भारत के 8 ऐसी जगह जहां दशहरे पर नहीं होता है रावण दहन, यहां रावण की होती है पूजा
Zee News Desk
Oct 21, 2023
रावण की पूजा
राम नवमी के बाद पूरे देश में दशहरे मनाया जाएगा. आमतौर पर दशहरे को रावण दहन के रूप में ही जाना जाता है, लेकिन भारत में ऐसी कई जगह हैं जहां रावण को जलाने की बजाए उसकी पूजा की जाती है.
1- मंदसौर, मध्य प्रदेश
मंदसौर का असली नाम दशपुर था और यह रावण की पत्नी मंदोदरी का मायका था. ऐसे में मंदसौर रावण का ससुराल हुआ. इसलिए यहां रावण को अपना दामाद मानते हैं और उनकी पूजा की जाती है.
2- कर्नाटक
कर्नाटक के कोलार जिले में भी रावण की पूजा की जाती है. रावण भगवान शिव का भक्त था, इसलिए यहां के लोग रावण की पूजा करते हैं. इसके अलावा कर्नाटक के मंडया जिले के मालवली नामक स्थान पर रावण का मंदिर बना हुआ है.
3- जोधपुर, राजस्थान
राजस्थान के जोधपुर में रावण का मंदिर है. यहां के कुछ समाज विशेष के लोग रावण का पूजन करते हैं और खुद को रावण का वंशज मानते हैं. यही कारण है कि यहां के लोग दशहरा के अवसर पर रावण का दहन करने के बजाए रावण की पूजा करते हैं.
4- काकिनाड, आंध्र प्रदेश
आंध्र प्रदेश के काकिनाड में रावण का मंदिर बना हुआ है. यहां आने वाले लोग भगवान राम की शक्तियों को मानने से इनकार नहीं करते, लेकिन वे रावण को ही शक्ति सम्राट मानते हैं. इस मंदिर में भगवान शिव के साथ रावण की भी पूजा की जाती है.
5- बैजनाथ, हिमाचल प्रदेश
कांगड़ा जिले के इस कस्बे में भी रावण की पूजा की जाती है. मान्यता है कि रावण ने यहां पर भगवान शिव की तपस्या की थी, जिससे प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उसे मोक्ष का वरदान दिया था. यहां के लोग रावण दहन नहीं करते हैं बल्कि पूजा करते हैं.
6- बिसरख, उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश के बिसरख गांव में भी रावण का मंदिर बना हुआ है और यहां पर रावण का पूजन होता है. ऐसा माना जाता है कि बिसरख गांव रावण का ननिहाल था.
7- अमरावती, महाराष्ट्र
अमरावती के गढ़चिरौली नामक स्थान पर आदिवासी समुदाय द्वारा रावण का पूजन होता है. कहा जाता है कि यह समुदाय रावण और उसके पुत्र को अपना देवता मानते हैं.
8- उज्जैन, मध्य प्रदेश
यहां के बारे में कहा जाता है कि रावण की पूजा नहीं करने पर गांव जलकर राख हो जाएगा. इसलिए इस गांव में दशहरे पर रावण का दहन करने के बजाए पूजा की जाती है. इस गांव में रावण की विशालकाय मूर्ति भी स्थापित है.