शुरू किया है. इस प्रोग्राम का नाम है, बर्ड वॉच प्रोग्राम (Birdwatch Programme) . ये एक फैक्ट चेकिंग प्रोग्राम है, जिसे खास तौर पर Misinformation यानी गलत जानकारियों काे लोगों तक पहुंचने से रोकने के लिए शुरू किया गया है.
ऐसे काम करता है ये प्रोग्राम
हालांकि फिलहाल ये प्रोग्राम यूजर्स के एक छोटे से ग्रुप के लिए है. इस नए प्रोग्राम के जरिए यूजर्स ट्वीट्स का फैक्ट चेक कर सकते हैं. सोमवार को कंपनी ने इस प्रोग्राम की शुरुआत की है. बर्ड वॉच (Birdwatch) के पायलट प्रोग्राम के तहत अमेरिका के 1000 यूजर्स संदर्भ को उपलब्ध कराने के लिए ट्वीट्स के साथ नोट एड कर सकते हैं.
अभी जो यूजर्स इस पायलट प्रोग्राम में हिस्सा ले रहे हैं, वो किसी ट्वीट के साथ नोट्स लिख सकते हैं. लेकिन ये नोट ट्विटर (Twitter) पर सार्वजनिक रूप से नजर नहीं आएंगे. लेकिन पब्लिक बर्ड वॉच वेबसाइट पर आप इन्हें देख सकते हैं.
बर्ड वॉच नोट के साथ ट्वीट कुछ ऐसा नजर आएगा-
ट्विटर के प्रोडक्ट वाइस प्रेसीडेंट कीथ कोलमैन ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा कि हमारा मानना है कि इसके जरिए हम तेजी से फैलती किसी गलत जानकारी के खिलाफ तुरंत एक्शन ले सकते हैं. बर्ड वॉच प्रोग्राम में वो क्षमता है. इसमें ऐसे संदर्भ जोड़ पाएंगे जिस पर लोग भरोसा कर सकें और जो उन्हें महत्वपूर्ण लगे.
हमारा लक्ष्य है कि ग्लोबल ट्विटर ऑडियंस के लिए ये नोट ट्वीट्स के साथ डायरेक्टली विजिबल हों, जब हमें विस्तृत और विविधतापूर्ण कॉन्ट्रिब्यूटर्स से सहमति मिल जाए.
बता दें कि ट्विटर ने पिछले साल इसकी पुष्टि की थी कि वह बर्डवॉच के साथ काम कर रहा है.
ट्विटर ने सस्पेंड किया था डोनाल्ड ट्रंप का अकाउंट
बाकी मीडिया प्लेटफॉर्म्स की तरह ही ट्विटर ने भी गलत जानकारियों और प्रॉपेगेंडा के खिलाफ लड़ाई छेड़ दी है. कंपनी ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव कैम्पेन के दौरान भी गलत जानकारियों पर लगाम लगाने के लिए जरूरी कदम उठाए थे. इसके तहत गलत जानकारियों वाले ट्वीट्स के साथ ये लिख दिया गया था कि ये इलेक्शन के बारे में गलत और मिसलीडिंग इंफॉर्मेशन दे रहे हैं.
इसी के तहत पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का अकाउंट भी स्थायी रूप से सस्पेंड कर दिया गया था. हालांकि इस प्रोग्राम को लेकर लोगों का मिला जुला रिस्पॉन्स मिला था.
ट्विटर ने कहा कि उसने राजनीति से जुड़े 100 लोगों का इंटरव्यू किया और उन्होंने कंपनी को बताया कि बर्डवॉच नोट्स ने उपयोगी संदर्भ उपलब्ध कराया जिससे ट्वीट्स को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिली. बर्डवॉच का पूरा डेटा टीएसवी फाइलों में उपलब्ध रहेगा और इसे डाउनलोड किया जा सकेगा.
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