राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण से बजट सत्र की शुरुआत हुई है. सेंट्रल हॉल में दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर कहा करते थे कि आर्थिक- सामाजिक लोकतंत्र के बिना राजनीतिक लोकतंत्र स्थायी नहीं होगा.