सर्दी की छुट्टियां शुरू होते ही सूर्यनगरी जोधपुर में पर्यटकों की संख्या में भारी बढ़ोतरी देखी जा रही है. देश-विदेश से सैलानी नए साल और छुट्टियां मनाने के लिए जोधपुर पहुंच रहे हैं. जनवरी के पहले सप्ताह तक शहर में पर्यटकों की भीड़ बनी रहेगी. इस दौरान होटल पहले ही पूरी तरह से बुक हो चुके हैं, और शहर के प्रमुख पर्यटन स्थल सैलानियों से भरे हुए हैं.


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पिछले 15 दिनों में लगभग 2 लाख से ज्यादा भारतीय और विदेशी पर्यटक जोधपुर आए हैं. शन‍िवार को किला रोड पर पर्यटकों की भारी भीड़ और वाहनों की रेलमपेल देखी गई, जबकि मेहरानगढ़ किला भी सैलानियों से खचाखच भरा हुआ था.


इन दो समय पर खाली नहीं मिलेगा जोधपुर

जोधपुर में साल में दो बार पर्यटन सीजन में पीक आता है. एक बार नवरात्रि और दिवाली के दौरान, जब बंगाली, गुजराती, मराठी और दक्षिण भारतीय पर्यटकों की संख्या अधिक होती है, और दूसरी बार 25 दिसंबर से 7 जनवरी तक, जब विदेशी पर्यटकों की तादाद भी काफी बढ़ जाती है. इन दोनों समयों में शहर का वातावरण पूरी तरह से बदल जाता है और पर्यटन व्यवसाय को भी जबरदस्त बढ़ावा मिलता है.


इतिहास और संस्कृति का समागम

जोधपुर को ‘सूर्यनगरी’ के नाम से जाना जाता है और यहां के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों की एक लंबी लिस्ट है. मेहरानगढ़ किला, जो जोधपुर का प्रमुख पर्यटन स्थल है, यहां के शाही अतीत का बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत करता है. इस किले के आसपास की घुमावदार गलियां और भव्य महल जोधपुर के समृद्ध इतिहास की गवाही देते हैं, और पर्यटक इनका भरपूर आनंद ले रहे हैं.


पर्यटकों का अनुभव

जोधपुर घूमने आए पर्यटकों का कहना है कि यह शहर एक सुखद अनुभव देता है. एक सैलानी ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, "यहां आना बहुत सुखद अनुभव देता है. यहां का खाना बहुत लाजवाब है. हमने यहां की जलेबी, नमकीन और तमाम तरीके के व्यंजनों का लुत्फ लिया.


बढ़ रहा जोधपुर टूरिज्म

सर्दी की छुट्टियां और नए साल का समय जोधपुर में पर्यटन के लिहाज से विशेष रूप से महत्वपूर्ण होता है. इस दौरान न केवल भारत के विभिन्न हिस्सों से बल्कि विदेशों से भी पर्यटक यहां आते हैं. इन पर्यटकों के आगमन से स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी जबरदस्त बढ़ावा मिलता है. होटल, रेस्टोरेंट, हस्तशिल्प और परिवहन क्षेत्र में भी इस समय में खासा कारोबार बढ़ता है.

-एजेंसी-