इस बार जन्माष्टमी 6 और 7 सितंबर को मनाई जाने वाली है
भोग
जन्माष्टमी के दिन लड्डू गोपाल को कई तरह की मिठाई का भोग लगाया जाता है
भोग लगाने का मंत्र
लड्डू गोपाल को भोग लगते हुए मंत्र उच्चारण से ये और फलदाई हो जाता है, चलिए जानते हैं कि भोग लगाते हुए किस मंत्र का जाप करना चाहिए
भोग मंत्र
त्वदीयं वस्तु गोविन्द तुभ्यमेव समर्पये।
गृहाण सम्मुखो भूत्वा प्रसीद परमेश्वर।।
इस मंत्र का अर्थ है कि,
हे गोविन्द, आपका ही सब दिया हुआ है, जो आपको ही समर्पित कर रहे हैं,
हे परमेश्वर, आपके मुख के सामने जो भी है, उसे प्रसन्नता से ग्रहण करें।
भोग वाली थाली
इस बात को हमेशा ध्यान रखें की भोग लगाने के बाद भगवान के सामने से थाली एकदम से न हटाएं
आंखें बंद कर लें
भोग लगाने के बाद आंखें बंद करके भगवान के सामने बैठ जाएं
भोग का बर्तन
लड्डू गोपाल को भोग लगाते हुए भगवान को सोने, चांदी, पीतल, तांबा, मिट्टी, लकड़ी, के पात्र में भोग लगाएं याद रहे कि भगवान को लोहे के बर्तन में भोग न ही लगाएं
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)