WhatsApp ने क्यों बैन किए 71 लाख भारतीय अकाउंट्स? यहां जानिए वजह
व्हाट्सएप ने अपनी मासिक अनुपालन रिपोर्ट में कहा कि इनमें से लगभग 25,71,000 खातों पर सक्रिय रूप से प्रतिबंध लगा दिया गया, जिसका अर्थ है कि उन्हें यूजर्स की किसी भी रिपोर्ट से पहले बंद कर दिया गया. यह व्हाट्सएप की स्वचालित सुरक्षा प्रणाली की प्रभावशीलता को दर्शाता है.
मेटा के स्वामित्व वाले व्हाट्सएप ने सितंबर महीने में भारत में रिकॉर्ड 71 लाख से अधिक खराब खातों पर प्रतिबंध लगा दिया. यह कंपनी के लिए एक नया रिकॉर्ड है, और यह भारत में व्हाट्सएप के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है. व्हाट्सएप ने अपनी मासिक अनुपालन रिपोर्ट में कहा कि इनमें से लगभग 25,71,000 खातों पर सक्रिय रूप से प्रतिबंध लगा दिया गया, जिसका अर्थ है कि उन्हें यूजर्स की किसी भी रिपोर्ट से पहले बंद कर दिया गया. यह व्हाट्सएप की स्वचालित सुरक्षा प्रणाली की प्रभावशीलता को दर्शाता है.
इतनी हुईं शिकायतें
भारत में 50 करोड़ से अधिक यूजर्स के साथ, व्हाट्सएप देश का सबसे लोकप्रिय मैसेजिंग प्लेटफॉर्म है. सितंबर में, व्हाट्सएप को भारत में रिकॉर्ड 10,442 शिकायत रिपोर्ट प्राप्त हुईं. इनमें से 85 पर कार्रवाई की गई, जिसका अर्थ है कि इन खातों को प्रतिबंधित कर दिया गया या बहाल कर दिया गया.
कंपनी के अनुसार, 'इस यूजर सिक्योरिटी रिपोर्ट में प्राप्त यूजर शिकायतों और व्हाट्सएप द्वारा की गई कार्रवाई के साथ-साथ हमारे प्लेटफॉर्म पर दुरुपयोग से निपटने के लिए व्हाट्सएप की अपनी निवारक कार्रवाइयों का विवरण शामिल है.' इसके अलावा, कंपनी को सितंबर में देश में शिकायत अपीलीय समिति से छह आदेश मिले और उन्होंने इसका अनुपालन किया.
लाखों भारतीय सोशल मीडिया यूजर्स को सशक्त बनाने के लिए केंद्र ने हाल ही में शिकायत अपीलीय समिति (जीएसी) लॉन्च की है जो सामग्री और अन्य मुद्दों के संबंध में उनकी चिंताओं को देखती है. नवगठित पैनल, बिग टेक कंपनियों पर लगाम लगाने के लिए देश के डिजिटल कानूनों को मजबूत करने की दिशा में एक कदम है, जो सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के फैसलों के खिलाफ उपयोगकर्ताओं द्वारा की गई अपील पर गौर करेगा.
(इनपुट-आईएएनएस)