इस विधि से धारण करेंगे रुद्राक्ष तो मिलेंगे जबरदस्त फायदे

Chandra Shekhar Verma
Sep 21, 2023

रुद्राक्ष के जन्मदाता भगवान शंकर हैं. रुद्र+अक्ष से मिलकर ‘रुद्राक्ष’ बना है. यह बेर या मटर के आकार का दाना होता है.

रुद्राक्ष दीर्घायु प्रदान करने वाला तथा अकाल मृत्यु को दूर धकेलने वाला है.

यह रोग शमन और अदृष्ट बाधाओं के निवारण में अद्भुत रूप से सफल होता है.

एकमुखी रुद्राक्ष दुर्लभ होता है. जबकि, सबसे सुलभ दाना पंचमुखी है.

रुद्राक्ष को गंगाजल या अन्य पवित्र जल स्नान करा, शिवजी की भांति चंदन, अक्षत, धूप-दीप से पूजना चाहिए.

इसके बाद ॐ नम: शिवाय’ मंत्र का 1100 जप करके 108 बार हवन करना चाहिए.

तत्पश्चात रुद्राक्ष को शिवलिंग से स्पर्श कराकर पुन: ॐ नम: शिवाय’ मंत्र जपते हुए पूर्व या उत्तर की ओर मुंह करके धारण करना चाहिए.

रुद्राक्ष धारण करने के बाद हवन कुंड की भस्म का टीका लगाकर शिव प्रतिमा को प्रणाम करना चाहिए.

इस विधि से धारण किया गया रुद्राक्ष त्वरित और निश्चित प्रभावी होता है.

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